मणिपुर के चुराचंदपुर जिले में मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह आज शुक्रवार को एक कार्यक्रम को संबोधित करने वाले थे, लेकिन उससे एक दिन पहले ही वहां बवाल हो गया।
जानकारी के अनुसार,मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह आज शुक्रवार को चुराचांदपुर में एक जिम और खेल सुविधा केंद्र का उद्घाटन करने वाले थे। लेकिन, कार्यक्रम से एक दिन पहले रात में गुस्साई भीड़ कार्यक्रम स्थल पर पहुंची और जमकर उत्पात मचाया।
भीड़ ने वहां रखी सारी कुर्सियां और अन्य सामान तोड़ डाले। इसके बाद गुस्साये लोगों ने मंच को भी आग के हवाले कर दिया।
उग्र भीड़ ने मुख्यमंत्री के कार्यक्रम स्थल पर तोड़फोड़ की। साथ ही कार्यक्रम के लिए बनाये गये मंच को आग के हवाले कर दिया। हिंसा के बाद चुराचांदपुर में धारा 144 लागू कर दी गयी है। साथ ही इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गयी है। मणिपुर में बड़ी सभाओं पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है।
स्थानीय पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और भीड़ को तितर-बितर कर दिया, लेकिन इससे पहले ही भीड़ ने सैकड़ों कुर्सियां जला दीं और कार्यक्रम स्थल को नुकसान पहुंचाया। पुलिस ने कहा कि गुस्साई भीड़ ने न्यू लमका में ‘पीटी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स’ में नए स्थापित ‘ओपन जिम’ को आंशिक रूप से आग के हवाले कर दिया, जिसका उद्घाटन बीरेन सिंह शुक्रवार दोपहर को करने वाले हैं।
जनजातीय मंच का आरोप है कि राज्य सरकार इसके तहत चर्चों को गिराने की कोशिश कर रही है। ग्यारह अप्रैल को मणिपुर सरकार ने पूर्वी इंफाल में तीन चर्चों को यह कहकर ढहा दिया कि इन्हें अवैध रूप से बनाया गया था।
चर्च ढहाने के आदेश के खिलाफ मणिपुर हाई कोर्ट में याचिका भी दाखिल की गयी थी, लेकिन कोर्ट ने चर्च को ढहाने वाले फैसले पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था। क्योंकि वे साबित नहीं पाये कि उन्होंने चर्च के निर्माण के लिए कानूनी मंजूरी ली थी।
मंच ने दावा किया कि किसानों और अन्य आदिवासी निवासियों के आरक्षित वन क्षेत्रों को खाली करने के लिए चल रहे बेदखली अभियान का विरोध करते हुए सरकार को बार-बार ज्ञापन सौंपने के बावजूद सरकार ने जनता की समस्याओं को दूर करने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई।