नेपाल से सोना तस्करी का मामला अब बड़ा रूप ले रहा है। चीन की बुरी नजर नेपाल पर है। सोना भरभरकर यहां से ले जाने की गतिविधियों में वहां के नागरिकों का बार बार पकड़ा जाना, वहां गंभीर मसला हो गया है। संसद में इसको लेकर रार चल रहा है। वहीं, लगातार वहां से सोने की तस्करी की खबर चौंकाती हैं।
गत 18 जुलाई की रात नेपाल के त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के सीमा शुल्क से बिना पता चले लगभग सौ किलोग्राम सोने की तस्करी की कोशिश हुई थी।
हालांकि, तस्करी की जानकारी मिलते ही एक भारतीय और एक चीनी नागरिक सहित अठारह लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया था। मगर, यह मामला तूल पकड़ लिया।
नेपाल की मुख्य विपक्षी गंठबंधन सीपीएन-यूएमएल तस्करी घोटाले की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय जांच समिति के गठन की मांग कर रहा है। पार्टी पिछले दो सप्ताह से नियमित रूप से संसद सत्र को बाधित कर रही है।
नेपाली संसद की कार्यवाही बुधवार को भारी हंगामे के कारण बाधित रही। नेपाल की मुख्य विपक्षी पार्टी सीपीएन-यूएमएल ने लगभग सौ किलोग्राम सोने की तस्करी घोटाले की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय समिति के गठन की मांग की और संसद में हंगामा जारी रखा।
इसी का नतीजा यह हुआ कि सीआईबी ने वहां बड़ी कार्रवाई करते हुए दो चीनी नागरिकों को दबोच लिया है। दोनों चीन भागने के फिराक में थे। पढ़िए पूरी खबर
जानकारी के अनुसार, एक क्विंटल सोने की तस्करी मामले में केन्द्रीय अनुसंधान ब्यूरो (सीआईबी) ने चीन के दो और नागरिकों को ली जियालिन और लु फुयान को गिरफ्तार किया है। इनको रात को दबोचा गया। यह नेपाल से चीन भागने के फिराक में थे। यह जानकारी सीआईबी ने दी।
सीआईबी से मिली जानकारी के मुताबिक, हिमालय एयरलाइंस के विमान से काठमांडू से कुनमिंग के लिए इमीग्रेशन कराने पहुंचे इनके बारे में जानकारी मिलने के बाद दोनों को गिरफ्तार कर लिया था। इस मामले में अब तक चीन के पांच नागरिकों को गिरफ्तार किया जा चुका है।