Silver Price: बहुमूल्य धातुओं में निवेश करने वाले निवेशकों और सामान्य उपभोक्ताओं के लिए खुशखबरी! चांदी की कीमतें आसमान छू रही हैं और हाल ही में इसने देश और विदेश दोनों बाजारों में नए रिकॉर्ड स्तरों को छुआ है। यह सिर्फ एक अस्थायी उछाल नहीं, बल्कि औद्योगिक मांग और सीमित आपूर्ति जैसे कई कारकों का परिणाम है, जिसने चांदी को निवेश के एक बेहद आकर्षक विकल्प के रूप में स्थापित किया है।
रिकॉर्ड तोड़ तेजी पर Silver Price: क्या हैं इस उछाल के पीछे के कारण?
वैश्विक Silver Price वृद्धि के मुख्य कारण
शुक्रवार के कारोबारी दिन, देश की राजधानी दिल्ली में चांदी के भाव में ₹9350 प्रति किलोग्राम की जबरदस्त उछाल दर्ज की गई, जिससे कीमतें ₹2,36,350 के चौंकाने वाले स्तर पर पहुँच गईं। पिछले एक सप्ताह के भीतर, यानी 19 दिसंबर से, चांदी की कीमत जो लगभग ₹2,04,100 पर कारोबार कर रही थी, अब ₹2,36,000 से ऊपर निकल चुकी है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। यह तेजी निवेशकों और विश्लेषकों दोनों का ध्यान आकर्षित कर रही है, जो इस मूल्य वृद्धि के दीर्घकालिक प्रभावों का आकलन कर रहे हैं।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी चांदी की कीमतों में जोरदार तेजी देखने को मिली है। स्पॉट सिल्वर पहली बार 75 डॉलर प्रति औंस के आंकड़े को पार कर गया है। इस दौरान कीमत में 3.72 डॉलर या लगभग 5.18 फीसदी की शानदार बढ़त दर्ज की गई, जिससे कारोबार के दौरान चांदी का भाव बढ़कर 75.63 डॉलर प्रति औंस के रिकॉर्ड लेवल पर पहुँच गया।
चांदी की कीमतों में आई इस अभूतपूर्व तेजी की सबसे बड़ी वजह औद्योगिक मांग का लगातार बढ़ना है। फैक्ट्रियों और तकनीकी सेक्टरों में चांदी की मांग तेजी से बढ़ी है। साथ ही, वैश्विक स्तर पर चांदी की उत्पादन सीमित होने और बढ़ती मांग ने इसकी कीमतों में बड़ा इजाफा लाने का काम किया है।
- सॉलिड-स्टेट बैटरी जैसे उभरते सेगमेंट में चांदी एक महत्वपूर्ण तत्व है।
- इलेक्ट्रिक वाहन (EV) और सौर ऊर्जा (Solar Energy) जैसे अत्याधुनिक क्षेत्रों में चांदी का व्यापक इस्तेमाल किया जाता है।
यही वजह है कि औद्योगिक मांग चांदी के भाव को लगातार सहारा दे रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि दुनिया में इस वक्त करीब 850 मिलियन औंस चांदी का उत्पादन हो रहा है, जबकि चांदी की कुल मांग 1.16 बिलियन औंस है। इसके अलावा, अमेरिका और वेनेजुएला के बीच बढ़ते तनाव से भी चांदी के निर्यात पर प्रभाव पड़ सकता है, जिससे आपूर्ति श्रृंखला बाधित होने की आशंका है। रियल-टाइम बिजनेस – टेक्नोलॉजी खबरों के लिए यहां क्लिक करें
निवेशकों के लिए भविष्य की राह
यह मौजूदा तेजी न केवल चांदी को एक मूल्यवान धातु के रूप में स्थापित करती है, बल्कि यह भविष्य की तकनीकी प्रगति में इसके महत्व को भी रेखांकित करती है। जैसे-जैसे दुनिया स्वच्छ ऊर्जा और उन्नत इलेक्ट्रॉनिक्स की ओर बढ़ रही है, चांदी की केंद्रीय भूमिका और इसकी मांग में वृद्धि जारी रहने की उम्मीद है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। यह स्थिति निवेशकों के लिए एक आकर्षक अवसर प्रस्तुत करती है, हालांकि विशेषज्ञों का यह भी मानना है कि बाजार में अस्थिरता बनी रह सकती है। इसलिए, किसी भी निवेश से पहले गहन शोध और वित्तीय सलाह लेना महत्वपूर्ण है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।



