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7 अक्टूबर, 2024

यह पुल भी ना….ताश के पत्तों की तरह भरभरा कर गिरा निर्माणाधीन पुल

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बिहार में यह पहली बार नहीं हुआ कि पुल धराशाही हुआ है। यह सिलसिला अर्से से चल रहा है कि कभी बनने से पहले कभी बनने के तुरंत बाद कभी बनने के कुछ सालों के बाद पुल टूट जाता है।

ताजा मामला पूर्णिया का है जहां पुल बनने से पहले ही गिर गया है। ढलाई के दौरान एक बॉक्स ब्रिज भरभरा कर गिर पड़ा। निर्माणाधीन पुल की लागत 1.13 करोड़ बताई जा रही है।

जानकारी के अनुसार, मामला जिले के बायसी थाना क्षेत्र अंतर्गत चंद्रगामा पंचायत के मिलिकटोला हाट के पास का है जहां सलीम चौक पर बन रहे बॉक्स ब्रिज ढलाई के दौरान टूट कर गिर गया।

फटकी से बेरिया जाने वाली सड़क पर सलीम चौक के पास बन रहे चार पाया का बॉक्स ब्रिज की ढलाई शनिवार रात हो रही थी। तीन पाया तक ढलाई पहले ही हो चुका था और एक ही पाया का ढलाई होना बाकी था।

सेटरिंग कमजोर होने के कारण अचानक ढलाई के दौरान ही पुल टूट कर गिर गया। पुल टूटने से जान-माल का कोई नुकसान नहीं हुआ है। पढ़िए पूरी खबर

यहां ग्रामीण कार्य विभाग द्वारा 1 करोड़ 13 लाख की लागत से बॉक्स ब्रिज का निर्माण कार्य चल रहा था। शनिवार देर रात करीब 11 बजे बॉक्स ब्रिज की ढलाई की जा रही थी। तीन पाया तक ढलाई पहले ही हो चुका था और एक ही पाया का ढलाई बाकी रह गया था।

कमजोर सेटरिंग के कारण ढलाई के दौरान ये पुल एकाएक भरभरा कर गिर पड़ा। बायसी प्रखंड स्थित चंद्रगामा पंचायत के मिलिकटोला हाट के सलीम चौक पर यह हादसा हुआ।

वहां अफरा-तफरी मच गई। जैसे ही पुल ध्वस्त हुआ, वहां मौजूद संवेदक, मुंशी और मजदूर फरार हो गए। हालांकि इस हादसे में अब तक किसी के हताहत की खबर नहीं है।

इस मामले में सड़क विभाग के कार्यपालक अभियंता राकेश कुमार ने बताया कि इसकी जांच की जा रही है। जांच के बाद ही पता चल पाएगा कि पुल कैसे टूटा है। बता दें कि इससे पहले भी बायसी के चौन टोला में निर्माणाधीन पुल टूट कर गिर गया था।

स्थानीय लोगों की माने तो इस पुल के निर्माण में व्यापक अनियमितता हुई है। रात के अंधेरे में पुल की ढलाई और ताश के पत्ते की तरह टूट के गिर जाना इस बात को दर्शाता है। वहीं, पूर्व मंत्री और विधायक हाजी अब्दुस सुबहान मौके पर पहुंचे और टूटी पुल का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि इस मामले में कार्रवाई की जाएगी।

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