हाई वोल्टेज ड्रामा के बाद जयनगर रेलवे स्टेशन से मुंबई समेत देश के अन्य राज्यों के मदरसों में पढाई के लिए सैकड़ों की संख्या में जा रहे बच्चों व मौलवी से मदरसा की वस्तु स्थिति एवं संबंधित थाना क्षेत्र के पदाधिकारियों व पंचायत प्रतिनिधियों से पूछताछ करने के बाद पुलिस प्रशासन ने सभी बच्चों को छोड़ दिया। हालांकि मामले की सूचना पर माने जैसे भूकंप सा आ गया पढ़िए पूरी रिपोर्ट देशज टाइम्स पर
रेल पुलिस के साथ खुफिया एजेंसी के अधिकारी भी आए हरकत में
आकिल हुसैन मधुबनी देशज टाइम्स MADHUBANI NEWS । रेल पुलिस लोकल पुलिस जिला प्रशासन के अलावे खुफिया एजेंसी के अधिकारियों ने अपने स्तर से सभी बच्चों व मौलवियों से पूछताछ शुरू कर दी। लेकिन प्रशासन के द्वारा जांच प्रक्रिया पूरी होने के बाद सभी पहलुओं पर सत्य पाया। इधर सैकड़ों की संख्या में बच्चों की मौजूदगी से स्थानीय शशि भुषण सिंह नामक व्यक्ति के द्वारा सोशल मीडिया के माध्यम से जयनगर समेत विभिन्न इलाकों में लोगों को भ्रम भी फैलाया गया। लेकिन प्रशासन ने अपनी सूझबूझ से सभी जांच प्रक्रिया को पूरा करने के बाद सभी को छोड़ दिया।
ईद की छुट्टी में दूसरे राज्यों से आए थे बच्चे फिर लौट रहे मदरसा
जानकारी के अनुसार जयनगर रेलवे स्टेशन पर सोमवार की सुबह सैकड़ों की संख्या में मुंबई, दिल्ली एवं यूपी के विभिन्न मदरसों में पढ़ाई करने के लिए अररिया जिले के विभिन्न इलाकों से आये बच्चों को रेल पुलिस, रेलवे सुरक्षा बल जयनगर अनुमंडल प्रशासन एवं जयनगर थाना पुलिस दाधिकारियों ने सूचना के आधार पर सभी से पूछताछ शूरू कर दिया। ईद त्योहार समाप्त होने के बाद मदरसा का पुनः संचालित होने के बाद बच्चे पुनः उक्त मदरसा में पढ़ने के लिए अपने इलाके से मौलवी के माध्यम से जा रहे हैं।
मौलवी ने बताया, अररिया से ट्रेन नहीं रहने के कारण जयनगर आना मजबूरी
मौलवी ने बताया कि भीषण गर्मी के कारण अररिया से ट्रेन नहीं रहने के कारण मदरसा के मौलवी आसानी से मदरसा तक जाने के लिए जयनगर से ट्रेन पकड़ने के लिए आ जाते हैं। ताकि सीट आसानी से मिल सके। बच्चों की संख्या अधिक होने के कारण पुलिस व जांच ऐजेंसियों के पदाधिकारियों के द्वारा घंटों पूछताछ के बाद सभी मदरसा के मौलवी से संपर्क कर सभी प्रकार की जानकारी लेने के बाद बच्चों एवं मौलवियों से सभी प्रकार के कागजात जमा लेने के बाद उसे को छोड़ दिया गया।
पुलिस, रेल थाना, आरपीएफ हर स्तर के अधिकारी जुटे तहकीकात में
जांच के लिए जयनगर एसडीओ शंकर शरण ओमी,जयनगर प्रभारी डीएसपी पुष्कर कुमार,जयनगर थानाध्यक्ष सत्य नारायण सारंग,सर्किल इंस्पेक्टर योगेन्द्र रविदास, रेल थाना अध्यक्ष विनोद राम,आरपीएफ प्रभारी नागेंद्र सिंह,बीडीओ श्रीमती चंद्रकांता,सीओ संतोष कुमार,लेबर इंस्पेक्टर विष्णुधर शर्मा, चाइल्ड लाइन सब सेन्टर जयनगर के सुवीता देवी,मधुबनी एडीसीपी पूनम कुमारी के अलावे खुफिया एजेंसी के पदाधिकारियों ने अपने अपने तरीके से जांच प्रक्रिया पूरी की।
डीएसपी ने बताया, बच्चों की संख्या थी अधिक, जांच था जरूरी
डीएसपी ने बताया कि ईद पर्व को लेकर सभी मदरसों में छूट्टी समाप्त होने के बाद अपने अपने मदरसा के लिए सभी बच्चों को अररिया से मुंबई के लिए ट्रेन नहीं होने व आसानी से ट्रेन में सीट को लेकर जयनगर रेलवे स्टेशन से जयनगर मुंबई के बीच चलने वाली जन साधारण एक्सप्रेस से यात्रा करने के लिए लाया गया है। बच्चों की संख्या अधिक होने के कारण वरीय पदाधिकारियों के सूचना पर सभी बच्चों के घर एवं मदरसा की जांच करने के बाद जरूरी कागजात जमा करने के बाद सभी को छोड़ दिया गया है।
बिहार में शिक्षा की गिरावट का यह बेहतरीन नमूना
बिहार में शिक्षा के स्तर में भारी गिरावट के कारण मजदूर के साथ बच्चों को भी किसी अन्य राज्यों में पढाई के लिए अभिभावक के द्वारा भेजा जाता है। अगर राज्य में शिक्षा व्यवस्था ठीक होता तो आज ये बच्चों को राज्य से बाहर नहीं भेजा जाता। गरीब परिवार होने के कारण अभिभावक अपने बच्चों को किसी मौलवी के माध्यम से बिहार के अलावे अन्य राज्यों में पढाई के लिए भेज देते हैं। बच्चों की संख्या पूरी कर मौलवी एक साथ जिस इलाके से ट्रेन से यात्रा करने में आसानी हो वैसे रेलवे स्टेशन पहुंच कर ट्रेन पकङने का कोशिश करते हैं।madhubani-news-madarso-me-ka-ra-he-bacho-ko-pakra
You must be logged in to post a comment.