दिल्ली से लेकर जर्मनी तक, इन दिनों कांग्रेस नेता राहुल गांधी की विदेश यात्राएं भारतीय राजनीति का केंद्र बनी हुई हैं। आखिर क्यों उनकी हर विदेश यात्रा पर सियासी तूफान आ जाता है? क्या वजह है कि भाजपा उन पर सवालों की झड़ी लगा रही है, और इस बार तो उनके अपने 'इंडिया' गठबंधन के सहयोगी भी नाराज़ दिख रहे हैं?
भाजपा के निशाने पर राहुल गांधी की विदेश यात्राएँ
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बुधवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी की विदेश यात्राओं को लेकर उन पर तीखा हमला बोला। लोकसभा में भाजपा नेताओं ने सवाल उठाए कि क्या राहुल गांधी अक्सर 'गुप्त' रूप से विदेश यात्राएं करने को मजबूर हैं। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता तुहिन सिन्हा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में आरोप लगाया कि राहुल गांधी अपनी विदेश यात्राओं का कार्यक्रम सार्वजनिक नहीं करते, और उन्होंने कांग्रेस नेता से पूछा कि वे देश से क्या छिपा रहे हैं। सिन्हा ने राहुल गांधी को 'पर्यटन का नेता' और 'पार्टी करने का नेता' कहकर संबोधित किया, यह कटाक्ष उनकी आगामी जर्मनी यात्रा से ठीक पहले किया गया। भाजपा नेताओं ने इस बात पर भी जोर दिया कि राहुल गांधी अक्सर देश के महत्वपूर्ण राजनीतिक अवसरों, खासकर संसदीय सत्रों के दौरान, विदेश चले जाते हैं।
'इंडिया' गठबंधन के सहयोगियों ने भी घेरा
असामान्य रूप से, इस बार भाजपा के आरोपों में विपक्षी 'इंडिया' गठबंधन के सहयोगी दल, आम आदमी पार्टी (आप) और समाजवादी पार्टी (सपा) भी शामिल हो गए। इन दोनों दलों ने भी राहुल गांधी की विदेश यात्राओं और संसद के शीतकालीन सत्र से उनकी अनुपस्थिति पर सवाल उठाए।
- आम आदमी पार्टी (AAP) के सवाल:
- आप नेता प्रियंका कक्कड़ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, 'किसी ने विपक्ष के नेता को यह नहीं बताया कि वे शीतकालीन सत्र में अनुपस्थित रहने के बजाय इस समय जर्मनी में अपने प्रवासी कांग्रेसी पदाधिकारियों के साथ बैठक के लिए गूगल मीट का इस्तेमाल कर सकते थे?'
- उन्होंने आगे पूछा, 'क्या यह लापरवाही से अनुपस्थिति ज्ञानोदय का परिणाम है, या भारत को भाजपा बनाम कांग्रेस के नारों में उलझाए रखने की रणनीति है?'
- समाजवादी पार्टी (SP) की टिप्पणी:
- समाजवादी पार्टी ने भी राहुल गांधी की शीतकालीन सत्र से अनुपस्थिति पर चिंता व्यक्त की।
- पार्टी ने कहा कि 'संसद का सत्र चल रहा है और राहुल जी विदेश यात्राओं को लेकर चिंतित हैं। वे देश की राजनीति को लेकर कितने चिंतित हैं, यह सभी जानते हैं।'
क्या है राहुल गांधी के जर्मनी दौरे का कार्यक्रम?
इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अनुसार, राहुल गांधी 15 से 20 दिसंबर तक जर्मनी की यात्रा पर रहेंगे। इस यात्रा के दौरान उनका कार्यक्रम इस प्रकार है:
- वे भारतीय प्रवासी समुदाय के सदस्यों के साथ बातचीत करेंगे।
- जर्मन मंत्रियों के साथ भी उनकी मुलाकातें होंगी।


