पटना का थाना आज सुर्खियों में है। इसकी वजह दो है। पहला यह कि बिहार की पुलिस अपनी छवि लगतार बेहतर करने की दिशा में है। दूसरी बात यह कि राजधानी में क्राइम की बेतहाशा इताफा से विपक्ष के टारगेट पर सरकार है, नतीजतन, सरकार इस किरकिरी से निबटने की पूरी तैयार कर ली है। इसके तहत यहां के थाने में अब दो थानेदार (Now there will be two police station in every police station of Patna) होंगे।
ऐसे में शुरूआत उस खबर से जिसे सुनकर पुलिस भी चौंक गई। मामला, पटना के ही पत्रकार नगर थाना का है, जब हत्यारोपी यह कहते खुद चलकर पहुंच गया कि मुझे गिरफ्तार कर लीजिए, मैंने हत्या की है।
मामला खगड़िया के मानसी थाना के चुकती गांव में साल 2021 में हुई किसान रोहित यादव की लाठी-डंडे से पीट-पीटकर हत्या से जुड़ा है, उसकी बातें सुनकर थानेदार मनोरंजन भारती चौंक गए। उसे पानी पीने को कहा और पूछा कि तुम्हारी तबीयत ठीक है?
इसी हत्या की बात कबूलने के लिए करीब डेढ़ साल बाद आरोपी राजबब्बर उर्फ गनवर यादव थाना पहुंचा था। पटना में पुलिस को कबूलनामा देने के बाद पुलिस ने खगड़िया कॉल किया और मामले की जानकारी ली जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
खैर, ताजा मामला यह है कि पटना के थानों में अब दो-दो थानेदार होंगे। सरकार का यह फैसला अपराध नियंत्रण की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। पढ़िए पूरी खबर
दरअसल, बिहार की राजधानी पटना में लॉ एंड आर्डर बिगड़ रही थी। कदमकुआं थाना क्षेत्र के काजीपुर रोड नंबर दो में एक ढाई महीने की बच्ची का शव घर के किचन में एक डालडा के डिब्बे में मिला था। जबकि परिजन उसे कहां कहां नहीं तलाश रहे थे।
ढाई महीने की बच्ची के शव को देखकर ऐसा लग रहा था कि किसी ने गले में फंदा लगाकर मार दिया है। यह पूरा मामला बीते बुधवार की सुबह की है। ऐसे में, बिगड़ी विधि व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए सरकार एक्शन में आ गई है।
डीजीपी आरएस भट्टी के निर्देश पर पटना पुलिस ने बड़ा फैसला लिया है। अब राजधानी के सभी थानों में दो-दो थानेदारों की तैनाती की जाएगी। इसको लेकर पटना एसएसपी की तरफ से आदेश जारी कर दिया गया है। पुलिस के काम में पारदर्शिता लाने के उद्देश्य से यह फैसला किया है।
पटना एसएसपी राजीव मिश्र ने गुरुवार को इसकी जानकारी दी। एसएसपी राजीव मिश्रा ने बताया कि पुलिस के काम में पारदर्शिता लाने के उद्देश्य से डीजीपी आर एस भट्टी के निर्देश पर कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं।
फैसले के मुताबिक, अब पटना के सभी थानों में अब दो-दो थानाध्यक्ष तैनात किए जाएंगे। राजधानी के सभी थानों में तैनात एडीशनल एसएचओ थानाध्यक्ष की गैरमौजूदगी में उनके सभी दायित्वों को निभाएंगे।
उन्होंने कहा कि पटना पुलिस ने पारदर्शिता एवं पुलिस को उत्तरदायी बनाने कि लिए पुलिस महानिदेशक बिहार के आदेश अनुसार कई महत्वपूर्ण निर्णय किए हैं। इसमें पटना के सभी थानों में अतिरिक्त थानाध्यक्षों की बहाली होगी।
ये होगा प्रोसेस: थानाध्यक्ष की अनुपस्थिति में अतिरिक्त थानाध्यक्ष ही थानाध्यक्ष के सभी उत्तरदायित्व का निर्वहन करेंगे। इसके अतिरिक्त यदि कोई व्यक्ति अपना आवेदन लेकर थाने में आता है तो सभी थानाध्यक्ष अनिवार्य रूप से उसको आवेदन की प्राप्ति उपलब्ध कराएंगे।
यदि आवेदक की ओर से दिए गए आवेदन पर प्राथमिकी अंकित की जाती है तो उस प्राथमिकी की प्रति भी नि:शुल्क उपलब्ध कराई जाएगी।
यदि किसी कारण बस थानाध्यक्ष को यह लगता है कि आवेदन पर प्राथमिकी तत्काल अंकित करना उचित नहीं है तो इस संबंध में आवेदक को अवगत कराते हुए विधि की ओर से निर्धारित समय सीमा के अंदर निर्णय लिया जाएगा। साथ ही इस संबंध में आवेदक को सूचित किया जाएगा।