बेगूसराय से बड़ी खबर है जहां करंट की चपेट में आने से दो बच्चों की जिंदाजलकर मौत हो गई। हादसा मटिहानी थाना क्षेत्र के जिल्ला पुनर्वास गांव की है। जहां मनोज महतो के आठ वर्षीय पुत्र एमके आदर्श और तीन वर्षीय पुत्र आदर्श आनंद दुकान जाने के दौरान बिजली की नंगे तार की चपेट में आ गए और दोनों की दर्दनाक मौत हो गई।
बाद में घटना से आक्रोशित लोगों का गुस्सा बिजली विभाग पर फूट पड़ा। पावर ग्रिड के पास प्रदर्शन करते हुए आक्रोशित लोगों दोनों शवों के साथ मटिहानी प्रखंड कार्यालय के सामने बेगूसराय-खोरमपुर सड़क को जाम कर दिया।
जानकारी के अनुसार, घटना के बाद आक्रोशित लोगों ने बिजली विभाग के विरुद्ध नाराजगी जताते हुए जमकर हंगामा किया। परिजन घटना के बाद बिजली विभाग सहित जिला प्रशासन से मुआवजे की मांग पर अड़े थे।
मटिहानी थाने की पुलिस ने मौके पर पहुंचकर लोगों को समझने की कोशिश की। वहीं, इस संबंध में मृतक के पिता मनोज महतो ने बताया कि उन्होंने बच्चों को दुकान से टॉफी देकर भेज दिया था। वहीं, गांव के चुन्नी कुमार ने बिजली विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए बताया है कि लगातार शिकायत के बाद भी जर्जर तारों को ठीक नहीं किया गया।
जानकारी के अनुसार,बिजली के 440 वोल्ट का तार टूट कर पानी में गिरा हुआ था। दोनों भाई अपने घर से निकाल कर दुकान जा रहे थे। इसी दौरान दोनों तार के संपर्क में आ गए।दोनों बच्चे को छटपटाते देख लोगों ने किसी तरह लाइन कटवा कर उसे हटाया, लेकिन तब तक मौत हो चुकी थी।
बाद में बिजली विभाग की इस लापरवाही के खिलाफ लोग आक्रोशित हो गए तथा खरीदी में पावर ग्रिड के समक्ष शव के साथ जमकर प्रदर्शन किया। पावर ग्रिड के पास प्रदर्शन के बाद आक्रोशित लोग दोनों शव को लेकर मटिहानी प्रखंड कार्यालय के सामने आ गए तथा बेगूसराय-खोरमपुर सड़क को जाम कर दिया।
आक्रोशित लोग मृतक बच्चे के परिजनों को मुआवजा देने तथा दोषी बिजली विभाग के कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगे। घटना के बाद सिर्फ जिल्ला पुनर्वास गांव ही नहीं, आसपास के गांव के लोगों में भी बिजली विभाग के कुव्यवस्था के प्रति काफी आक्रोश है।