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21 जून, 2024
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BIG NEWS : बिहार विधानसभा परिसर में शराब की बोतलें मिलने के बाद बड़ी कार्रवाई, फिंगर प्रिंट जांच के साथ लगी पूरी फोरेंसिक टीम, उत्पाद लैब में भी होगी जांच, डीजीपी SK Singhal एक्शन में, पढ़िए पूरी खबर

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बिहार में शराबबंदी को लेकर कई तरह की खबरें आ रही है। जहां एक ओर खुलेआम लोग शराब का सेवन कर रहे। (During Bihar assembly, liquor bottles were found in the premises, CM Nitish furious, there will be investigation) बॉर्डर पर फोर्स की तैनाती होने के बावजूद बिहार में शराब लाया जा रहा।

 

वहीं, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सरकारी कार्यालय के बाहर शराब की बोतलें पाई जा रही। आज सुबह ही विधानसभा परिसर के बाहर शराब की बोतलें मिली है। जिससे हड़कंप मच गया है। परिसर के बाहर कचरे में शराब की खाली बोतलें मिली हैं। इसके बाद नीतीश सरकार फुल एक्शन में है। पढ़िए पूरी खबर :

BIG NEWS : बिहार विधानसभा परिसर में शराब की बोतलें मिलने के बाद बड़ी कार्रवाई, फिंगर प्रिंट जांच के साथ लगी पूरी फोरेंसिक टीम, उत्पाद लैब में भी होगी जांच, डीजीपी SK Singhal एक्शन में, पढ़िए पूरी खबर
BIG NEWS : बिहार विधानसभा परिसर में शराब की बोतलें मिलने के बाद बड़ी कार्रवाई, फिंगर प्रिंट जांच के साथ लगी पूरी फोरेंसिक टीम, उत्पाद लैब में भी होगी जांच, डीजीपी SK Singhal एक्शन में, पढ़िए पूरी खबर

विधानसभा परिसर में शराब की बोतल मिलने के बाद विधानसभा में जो हंगामा शुरु हुआ। इसको लेकर सीएम नीतीश कुमार ने सदन में गहरी नाराजगी जताई है। नीतीश कुमार विधानसभा में इस मामले पर भड़के हुए नजर आए। वहीं उन्होंने बड़ा एक्शन लेते हुए पूरे अमले को इस कांड के पीछे लगा दिया है। आखिर, विधानसभा में बोतलें किसने फेंकी इस सवाल को लेकर सरकार पसोपेश में है। इसको लेकर नीतीश सरकार ने बड़ा एक्शन लिया है। अब फिंगर प्रिंट जांच हो रही है। इसके लिए पूरी फोरेंसिक टीम को लगाया गया है। वहीं, उत्पाद लैब में भी पड़ताल चल रही है।

सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि अगर विधानसभा परिसर में शराब की खाली बोतल मिली है तो यह बेहद गंभीर मामला है। विधानसभा अध्यक्ष तुरंत इस मामले में इजाजत दें। हम जांच कराने के लिए तैयार हैं। अभी तुरंत विभाग के प्रिंसिपल सेक्रेटरी से लेकर डीजीपी और होम सेक्रेट्री सभी को निर्देश दिया जाएगा कि दोषी के ऊपर तुरंत एक्शन लिया जाएगा।

विधानमंडल में चल रहे शीतकालीन सत्र में विधानसभा परिसर में पड़ी शराब की खाली बोतलों पर अब सियासी उफान जोरों पर है। इसके बाद से वहां हड़कंप मच गया।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक ओर शराबबंदी को लेकर ठोस से ठोस कदम उठा रहे। किसी भी कीमत पर इस कानून को वापस न लेने की बात कर रहे। वहीं उनके ही कार्यालय के बाहर शराब की बोतलें मिल रही। बता दें कि बिहार में शराबबंदी कानून को लेकर पहले से ही सरकार विपक्ष के निशाने पर है।

शादी समारोह से लेकर सभी होटलों में शराब की चेकिंग की जा रही। वहीं  विधानसभा परिसर में शराब की बोतलें मिलने पर क्या एक्शन लेंगे नीतीश कुमार। यह सोचने की बात है। इतनी सिक्योरिटी होने के बाद भी खुलेआम शराब का सेवन हो रहा और सरकार के कार्य आवासों पर ही खाली बोतलों को फेंक दिया जाता।

इसके बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव भी सदन में उठ खड़े हुए। तेजस्वी ने कहा कि वह इस बात की जानकारी दे रहे हैं कि परिसर में शराब की बोतले मिले हैंद्ध तेजस्वी के इतना कहने के बाद नीतीश ने तुरंत जवाब दिया कि अगर किसी मामले को वह सोशल मीडिया के जरिए कहेंगे तो उसका नोटिस नहीं लिया जाएगा।

सीएम नीतीश कुमार ने कहा, तेजस्वी यादव को शायद मेरा स्वभाव नहीं पता है, जो भी पत्र लिखना है वह सीधे मुझे लिखें। मीडिया या सोशल मीडिया में आने के बाद हम उसका नोटिस नहीं लेते। काफी देर तक नीतीश और तेजस्वी के बीच बहस होती रही।

इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने इस मामले पर कार्रवाई का आदेश दिया. अध्यक्ष ने कहा कि सरकार इस मामले की जांच कराए और जो भी दोषी पाए जाते हैं, उनपर कार्रवाई की जाए।

इसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तुरंत अपने चैम्बर में चले गए। उन्होंने प्रधान सचिव चंचल कुमार को बुलाया। कुछ देर तक बातचीत करने के बाद सीएम ने तुरंत इस मामले की जांच का आदेश दिया।

शराब की खाली बोतलों से फिंगर प्रिंट उठाये जा रहे हैं। फोरेंसिक टीम उसकी जांच कर रही है। उत्पाद विभाग की प्रयोगशाला में खाली बोतल जाचें जा रहे हैं। ऐसा भी नहीं है कि शराब की इन बोतलों का किसी हत्या, लूट या अपहरण जैसी किसी आपराधिक वारदात से कोई संबंध है लेकिन बिहार की सरकार और पुलिस शराब की खाली बोतल का पोस्टमार्टम तक करके ये जानेगी कि बोतल की शराब को किसने पिया और फिर किसने उसे फेंका।

शराब की सुराग तलाशते दिखे डीजीपी

बिहार पुलिस के डीजीपी एसके सिंघल (SK Singhal) समेत कई वरिष्ठ अधिकारी और बिहार पुलिस के जवान विधानसभा पहुंचे और चप्पे-चप्पे की छानबीन करने में जुट गए। डीजीपी कचरे के ढेर के बीच शराब की सुराग तलाशते दिखे। वहीं, जब उनसे इस संबंध में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि विधानसभा परिसर में जिस जगह पर शराब की बोतल मिली वहां पर सीसीटीवी नहीं है। ऐसे में जांच करना थोड़ा मुश्किल है। लेकिन फिर भी पूरे मामले की जांच की जा रही है।

बिहार विधानसभा के कैंपस में आज शराब की खाली बोतलें फेंकी हुई नजर आई। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को किसी ने इसकी जानकारी दी। तेजस्वी यादव मौके पर पहुंचे और फिर सीधा मुख्यमंत्री को दोषी करार दिया। तेजस्वी बोले कि नीतीश के चेंबर से 50 मीटर की दूरी पर शराब की बोतलें फेंकी हुई मिली है कसूरवार तो सीधे नीतीश हैं। तेजस्वी ने सदन के अंदर भी मामला उठाया और सीधे नीतीश कुमार को जिम्मेवार बताया। तेजस्वी ने कहा कि किसी के घर से शराब मिलने पर तो सरकार उस घर को जब्त कर लेती है क्या विधानसभा को भी सील कर दिया जाएगा।

तेजस्वी के आरोपों से पहले तो सरकार ने पल्ला झाड़ने की कोशिश की। संसदीय कार्य मंत्री विजय चौधरी ने कह दिया कि विधानसभा कैंपस के मालिक को स्पीकर होते हैं सरकार नहीं। लेकिन नीतीश तिलमिलाये उन्होंने कहा कि ये तो बहुत गंभीर मामला है और वे ऐसा करने वालों को छोड़ेंगे नहीं। नीतीश कुमार ने कुछ ही मिनटों में बिहार के डीजीपी और मुख्य सचिव को विधानसभा के अपने चैंबर में तलब कर लिया। दोनों को फरमान जारी हुआ-हर हाल में शराब की खाली बोतल का राज पता लगाइए।

नीतीश कुमार का फरमान सुनकर बिहार के डीजीपी एसके सिंघल बाहर निकले तो मीडिया ने उन्हें रोका। पूछा-शराब की खाली बोतल पर क्या कार्रवाई की जा रही है। डीजीपी बोले-हम और मुख्य सचिव साहब यहां आये हैं। जहां पर शराब की खाली बोतलें मिली थीं उस स्थान को घेर कर बोतलों को जब्त कर लिया गया है। शराब की खाली बोतलों की फोरेंसिक साइंस लेबोरेट्री में जांच करायी जा रही है। इसके अलावा उत्पाद विभाग की भी एक लैब यानि प्रयोगशाला है। वहां से भी शराब की खाली बोतलों की जांच करायी जायेगी। उत्पाद विभाग की लैब से भी संपर्क साधा गया है।

शराब की खाली बोतलें मिलने के बाद जांच के आदेश दिए गए हैं। इसके बाद अब बोतलें से फिंगर प्रिंट निकाले जाएंगे। इतना ही नहीं अब बल्कि फोरेंसिक टीम भी उस खाली शराब की बोतलें की जांच कर रही है। उत्पाद विभाग की प्रयोगशाला में खाली बोतलों को जांच किया जा रहा है।

शराब की खाली बोतल पर क्या कार्रवाई की जा रही है इसके जवाब में बिहार के डीजीपी ने कहा कि हम और मुख्य सचिव साहब यहां आ चुके है। जहां पर शराब की खाली बोतलें मिली थीं, उस स्थान को घेर कर बोतलों को जब्त कर लिया गया है। शराब की खाली बोतलों की फोरेंसिक साइंस लेबोरेट्री में जांच के लिए भेज दिया गया है। जांच के रिजल्ट आने के बाद कार्यवाई की जाएगी।

डीजीपी ने कहा कि उनकी पुलिस ने पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है। जांच का रिजल्ट आएगा तो लोगों को बता दिया जायेगा कि ये क्या मामला है? डीजीपी ने बताया कि पुलिस ने उस जगह को देखा है जहां शराब की खाली बोतलें मिली हैं।वहां सीसीटीवी कैमरा नहीं लगा है लेकिन थोड़ी दूर पर सीसीटीवी कैमरे हैं। उनके फुटेज को देखा जाएगा।

मुख्यमंत्री का फरमान सुनकर बाहर निकले बिहार के मुख्य सचिव त्रिपुरारी शरण ने कहा है कि किसी मकसद से ही शराब की बोतलें यहां फेंकी गयी है। सरकार सारे पहलु की जांच करेगी। ये कोई सामान्य घटना तो है नहीं। हम इसकी पूरी जांच करायेंगे।

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