मशहूर गायक और संगीतकार बप्पी लाहिड़ी (69) का निधन हो गया। लोगों को डिस्को म्यूजिक के लिए दीवाना बनाने वाले बप्पी लाहिड़ी ने मंगलवार रात 11 बजे जुहू स्थित क्रिटी केयर अस्पताल में आखिरी सांस ली ।
वह अपनी आवाज के अलावा भारी भरकम सोने के गहने पहनने के कारण अलग पहचान रखते थे। बप्पी दा के निधन से फिल्म जगत में शोक की लहर है। क्रिटी केयर अस्पताल की घोषणा का इंतजार किया जा रहा है।

ओएसए से पीड़ित बप्पी दा ने 29 दिनों तक लड़ी मौत से जंग

जानकारी के अनुसार, डिस्को किंग और म्यूजिक डायरेक्टर बप्पी लाहिरी का बुधवार को 69 साल की उम्र में निधन हो गया। डॉक्टरों के मुताबिक, बप्पी दा की मौत की वजह ऑब्स्ट्रक्टिव स्लीप एपनिया (ओएसए) के चलते हुई है।
बप्पी लाहिरी का मुंबई के जुहू स्थित क्रिटीकेयर अस्पताल में ट्रीटमेंट चल रहा था। वह बीते 29 दिनों से अस्पताल में भर्ती थे। हालांकि, सोमवार को उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई थी, लेकिन अगले ही दिन फिर से तबियत बिगड़ने की वजह से उन्हें वापस अस्पताल में दाखिल करवाना पड़ा था।
वह पिछले वर्ष कोरोना संक्रमित हुए थे। तब उन्हें ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वह कोरोना को मात देकर घर लौट आए थे। मगर कुछ दिन पहले कोरोना ने उन्हें फिर गिरफ्त में ले लिया। उनका इलाज क्रिटी केयर अस्पताल में हो रहा था। बप्पी दा ने 1980 से 2000 तक अपने संगीत से लोगों को मंत्रमुग्ध किया। उन्होंने किशोर कुमार, लता मंगेशकर, आशा भोसले, ऊषा उथुप, सुरेश वाडकर, सुदेश भोसले आदि गायकों और संगीतकारों के साथ काम किया।

देश में डिस्को म्यूजिक से युवाओं को दीवाना बनाने वाले बप्पी दा अपने हाथों और अंगुलियों में भी सोने की अंगूठी और कड़े पहनते थे। बप्पी लाहिड़ी अमेरिकन रॉक स्टार एल्विस प्रेसली के बड़े फैन थे। एल्विस अपनी परफॉर्मेंस के दौरान हमेशा सोने की चेन पहना करते थे। एल्विस को देखकर बप्पी दा ने भी सोचा कि जब वो कामयाब होंगे तो अपनी अलग पहचान बनाएंगे। और कामयाब होकर बप्पी दा ने सोना पहना। सोने की इसी दीवानगी से उन्हें इंडिया का गोल्ड मैन तक कहा गया।

बप्पी दा के रॉक और डिस्को म्यूजिक पर आज भी लोग थिरकने को मजबूर हो जाते हैं। वह फिल्म इंडस्ट्री में दो तरह का म्यूजिक कंपोज करने के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने अपने करियर में कई हिट सॉन्ग गाए। साथ ही कई रिएलिटी शो में बतौर जज शामिल हुए। बप्पी दा ने सत्तर के दशक में सिल्वर स्क्रीन पर उभरे और अस्सी के दशक तक छाए रहे।
2014 में बप्पी लाहिड़ी के पास 754 ग्राम सोना, 4.62 किलोग्राम चांदी और 4 लाख रुपए के हीरे थे। हालांकि अब उनकी इस संपत्ति में बदलाव हो गया होगा। बप्पी दा की ही तरह उनकी पत्नी चित्रानी लाहिड़ी भी सोने और हीरों की शौकीन हैं।
उन्होंने मिथुन चक्रवर्ती के करियर को लॉन्च किया। बप्पी दा का बचपन से ही म्यूजिक की तरफ रुझान रहा। उन्होंने बचपन में तबला बजाना सीखा। बप्पी दा के गाए गीत- बंबई से आया मेरा दोस्त…, आई एम ए डिस्को डांसर…, जूबी-जूबी…, याद आ रहा है तेरा प्यार…, यार बिना चैन कहां रे…, तम्मा तम्मा लोगे… हमेशा लोगों की जुबां पर रहेंगे।
बप्पी दा का इलाज कर रहे डॉक्टर दीपक नामजोशी ने बताया, ‘उन्हें फेफड़ों की बीमारी रहती थी। वह पिछले एक, सवा साल से ऑब्स्ट्रक्टिव स्लीप एपनिया (ओएसए) से पीड़ित थे। इस बीमारी के वजह से वह कई बार वह अस्पताल में दाखिल हुए, लेकिन, तबीयत संभलने पर हर बार उन्हें छुट्टी दे दी जाती थी। एक बार तो उन्हें 18 दिन तक आईसीयू में भी रखना पड़ा था।
डॉक्टरों के मुताबिक, ऑब्स्ट्रक्टिव स्लीप एपनिया (ओएसए) ऐसी बीमारी है, जिसके बारे में हममें से ज्यादातर लोग कम ही जानकारी रखते हैं। हालांकि यह एक कॉमन समस्या है। ओएसए नींद से जुड़ी एक समस्या है, जिसमें सोते समय कई बार सांस रुक जाती है और फिर अपने आप चलनी शुरू हो जाती है। यह स्थिति कुछ सेकेंड्स से लेकर 1 मिनट तक की हो सकती है। इस दौरान गले की मांसपेशियां ढीली पड़ जाती हैं, जिसकी वजह से ऑक्सीजन के बहाव में रुकावट पेश आती है। इसी वजह से सो रहा व्यक्ति तेज-तेज खर्राटे लेने लगता है।
ओएसए के लक्षण
ओएसए से पीड़ित व्यक्ति नींद के दौरान बहुत तेज खर्राटे लेता है। हालांकि, डॉक्टरों का यह भी कहना है कि ऊंची आवाज में खर्राटे लेने की हर समस्या इससे जुड़ी नहीं हो सकती है, लेकिन इस बीमारी से पीड़ित लोगों में खर्राटे की समस्या प्रमुख रूप से देखी गई है।
ओएसए से पीड़ित व्यक्ति को सोते समयअचानक सांस रुकना और बेचैनी महसूस हो सकती है। सोते समय अचानक घुटन और हांफने जैसी समस्या हो सकती है, जिससे अचानक नींद खुल सकती है। गले में खराश और अक्सर मुंह सूखने जैसी परेशानी भी ओएसए से पीड़ित लोगों में देखी जा सकती है।
ओएसए से पीड़ित लोगों को दिन में भी बार-बार नींद आने की शिकायत रहती है। इसकी वजह ये भी मानी जाती है कि रात में सांसों के अटकने से कई बार उनकी नींद खुलती है और वे सही तरीके से नहीं सो पाते। इसके अलावा ऐसे लोगों में सुबह के वक्त सिर में दर्द, हाई ब्लड प्रेशर, तनाव, मूड स्विंग, अत्यधिक थकान, चिड़चिड़ापन जैसे लक्षण भी देखे गए हैं।
क्यों होती है ओएसए की समस्या ?
ओएसए की समस्या आम तौर पर मोटापा, सांस नली में सिकुड़न, हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज से परेशान लोगों में ज्यादा होती है। कुछ मामलों में दमा के पीड़ित लोग भी इसका शिकार हो सकते हैं। इसलिए जब भी ऐसी कोई परेशानी दिखाई दे तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए