एक बार फिर दिल्ली में पहलवानों का जमावड़ा जंतर मंतर पर हो चुका है। WFI अध्यक्ष ब्रजभूषण के खिलाफ भारतीय पहलवानों ने जंतर-मंतर पर धरने का ऐलान कर दिया है।
जानकारी के अनुसार,भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर यौन शोषण का आरोप लगा है मगर कार्रवाई नहीं हो रही।
दिल्ली के कनॉट प्लेस थाने में शिकायत हो चुकी है। मगर, पुलिस की कार्रवाई सुस्त है। पिछले प्रदर्शन के दौरान खिलाड़ियों को मिले आश्वासन पर अब तक कार्रवाई न होने से पहलवान नाराज हैं। पढ़िए ताजा खबर
देश के नामी ओलंपियन पहलवान रविवार को दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना देने से पहले शाम 4 बजे भारतीय पहलवानों ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की।
इस दौरान विनेश फोगाट, साक्षी और बजरंग पूनिया के साथ बैठे कई पहलवानों ने WFI के पूर्व अध्यक्ष ब्रजभूषण के खिलाफ हुंकार भर दी है। इस दौरान पहलवानों ने ऐलान किया है कि जब तक उन्हें न्याय नहीं मिल जाता है, वह यहां जंतर-मंतर पर धरने पर बैठे रहेंगे।
प्रेस वार्ता में विनेश फोगाट, साक्षी और बजरंग पूनिया के साथ बैठे पहलवानों ने कुश्ती संघ के खिलाफ हुंकार भरी और ऐलान किया कि जब तक न्याय नहीं मिलेगा तबतक वह यहीं जंतर-मंतर पर रहेंगे।
इस दौरान पहलवानों ने कहा कि उनके साथ सराकर ने धोखा किया है, एक महीने में कार्रवाई का भरोसा दिया गया था। लेकिन अब तीन महीने बाद भी जांच रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं की गई। हम कितने दिन इंतजार करें।
इसको लेकर एक पहलवान ने कहा कि सरकार ने पहलवानों को झूठा आश्वासन दिया। सरकार ने हमारे साथ धोख किया है। इससे पहले जब लोगों ने धरना दिया था तो धरना खत्म करवाते समय सरकार ने एक माह में आरोपितों के पर कार्रवाई की बात कही थी।
पहलवान साक्षी मलिक ने कहा कि हमने दो दिन पहले सीपी पुलिस थाने में शिकायत की थी। कोई सुनवाई नहीं हुई। सात लड़कियों ने एफआईआर की। एक लड़की नाबालिग है। पॉस्को के अंदर आती है। ढाई महीने हो गए, लेकिन समिति का कोई फैसला नहीं आया।
साक्षी मलिक ने कहा कि सेक्सुअल हैरेसमेंट का मामला था। भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ मामला है। मामले की सुनवाई नहीं हुई तो हम हारकर वापस यहां आने पर मजबूर हो गए। हमें लोग झूठे समझने लगे हैं। लोगों को लगता है कि हम झूठ बोल रहे थे।
हम अपना करियर, फ्यूचर और परिवार सब दांव पर लगा कर आए हैं, जिसके खिलाफ हम लड़ रहे हैं, वो बहुत स्ट्रॉन्ग है, कौन उनके साथ है, कौन नहीं आप बेहतर जानते हैं। कोई तीन महीना से सब से समय मांग रहे हैं, खेल मंत्री और मंत्रालय से भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। हम खत्म हो गए, इसीलिए धरना दे रहे हैं, लोग ये कह रहे हैं।