Jammu Border Security: सर्दियों में सरहद पर मुस्तैदी किसी तपस्या से कम नहीं, जहां बर्फीली हवाएं और घना कोहरा दुश्मन की राह आसान करने की कोशिश करते हैं, लेकिन भारत के जवान हर चुनौती का सामना करने को तैयार हैं। जम्मू के मरह क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) हाई अलर्ट पर है। साल 2025 के अंत तक यह मुस्तैदी जारी है, और घने कोहरे व भीषण सर्दी के बावजूद उत्तरी सीमा की सुरक्षा के लिए जवान डटे हुए हैं। सीमा पर गश्त कर रहे बीएसएफ अधिकारियों ने बताया कि सर्दियों में कई चुनौतियों का सामना करने के बावजूद, वे घुसपैठ रोकने के लिए सभी आवश्यक उपकरणों से लैस हैं। एक बीएसएफ अधिकारी ने कहा, “हमें चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, लेकिन हमारे पास उनसे निपटने के लिए सभी आवश्यक उपकरण हैं। हमारे पास रेनकोट, कोल्ड-प्रूफ जैकेट और 24×7 अलर्ट सिस्टम है। किसी भी परिस्थिति में, हम घुसपैठियों से निपटने के लिए तैयार हैं।” आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
इसी तरह की भावना व्यक्त करते हुए, एक अन्य बीएसएफ अधिकारी ने बताया कि अत्यधिक ठंड में रात में गश्त करना वाकई चुनौतीपूर्ण है, क्योंकि कोहरा पूरे क्षेत्र को ढक लेता है और दृश्यता कम कर देता है। हालांकि, उन्होंने जोर देकर कहा कि वे ऐसी परिस्थितियों का सामना करने के लिए आवश्यक उपकरणों से लैस हैं। अधिकारी ने बताया, “रात में बहुत ठंड हो जाती है और पूरा इलाका कोहरे से ढक जाता है, जिससे देखना मुश्किल हो जाता है। लेकिन हमारी गश्त निर्बाध जारी है। हमारे पास ऐसे उपकरण हैं जिनसे हमें इलाका देखने में मदद मिलती है, इसलिए कोई समस्या नहीं है।”
जम्मू बॉर्डर सिक्योरिटी: सीमा पर हर चुनौती से निपटने को तैयार जवान
इस बीच, आगामी गणतंत्र दिवस समारोह से पहले, सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने कश्मीर सीमा के दुर्गम इलाकों और जम्मू की महत्वपूर्ण सुरक्षा चौकियों के साथ-साथ भारत-पाकिस्तान सीमा और नियंत्रण रेखा (एलओसी) से लगे राजस्थान के विशाल रेगिस्तानी इलाकों में ‘ऑपरेशन सर्द हवा’ नामक एक विशेष अभियान शुरू करने की तैयारी कर ली है। इस ऑपरेशन का प्राथमिक उद्देश्य घुसपैठ के संभावित प्रयासों का पता लगाना है, खासकर ऐसे समय में जब घुसपैठिए घने शीतकालीन कोहरे के कारण कम दृश्यता का फायदा उठाने की कोशिश करते हैं।
बीएसएफ अधिकारियों के अनुसार, यह महत्वपूर्ण सैन्य अभ्यास अगले महीने उचित समय पर शुरू किया जाएगा और जनवरी के अंत तक जारी रहेगा। इसका मुख्य लक्ष्य गणतंत्र दिवस समारोह से पहले इस महत्वपूर्ण अवधि के दौरान सीमा सुरक्षा को अभेद्य बनाना और मजबूत करना है। ‘ऑपरेशन सर्द हवा’ बीएसएफ द्वारा जम्मू और कश्मीर तथा राजस्थान में भारत-पाकिस्तान सीमा के साथ किया जाने वाला एक वार्षिक शीतकालीन सुरक्षा अभ्यास है। इसमें कश्मीर क्षेत्र के चुनौतीपूर्ण इलाके, जम्मू में प्रमुख सुरक्षा चौकियां और थार रेगिस्तान शामिल हैं, जिसमें अंतर्राष्ट्रीय सीमा (आईबी) और नियंत्रण रेखा (एलओसी) के महत्वपूर्ण हिस्से भी शामिल हैं। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें। यह अभियान सुनिश्चित करता है कि हमारी सीमाएं किसी भी नापाक इरादे से सुरक्षित रहें। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
‘ऑपरेशन सर्द हवा’: गणतंत्र दिवस से पहले अलर्ट
यह अभियान न केवल घुसपैठ को रोकने में मदद करता है बल्कि सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति और सुरक्षा बनाए रखने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। अत्यधिक ठंड और चुनौतीपूर्ण मौसम के बावजूद, बीएसएफ के जवान अपनी ड्यूटी पर अडिग हैं, और देश की सुरक्षा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता हर कदम पर दिखाई देती है। यह भारतीय सीमा सुरक्षा की एक और मिसाल है, जो यह दर्शाती है कि हमारे जवान हर परिस्थिति में देश की रक्षा के लिए तत्पर हैं।






