सिवान पुलिस ने अंतर्राष्ट्रीय हवाला गिरोह के तीन सदस्य को गिरफ्तार किया है, तीनों के पास से बड़ी मात्रा में अवैध हथियार के साथ दर्जनों डेबिट कार्ड, एक्सूवी कार, और लाखो रुपए बरामद किया गया है।
ये लोग करोड़ो रुपए अरब से मंगवाकर सीवान के रास्ते पाकिस्तान बंगलादेश सहित अन्य देशो को भेजते है। तीनों की गिरफ्तारी भगवानपुर हाट थाना क्षेत्र के ब्रह्मस्थान गांव से हुई है।
जानकारी के अनुसार,अरब देशो से रुपये मंगवाकर सीवान से पाकिस्तान सहित अन्य दूसरे देशो मे करोड़ो रुपये भेजने वाले अंतर्राष्ट्रीय गिरोह को पकड़ने मे सीवान पुलिस को सफलता मिली है।
सीवान एसपी शैलेश कुमार सिन्हा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मामले की जानकारी दिया है। एसपी ने बताया कि सूचना मिली कि भगवानपुर हाट थाना क्षेत्र अन्तर्गत ग्राम ब्रहमस्थान के स्व. कृष्णा सिंह के हरेंद्र सिंह के घर गोपालगंज से कुछ लोग एकत्रित होकर विदेशी पैसा का हिसाब कर रहे हैं।
इस सूचना पर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, महाराजगंज के नेतृत्व में हरेन्द्र सिंह के घर पर छापेकमारी की गई।
पुलिस ने इनके पास से एक राइफल, एक रिवाल्वर,18 जिंदा गोली, एक कार, 2 लाख 67 हजार रुपए, 6 मोबाइल,एक लैपटॉप,विभिन्न बैंकों के 20 एटीएम कार्ड, स्वाइप मशीन, विभिन्न कंपनी के 24 सिम कार्ड और डिजिटल कैमरा सहित कई दस्तावेज बरामद किया है।
इसकी जानकारी देते हुए सिवान एसपी शैलेश कुमार सिन्हा ने कहा कि गुप्त सूचना मिली थी कि गोपालगंज से कुछ लोग पैसों का हिसाब करने पहुंचे हुए हैं। जिसके बाद महाराजगंज एसडीपीओ के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया।
जिसके बाद टीम ने ब्रह्मस्थान गांव के हरेंद्र सिंह के मकान पर छापेमारी कर तीन लोगों को हथियार और अन्य सामान के साथ गिरफ्तार कर लिया।
यह तीनों लोग हवाला का कारोबार करते हैं। गिरफ्तार व्यक्तियों में गोपालगंज जिले के मीरअलीपुर गांव के शेख आलमगीर का पुत्र शेख कलीम , साधु चक गांव के श्रीनिवास प्रसाद का पुत्र राजेश कुमार और सीवान के भगवानपुर हाट के ब्रह्मस्थान गांव के विजेंद्र सिंह का पुत्र मनु कुमार सिंह शामिल हैं।
दुनिया के एक हिस्से से दूसरे हिस्से में रुपए को ट्रांसफर करना ही हवाला कारोबार है। इसके लिए ना किसी बैंक की जरुरत होती है ना ही किसी करेंसी एक्सचेंज की।
इसमें बिचौलिया की मुख्य भूमिका होती है जो बिना यह जाने की राशि कितनी है और कौन इसे नियंत्रित कर रहा है। पैसो को इधर से उधर करता है। इसमें प्रति लाख पर निश्चित शुल्क दिया जाता है।