वैशाली में पुलिस के सिपाही की हत्या में पुलिस ने बड़ा बदला लिया है। पुलिस हत्याकांड में शामिल दो आरोपियों का पुलिस ने किया एनकाउंटर। पुलिस हिरासत में दोनों को लाया जा रहा था। इसी बीच दोनों ने भागने का प्रयास किया। साथ ही फायरिंग की। जवाबी कार्रवाई में दोनों की मौत हो गई है। वैशाली पुलिस ने इसकी पुष्टि की है। सबसे पहले देशज टाइम्स ने आपको सिपाही हत्या की जानकारी दी थी। अब पढ़िए पूरी खबर, कैसे हुआ एनकाउंटर…
ये बिहार पुलिस है। इसे छेड़ना नहीं। छेड़ोंगे तो पसीने भी छूटेंगे और मारे भी जाओगे।अपराधियों से किसी तरह की समझौता नहीं करने का नाम ही है बिहार पुलिस। सिपाही अमिताभ कुमार के हत्या के चंद मिनटों में भी पुलिस ने मुठभेड़ में दोनों अपराधियों को मार गिराया है। सिपाही अमिताभ कुमार की हत्या के बाद उपर से नीचे तक पुलिस विभाग में उबाल मचा था।
जानकारी के अनुसार,ज़िले के सराय थाना क्षेत्र में अपराधियों ने दुस्साहसी कदम उठाते हुए ड्यूटी पर रहे सिपाही अमिताभ कुमार के सीने में चार गोलियां मारकर हत्या कर दी थी। और फ़रार हो गया था। सिपाही की हत्या आग की तरह फैल गयी और विधि- व्यवस्था पर सवाल खड़ा होने लगा।
इसके बाद स्थानीय पुलिस की पूरी फ़ौज अपराधियों के पीछे पड़ गई। ज़िले के सीमा क्षेत्र को सील कर दिया गया। फ़िल्मी सीन की तरह अपराधी भाग रहे थे। पुलिस उनका पीछा कर रहीं थी। अपराधियों ने पुलिस पर गोलीबारी शुरू कर दिया, बचाव में पुलिस ने भी फ़ायरिंग किया और आख़िरकार दोनों अपराधियों ढेर हो गये।
जानकारी के अनुसार,सोमवार दोपहर चार अपराधी यूको बैंक शाखा के सामने लूट का प्रयास करने लगे, ये देखकर वहां तैनात गश्ती टीम के सिपाहियों ने अपनी वर्दी की लाज रखने के लिए अपराधियों के सामने कूद पड़े। उन्हें ये अंदाजा भी नहीं होगा कि अपराधी उन पर भी फायरिंग कर देंगे।
अपराधियों ने वर्दीधारी को अपने तरफ आता देख उन पर गोली चला दी, गोली लगने से एक जवान बुरी तरह घायल हो गया, बाद में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। बताया जाता है कि पुलिस गश्ती टीम वैशाली के सराय थाना क्षेत्र के यूको बैंक के पास गश्ती कर रही थी, तभी वहां संदिग्ध एक बाइक पर सवार तीन लोग मौजूद थे।
उनसे जब पुलिस पूछताछ करने गई तो वह सभी बाइक पटक कर भागने लगे। इसी दौरान दो संदिग्धी को पुलिस ने दबोच लिया। जबकि एक अपराधी ने चार राउंड फायरिंग कर दी, जिसमें एक पुलिसकर्मी को दो गोलियां लगी। आनन-फानन में उन्हें निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान जवान की मौत हो गई।