Salman Khan News: कौन सोच सकता था कि जिस कहानी को एक दो नहीं, बल्कि पूरे सात लोगों ने ठुकरा दिया था, वो एक दिन बॉलीवुड के भाईजान सलमान खान के करियर की सबसे यादगार फिल्मों में से एक बन जाएगी? जी हां, आज हम बात कर रहे हैं एक ऐसी ब्लॉकबस्टर फिल्म की, जिसने न केवल बॉक्स ऑफिस पर धूम मचाई, बल्कि सलमान को ‘प्रेम’ के नाम से घर-घर में पहचान दिलाई।
Salman Khan की वो फिल्म जिसे 7 लोगों ने ठुकराया, बनी ब्लॉकबस्टर!
Salman Khan के ‘प्रेम’ बनने की अनसुनी कहानी
25 साल पहले, भारतीय सिनेमा में एक ऐसी फिल्म रिलीज हुई थी जिसने पारिवारिक मनोरंजन की परिभाषा ही बदल दी थी। यह फिल्म थी ‘हम आपके हैं कौन..!’ जिसने बॉक्स ऑफिस पर कमाई के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए थे और आज भी इसे भारतीय सिनेमा की सबसे सफल फिल्मों में से एक माना जाता है। लेकिन इस फिल्म से जुड़ा एक ऐसा किस्सा है जिसे जानकर आप हैरान रह जाएंगे। बहुत कम लोग जानते हैं कि इस ब्लॉकबस्टर फिल्म को सलमान खान के पास आने से पहले, एक या दो नहीं, बल्कि पूरे सात लोगों ने ठुकरा दिया था। जी हां, जिस भूमिका ने सलमान को ‘प्रेम’ के रूप में अमर कर दिया, उसे शुरुआत में कई बड़े अभिनेताओं ने अस्वीकार कर दिया था। यह वाकई फिल्म इंडस्ट्री के बिहाइंड द सीन्स की एक दिलचस्प कहानी है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
इस फिल्म का जादू कुछ ऐसा था कि इसने उस समय की फिल्मों के लिए नए मानक स्थापित किए। हर घर में इसके गाने गूंजते थे और इसके किरदारों को लोग अपने परिवार का हिस्सा मानने लगे थे। फिल्म में माधुरी दीक्षित और सलमान की केमिस्ट्री ने दर्शकों का दिल जीत लिया था। यह एक ऐसी फिल्म थी जिसने उस दौर में सिनेमाघरों में 50 हफ्तों से भी ज्यादा का समय बिताया था, जो अपने आप में एक मिसाल है।
‘हम आपके हैं कौन’ की विरासत और आज भी जलवा
निर्देशक सूरज बड़जात्या की इस दूरदर्शी सोच ने एक ऐसी फिल्म को जन्म दिया जो आज भी भारतीय परिवारों के लिए एक पसंदीदा विकल्प है। फिल्म की सादगी, भावनाओं की गहराई और मधुर संगीत ने इसे एक कालातीत क्लासिक बना दिया। आज भी, जब बात पारिवारिक फिल्मों की आती है, तो ‘हम आपके हैं कौन..!’ का नाम सबसे ऊपर लिया जाता है। फिल्म ने न केवल व्यावसायिक सफलता हासिल की, बल्कि आलोचकों द्वारा भी इसे खूब सराहा गया। इसने कई फिल्मफेयर पुरस्कार जीते और राष्ट्रीय पुरस्कारों में भी अपनी जगह बनाई।
यह फिल्म सिर्फ एक कहानी नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति और रिश्तों का उत्सव थी। यह आज भी साबित करती है कि अच्छी कहानी और शानदार अभिनय के दम पर बनी फिल्में हमेशा दर्शकों के दिलों में अपनी जगह बना लेती हैं। कौन जानता था कि जिस प्रोजेक्ट को इतनी बार रिजेक्शन का सामना करना पड़ा था, वह भारतीय सिनेमा के इतिहास में एक मील का पत्थर बन जाएगा। वाकई, किस्मत और प्रतिभा का यह अनोखा मेल ही है जो किसी फिल्म को बिहाइंड द सीन्स की बाधाओं के बावजूद ब्लॉकबस्टर बना देता है। यह कहानी हमें यह भी सिखाती है कि कई बार जिन चीजों को हम ठुकराते हैं, वे किसी और के लिए सफलता का पैमाना बन जाती हैं। मनोरंजन जगत की चटपटी खबरों के लिए यहां क्लिक करें https://deshajtimes.com/news/entertainment/ आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।



