लखनऊ से बड़ी खबर है यहां पुलिस महानिरीक्षक के पद से सेवानिवृत्त आईपीएस दिनेश चन्द्र पाण्डेय के आवास पर देर रात आग लग गई। इसमें वह, उनकी पत्नी, दिव्यांग बेटा फंस गए। सूचना पर पहुंची पुलिस और दमकल कर्मियों ने रेस्क्यू करके सबको बाहर निकाला। तब तक दम घुटने से सेवानिवृत्त आईपीएस की मृत्यु हो चुकी थी।
सूचना पर पहुंची फायर ब्रिगेड व पुलिस टीम ने परिवार को बाहर निकाला। डीसी पांडेय को लोहिया संस्थान ले जाया गया, जहां उनकी इलाज के दौरान मौत हो गई जबकि पत्नी व बेटे को लोहिया संस्थान से ट्रॉमा सेंटर रेफर कर दिया गया।
गाजीपुर थाना प्रभारी मनोज कुमार मिश्र ने बताया कि दिनेश चन्द्र पाण्डेय अपनी पत्नी अरुण पांडेय और दिव्यांग बेटा शशांक पाण्डेय के साथ इंदिरानगर में रहते थे। देररात एसी में हुए शॉर्ट सर्किट की वजह से पहली मंजिल के कमरे में आग लग गई।
परिवार ने निकलने की कोशिश की, लेकिन आग पूरी तरह से कमरे में फैल चुकी थी। किरायेदार से भी मदद मांगी, लेकिन नतीजा सिफर रहा। इसके बाद भतीजे अक्षत की सूचना पर पहुंची दमकल व स्थानीय पुलिस ने सबको बाहर निकालकर राम मनोहर लोहिया अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने दिनेश चन्द्र पाण्डेय को मृत घोषित कर दिया। पत्नी और बेटे का उपचार जारी है।
रिटायर आईजी दिनेश चंद्र पांडेय की उम्र 71 वर्ष थी। वह अपनी पत्नी अरुणा पांडेय ( उम्र 68 वर्ष) और बेटे शशांक पांडेय ( उम्र 32 वर्ष) के साथ इंदिरा नगर सेक्टर-18 के मकान नंबर 28 में पहली मंजिल पर रहते थे। शनिवार शाम खाना खाने के बाद तीनों एक ही कमरे में सो गए थे।
रात करीब 10:30 बजे दूसरे कमरे के एयरकंडीशनर में आग लग गई। इससे उस कमरे का पूरा सामान जलने लगा। दूसरे कमरे से निकला धुआं उस कमरे में भर गया, जिसमें दिनेश चंद्र पांडेय परिवार के साथ सोए थे। दम घुटने से तीनों कमरे में ही बेहोश हो गए। दिनेश चंद्र पांडेय मूलरूप से कानपुर के आर्यनगर के रहने वाले थे। दिनेश चंद्र पाण्डेय का एक बेटा प्रशांत बाहर रहता है।
प्रभारी निरीक्षक गाजीपुर मनोज कुमार मिश्र के मुताबिक एसी में शॉर्ट सर्किट की वजह से पहली मंजिल के आगे के कमरे में आग लगी। परिवार पहली मंजिल के पीछे वाले कमरों में था। जीने का रास्ता आगे वाले कमरे से ही है। निकलने के रास्ते पर आग होने के कारण परिवार बाहर नहीं निकल सका।
अरुणा पांडेय ने किरायेदारों को आवाज देने की कोशिश की लेकिन नाकाम रहीं। इसके बाद उन्होंने अपने भतीजे अक्षत को कॉल कर घटना की जानकारी दी। अक्षत की सूचना पर दमकल व स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और सबको बाहर निकाला।