बेगूसराय जिले के बखरी थाना क्षेत्र के कुख्यात अपराधी घाघरा पंचायत के बदिया गांव निवासी हीरागज यादव की रात को पुलिस हिरासत में संदेहास्पद परिस्थिति में मौत हो गई। इससे आक्रोशित लोगों ने थाने का घेर लिया। लोगों ने जमकर बवाल काटा।
इससे पूरा थाना छावनी में तब्दील हो गया। हालांकि पुलिस ने शुरुआती जांच में हार्ट अटैक से मौत की बात कहते हुए पुरे मामले की जांच कर रही है। घटना बखरी थाना की है। एसपी योगेंद्र कुमार ने जांच के आदेश दिए हैं।
घटना गुरूवार की रात की है। भूमि विवाद को लेकर दिन में हुई गोलीबारी और विरोधी के घर में आग लगाने के आरोप में पुलिस हीरागज यादव की हिरासत में लेकर देर शाम थाना लाई थी, जहां उसकी मौत हो गई।
जैसे ही परिजनों को मौत की खबर लगी, वे आक्रोशित ग्रामीण थाना पहुंचकर देर रात तक भारी बवाल काटते रहे। परिजनों ने पुलिस पर हीरा की हत्या करने का आरोप लगाया। जबकि पुलिस का कहना है कि आरोपी की मौत हार्टअटैक से हुई है।
हीरागज की मौत की सूचना मिलते ही परिजनों एवं ग्रामीणों ने बखरी थाना पहुंचकर जमकर हंगामा किया। इन लोगों का कहना है कि गुरुवार को दिन में जमीन विवाद को लेकर विवाद हुआ था। दूसरे पक्ष के लोगों ने गोलीबारी का आरोप लगा दिया। पुलिस इस मामले में हीरागज यादव को पकड़ कर ले गई।
एसपी योगेन्द्र कुमार का कहना है कि प्रथम दृष्टया मौत का कारण कार्डियक अरेस्ट प्रतीत होता है। जांच के आदेश दिए गए हैं। हीरागज यादव का आपराधिक रिकॉर्ड है। हत्या के मामले में वह सजायाफ्ता था। 12 साल जेल में रहकर कुछ महीने पहले ही छूटा था। परिवार के सदस्यों और मुखिया-सरपंच को सारी जानकारी दी गई है।
एसपी ने बताया कि एक व्यक्ति ने फोन कर सूचना दी थी कि हीरागज यादव ने उसके घर में आग लगा दी है। तब बखरी पुलिस हीरागज यादव को गिरफ्तार करके लाई थी। इस संबंध एफआईआर (क्रमांक 207/23) पंजीकृत की गई है।
परिजनों का आरोप है कि थाने में उसके साथ मारपीट की गई। रात को पुलिस ने विपक्षियों के साथ मिलकर उसे जहर देकर मार डाला गया। मामले की न्यायिक जांच होनी चाहिए। स्थानीय पुलिस का कहना है कि रात में वह थाना में बने चबूतरे पर बैठा था। इसी दौरान गिरकर बेहोश हो गया। उसे बखरी पीएचसी ले जाया गया। चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।
इधर, देखते ही देखते बखरी थाना छावनी में तब्दील हो गया। मौके की नजाकत को भांपते हुए जिला मुख्यालय से भारी पुलिस बल के अलावा दस थानों की पुलिस और पुलिस पदाधिकारियों को बखरी में तैनात कर दिया गया।
वहीं, रात के करीब एक बजे बखरी पहुंचे एसपी योगेंद्र कुमार ने हालत का जायजा लिया और पुलिस पदाधिकारियों से घटना की जानकारी ली और लोगों को समझा बुझाकर मामले को शांत कराया।