मुख्य बातें: गायघाट में मानवता शर्मसार, लावारिस हालत में नवजात बरामद; चार घंटे के बाद शिशु की हुई मौत,शिवदाहा तिरसठ पंचायत के शिवदाहा बरैल में महेशवाड़ा गोटोली जाने वाली सड़क पर सुबह मिला था, सवाल यही इस मौत का जिम्मेदार कौन है…? किसी के पास जवाब नहीं…? कहां जा रहा समाज…?
दीपक कुमार, गायघाट। गायघाट में मानवता को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है. मानवता के साथ-साथ ममता की भी गला घोंटने का घिनौना कार्य किया गया है। थाना क्षेत्र के शिवदाहा तिरसठ पंचायत के शिवदाहा बरैल में महेशवाड़ा गोटोली जाने वाली सड़क के पास नवजात शिशु लावारिस अवस्था में पड़ा मिला।
नवजात शिशु के मिलने के बाद लोगों भी मौके पर इकट्ठा हो गए। एक महिला ने नवजात शिशु को अपने पास रख लिया गया है। महिला उस नवजात शिशु की देखभाल कर रही है। हालांकि चार घंटे के बाद नवजात शिशु ने दम तोड़ दिया।
कूड़े के ढेर में नवजात का शव बरामद
रविवार की सुबह नवजात शिशु लावारिस अवस्था में पड़ा मिला। स्थानीय लोग सुबह-सुबह रास्ते से गुजर रहे थे। जिसके बाद राहगीरों की नजर उस नवजात पर पड़ी। बच्चों की भीड़ देख मौके पर बड़े बुजुर्ग भी मौके पर जुट गए।
लोगों की ओर से इसकी सूचना पुलिस को दी गई। वहीं पास की रहने वाली एक महिला उस नवजात को उठाकर अपने साथ ले गई है। और उनकी ओर से बच्चे की देखभाल की जा रही थी। वहीं चार घंटे के बाद शिशु की हालत बिगड़ गई और उसकी मौत हो गई।
लावारिस हालत में नवजात बरामद की घटना को लेकर स्थानीय लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है। लोगों में चर्चा है कि नवजात बच्चा लड़की नहीं बल्कि लड़का है। लड़का और लड़की में अंतर होने के सवाल पर नवजात शिशु को यहां लाकर नहीं छोड़ा गया है, नवजात शिशु लड़का है। इलाके के लोगों में चर्चा यह भी है कि यह किसी कुंवारी मां का नवजात है।
प्रसव के बाद नवजात को यहां लाकर छोड़ा गया है। लोक लाज एवं सामाजिक ताने-बाने के कारण इस नवजात को यहां लाकर छोड़ा गया है।