बिहार में जहरीली शराब से मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। नालंदा में जहरीली शराब से 13 लोगों की मौत का मामला ठंडा भी नहीं हुआ कि छपरा में सात लोगों की संदिग्ध मौत से ठंड और शराब के बीच कॉकटेल हो गई।
जानकारी के अनुसार, छपरा के मकेर थाना क्षेत्र में सात लोगों की संदेहास्पद मौत से दहशत का माहौल हो गया है। परिजनों का दावा है, मौत शराब पीने से हुई। वहीं, पुलिस और प्रशासन शराब से मौत की बात से इनकार करते कह रहे, यह ठंड से मौत हुई है। मगर, सवाल यही, एक साथ तीन दिनों में सात लोगों की ठंड से मौत हो सकती है क्या…?
मिली जानकारी के अनुसार, छपरा के अमनौर में 6 लोगों की संदिग्ध परिस्थितयों में मौत का मामला सामने आया है। मोहम्मद ईशा के शव को पुलिस ने कब्जे में लिया है। प्रभावित इलाकों में उत्पाद विभाग की टीम पहुंची। उत्पाद अधीक्षक मामले की जांच कर रहे हैं।
मुख्यालय ने जांच रिपोर्ट मांगी है। वहीं, मढ़ौरा के डीएसपी इस घटना को अफवाह बता रहे हैं। वही मृतक रामनाथ राय की पत्नी लालती देवी ने बताया कि काम से लौटने के बाद जनता बाजार में 60 वर्षीय रामनाथ ने शराब पी ली थी। इसके बाद उनकी तबीयत बिगड़ने के बाद मौत हो गयी।
बुधवार की अहले सुबह मो. इशा ने भी उसी इलाके में शराब पी थी जिसके बाद उनकी भी तबीयत बिगड़ गयी थी और इलाज के दौरान उनकी भी मौत हो गयी थी। वही शराब पीने से इसी गांव के 35 वर्षीय पलटन महतो की आंखों की रोशनी गायब हो गयी जिन्हें मुजफ्फरपुर के एक निजी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। पीड़ितों ने पुलिस की पोल खोलकर रख दी है। वही दरौली विधायक सत्यदेव राय ने भी पूरी घटना की जानकारी ली और उच्चस्तरीय जांच की मांग की।
सातों मौतें पिछले 72 घंटों यानी तीन दिनों में हुई हैं। डीएम राजेश मीणा के निर्देश पर मढ़ौरा एसडीएम और एसडीपीओ के नेतृत्व में प्रशासन, पुलिस और उत्पाद विभाग की टीम ने मौके पर जाकर ग्रामीणों से मुलाकात की।
प्रशासन ने मृतक के घरवालों से बातचीत की। इस टीम ने मीडियाकर्मियों के समक्ष जांच पड़ताल की। इसके साथ ही स्थानीय मुखिया और मुखिया संघ के अध्यक्ष के नेतृत्व में भी स्थानीय पंचायत प्रतिनिधियों ने भी मौके का मुआयना किया और ग्रामीणों से बातचीत की।

बातचीत और जांच पड़ताल के बाद मढ़ौरा एसडीपीओ इंद्रजीत बैठा ने किसी की भी मौत जहरीली शराब से होने की बात से इनकार किया।
हालांकि, मढौरा के डीएसपी के सामने ही रामनाथ राय (मृतक) की पत्नी ने इस पूरे कांड की पोल खोल दी है. मृतक की पत्नी लालती देवी का कहना है कि काम से लौटने के बाद जनता बाजार में 60 वर्षीय रामनाथ राय ने शराब पी और उसके बाद जब घर लौटे उनकी तबीयत बिगड़ी और उनकी मौत हो गई। कुछ ऐसे ही हालात मोहम्मद ईशा के साथ भी सामने आए।
बुधवार की अहले सुबह बसन्तपुर बंगला गांव के मो. अली मिया के पुत्र मोहमद ईशा की तबियत भी बिगड़ गई। बताया जा रहा है कि मोहम्मद ईशा ने भी उसी इलाके में शराब का सेवन किया था। इसके बाद इनकी तबीयत गई और उपचार के दौरान इनकी मौत हो गई।
पीड़ितों की आंख की रोशनी भी गई
अमनौर के नरसिंहभानपुर गांव के रामनाथ राय (परमानन्द छपरा गांव निवासी), कृष्णा महतो उर्फ टूना महतो (बसंतपुर बंगला गांव निवासी) और ईशा मियां (52 वर्ष) और परमानन्द छपरा गांव के पलटन महतो की आखों की रोशनी चली गई है। इनका उपचार मुजफ्फरपुर में कराया जा रहा है।
सारण के डीएम राजेश मीणा ने कहा कि उन्हें जानकारी मिली है और अब तक दो लोगों के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है, जिसमें एक की रिपोर्ट आ चुकी है और उसमें शराब से मौत की पुष्टि नहीं हुई है जबकि दूसरे की रिपोर्ट आनी बाकी है। उन्होंने कहा है कि वो इस पूरे मामले की गहन जांच करा रहे हैं। जांच में जो भी मामला सामने आएगा उसके आधार पर कार्रवाई भी की जाएगी। डीएम ने कहा कि अभी तक जहरीली शराब कांड का मामला संदिग्ध प्रतीत हो रहा है जिसकी जांच जारी है।