बिहार में शिल्पदेव विश्वकर्मा की पूजा पर कुदरत का कहर बरपा है। मौत बनकर आकाश से करंट ऐसे नाचीं इसकी चपेट में आने से छह लोगों की मौत हो गई। इस वज्रपात ने परिवार को तहस-नहस कर दिया। इनमें से तीन लोगों की जान भैंस चराने के दौरान वज्रपात होने से हुई है।
इससे पहले भी 23 जुलाई को बिहार में छह लोगों की मौत की आकाशीय बिजली गिरने से हो गई थी। ये घटना जमुई और मधेपुरा जिला में हुई थी, जहां मॉनसून के दौरान मौसम विभाग की ओर से वज्रपात को लेकर अलर्ट भी जारी किया गया था, बावजूद लोग अपने घरों से बाहर निकले। मधेपुरा में मौत का शिकार होने वाली महिलाएं धान की रोपनी कर रही थीं। पढ़िए आज क्या हुआ, कैसे हुआ, कहां-कहां हुआ…
वहीं, मौसम विभाग ने प्रदेश के 12 जिलों में आकाशीय बिजली को लेकर अलर्ट जारी कर दिया है। इसमें पूर्वी और पश्चिमी चंपारण, सीवान, सारण, गोपालगंज, सुपौल, सहरसा, मधेपुरा पूर्णिया अररिया कटिहार और किशनगंज शामिल हैं। पढ़िए पूरी खबर
जानकारी के अनुसार, कहीं भीषण गर्मी, कहीं तेज धूप के बीच वज्रपात की कहर ऐसी नहीं देखी जैसा रविवार देर शाम से सोमवार सुबह तक दिखा। जिस वज्रपात की चपेट में आने से छह लोगों की मौत हो गई है।
मृतकों में मनीष कुमार (12), प्रिंस कुमार (16), रोहित कुमार (15), सिधेश्वर यादव (55), हरेंद्र सिंह (30) और युगल राम (60) शामिल हैं। तीन लोग बलेंद्र यादव, जीरामणि देवी और मुसाफिर राम घायल हैं।
जिला आपदा प्रभारी सह जिला सूचना जनसंपर्क पदाधिकारी कृष्णा कुमार ने वज्रपात से छह मौत की पुष्टि की है। इसमें, बन्देया थाना क्षेत्र के बक्सर और प्रतापपुर गांव में लोग भैंस चरा रहे थे। तभी तेज आवाज के साथ हुए वज्रपात में दो किशोर और एक अधेड़ की मौत हो गई। वहीं रफीगंज थाना क्षेत्र शारदा बिगहा गांव में बारिश से छिपने के लिए पेड़ के नीचे खड़े मनीष (12) की जान चली गई।
वज्रपात की तीसरी घटना देव थाना क्षेत्र के बारा गांव की है, जहां एक युवा किसान हरेंद्र सिंह (30) की मौत हो गई और एक व्यक्ति जख्मी हो गया। वज्रपात की चौथी घटना माली थाना क्षेत्र के सोरी गांव में घटी, जहां वज्रपात की चपेट में आने से किसान युगल राम (60) की मौत हो गई, जबकि दो लोग घायल हो गए।
वज्रपात की पहली घटना रफीगंज थाना क्षेत्र शारदा बिगहा गांव में हुई। जहां वज्रपात की चपेट में आकर पिंटू यादव के बेटे मनीष कुमार (12) की मौत हो गई।
मनीष खेत की तरफ जा रहा था और बारिश से बचने के लिए पेड़ के नीचे खड़ा हो गया लेकिन तेज आवाज के साथ बिजली कड़की और पेड़ पर ही आ गिरी। मनीष इसकी चपेट में आ गया। परिजन उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए जहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया।
वज्रपात की दूसरी घटना बन्देया थाना क्षेत्र के बक्सर और प्रतापपुर गांव की है। बक्सर गांव में वज्रपात की चपेट में आने से रंजीत पासवान के बेटे प्रिंस कुमार (16), रवि रंजन ठाकुर के बेटे रोहित कुमार (15) और प्रतापपुर गांव के सिधेश्वर यादव (55) की मौत हो गई। सभी अपने गांव स्थित बधार (खेत का खाली स्थान, पशु चारागाह) में भैंस चरा रहे थे और तेज आवाज के साथ वज्रपात ने उनकी जान ले ली।
वज्रपात की तीसरी घटना देव थाना क्षेत्र के बारा गांव की है, जहां एक युवा किसान की मौत हो गई और एक व्यक्ति जख्मी हो गया। मृतक की पहचान गांव के ही राजकुमार सिंह के पुत्र हरेंद्र सिंह (30) के रूप में की गई है। बलेंद्र यादव थोड़ी दूर होने के कारण हादसे से बाल बाल बच गए, जिनका इलाज सदर अस्पताल में चल रहा है।
वज्रपात की चौथी घटना माली थाना क्षेत्र के सोरी गांव में घटी, जहां वज्रपात की चपेट में आने से किसान युगल राम (60) की मौत हो गई और एक महिला समेत दो लोग घायल हो गए। घायलों की पहचान जीरामणि देवी और मुसाफिर राम के रूप में की गई है, जिनका इलाज सदर अस्पताल में कराया जा रहा है।
वज्रपात से हुई मौत के बाद स्थानीय पुलिस शवों के पोस्टमार्टम में जुट गई है। नगर थाना की पुलिस ने बारा गांव निवासी हरेंद्र सिंह का शव पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया है।
मौसम विभाग केंद्र पटना के मुताबिक 21 सितंबर से मौसम में कुछ हल्का बदलाव देखने को मिल सकता है। लेकिन, इससे पहले का हाल वैसा ही रहेगा जैसा है। बारिश की उम्मीद भी नहीं के बराबर ही है। अगर कहीं छिटपुट बारिश हो जाए तो वो उस जगह के मौसम की स्थानीय परिस्थितियों पर है।