मुंबई। महाराष्ट्र में वर्षाजनित विभिन्न हादसों में अब तक 113 लोगों की मौत हो चुकी है और 50 लोग घायल हैं, जबकि 100 से अधिक लोग अभी (maharashtra : 113 dead and 50 injured in rain incident) भी लापता हैं।
एनडीआरएफ की 34 टीमें, एसडीआरएफ की 06, सेना की 10, भारतीय तटरक्षक बल की 03 टीमों ने राज्य के 11 जिलों में राहत एवं बचाव अभियान चलाते हुए 1,35,313 लोगों की जान बचाई। रत्नागिरी के चिपलून और मुंबई को जोड़ने वाली वशिष्टि नदी का पुल बह जाने से यहां का सड़क मार्ग से संपर्क टूट गया है।
राज्य के आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार रायगढ़ जिले में 52 लोगों की मौत हुई है, 28 लोग घायल हुए हैं तथा 53 लापता हैं। यहां 33 जानवर भी मरे हैं। रत्नागिरी में 21 लोगों की मौत हुई है, 07 घायल हैं तथा 14 लोग लापता हैं। यहां 115 जानवरों की मौत हुई है। कोल्हापुर में 07 लोगों की मौत,एक घायल और 27 जानवरों की मौत हुई है। सातारा में 13 लोगों की मौत, 27 लापता तथा 3024 जानवरों की मौत हुई है।
सांगली जिले में 13 जानवरों की मौत हुई है। सिंधुदुर्ग में 0 2 लोगों की मौत, 02 घायल और एक व्यक्ति लापता है। मुंबई में 4 लोगों की मौत, 07 लोग घायल हुए हैं। पुणे में 02 लोगों ने जान गंवाई है, जबकि 06 जानवरों की मौत हुई है। ठाणे जिले में 12 लोगों की मौत, 06 घायल, 04 लोग लापता हैं। यहां 10 जानवरों की मौत हुई है। इस तरह वर्षाजनित विभिन्न हादसों में अब तक 113 लोगों की मौत, 50 घायल और 100 लोग लापता हैं। इन घटनाओं में 3228 जानवरों की मौत हुई है।
रत्नागिरी जिले में 1200, सातारा जिले में 5656, ठाणे जिले में 6930, कोल्हापुर जिले में 40882, सांगली जिले में 78111, पुणे जिले में 263, रायगढ़ जिले में 1000 और सिंधुदुर्ग जिले में 1271लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है। प्रभावित लोगों के लिए राज्य सरकार की ओर से 5 जगह रहने की वैकल्पिक व्यवस्था की गई है। यहां से पीड़ितों को भोजन, पानी एवं अन्य जरूरी सामान उपलब्ध करवाए जा रहे हैं।