जाने माने बिजनेसमैन अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस कैपिटल बिक गई है? रिपोर्ट में दावा किया गया है कि हिंदुजा ग्रुप रिलायंस कैपिटल के लिए एकमात्र बोली लगाई है और इसने 9,650 करोड़ रुपए की पेशकश (Ambani’s company Reliance Capital was sold!) की है।
मुकेश अंबानी के भाई अनिल अंबानी भी अपने भाई की तरह व्यापार की बुलंदियों को पार करने में लगे हैं। इस बीच ही अनिल अंबानी की कर्ज में डूबी कंपनी रिलायंस कैपिटल को सहारा मिल गया है।
माना जा रहा है कि, हिंदुजा ग्रुप ने रिलायंस कैपिटल के लिए एकमात्र बोली पेश की है, जिससे पता लगाया जा सकता है कि, कंपनी बिक गई है।
हिंदुजा ग्रुप ने पहले राउंड के दौरान 9,510 करोड़ का ऑफर पेश किया। और, इसे 9,650 करोड़ रुपये दूसरे राउंड तक ले गया। इसके बाद किसी ने काउंटर बोली पेश नहीं की, जिस कारण ये सबसे ज्यादा बोली लगाने वाला एकमात्र बिडर था। बता दें कि हिंदुजा की पेशकश उधारदाताओं के लिए 41 फीसदी की कर्ज वसूली के बराबर है।
अनिल अंबानी की कर्ज में डूबी कंपनी के दूसरे राउंड की बोली हो चुकी है। कई बोलीदाता इसे खरीदने के रेस में शामिल थे, लेकिन एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि हिंदुजा ग्रुप ने रिलायंस कैपिटल के लिए एकमात्र बोली पेश की है. इसने 9650 करोड़ रुपये की पेशकश की है।
हिंदुजा समूह की कंपनी इंडसइंड इंटरनेशनल होल्डिंग्स रिलायंस कैपिटल ने इसे खरीदने के लिए 9,650 करोड़ का अग्रिम नकद प्रस्ताव दिया है। वहीं इस नीलामी में दो और कंपनियां शामिल थी, जिसने बोली तक जमा नहीं की है। हिंदुजा के अलावा इस रेस में टोरेंट इन्वेस्टमेंट्स और ओकट्री कैपिटल शामिल थीं। इन दोनों ने बोलियां जमा नहीं कीं, हालांकि उन्होंने पहले संकेत दिया था कि वे इस प्रक्रिया में भाग लेंगे।
इकनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक टोरेंट ने मॉक ऑक्शन ड्रिल में बुधवार को शमिल था और नीलामी से पहले चर्चा में भी शामिल था, पर इसने बोली सबमिट नहीं की। कर्जदाताओं की ओर से नीलामी में भाग लेने के लिए 9,500 करोड़ रुपये की सीमा निर्धारित की थी, जिसमें अग्रिम नकदी के रूप में न्यूनतम 8,000 करोड़ रुपये शामिल थे।