औरंगाबाद से बड़ी खबर है जहां दो दिनों बाद ओबरा के लापता बीडीओ यूनुस सलीम लौट आए हैं। इसके साथ ही, पुलिस को बड़ी राहत मिली है।
जानकारी के अनुसार,औरंगाबाद जिले के ओबरा प्रखंड के बीडीओ मो. युनूस सलीम के अचानक लापता होने से पूरा महकमा समेत परिजन हलकान हो गए थे। बीडीओ के दोनों मोबाइल फोन बंद बताए जाने से स्थिति भयावह हो गई थी।
अपहरण तक की आशंका जताई जाने लगी थी। ऐसे में पुलिस के पास गुमशुदगी दर्ज कराने गए स्वजन ने अनहोनी की आशंका जताते हुए जल्द बरामदगी की गुहार लगाई थी। कहा गया था कि बीडीओ की लास्ट लोकेशन सासराम रेलवे स्टेशन बताई जा रही है।
अब, जो ताजा जानकारी है उसके मुताबिक, उनके सकुशल लौट आने के बाद पुलिस ने भी राहत की सांस ली है। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि बीडीओ इन दो दिनों में कहां थे और उनके साथ क्या हुआ था। फिलहाल, ओबरा बीडीओ रोहतास जिले के नासरीगंज में पदस्थापित अपने बीडीओ भाई जफर इमाम के घर पर हैं।
जानकारी के अनुसार,इस संबंध में उनके भाई और रोहतास जिले के नासरीगंज के बीडीओ जफर इमाम ने ओबरा थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। हालांकि पुलिस ने जानाकारी दी है कि वह वापस लौट आए हैं।
दाउदनगर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी कुमार ऋषिराज ने बताया कि ओबरा प्रखंड के बीडीओ यूनुस सलीम सकुशल लौटे हैं। पुलिस उनके घर पर जाकर उनसे मुलाकात कर चुकी है हालांकि उनसे पूछताछ अभी नहीं हुई है।
पिछले दो दिनों से बीडीओ यूनुस सलीम कहां थे। किन परिस्थितियों में थे, इसकी पुलिस के पास अभी कोई जानकारी नहीं है। फिलहाल अभी भी मामला पूरी तरह से साफ नहीं हुआ है।
इससे पहले, वे बुधवार की सुबह प्रतिदिन की तरह कार्यालय पहुंचे थे। इसके बाद लापता हो गए थे। वे गया जिला मुख्यालय के करीमगंज मोहल्ला के मूल निवासी हैं।
दाउदनगर के एसडीओ मनोज कुमार ने बताया था कि बीडीओ मो. युनूस ने ओबरा से लापता होने के बाद अपने एचडीएफसी बैंक के खाते से 25 हजार रुपये की निकासी की है।
उनका मोबाइल बंद है। उनका अंतिम मोबाइल लोकेशन सासराम रेलवे स्टेशन बता रहा है। बुधवार की शाम तक कोई संपर्क नहीं होने पर स्वजनों ने पुलिस से अपहरण की आशंका जताई थी। पुलिस अब आगे की तहकीकात करेगी।