Delhi Air Pollution: राजधानी की हवा जहरीले फेफड़ों का रूप ले चुकी है, जहां हर सांस के साथ मौत का खतरा मंडरा रहा है।
Delhi Air Pollution: दिल्ली की हवा हुई ‘जानलेवा’, AQI 415 पार, अक्षरधाम भी धुंध में गायब
दिल्ली एयर पॉल्यूशन: राजधानी की हवा जहरीले फेफड़ों का रूप ले चुकी है, जहां हर सांस के साथ मौत का खतरा मंडरा रहा है। राष्ट्रीय राजधानी में मंगलवार सुबह समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) बढ़कर 414 हो गया, जिससे जहरीले कोहरे और धुएं के मिश्रण के कारण अक्षरधाम मंदिर जैसे प्रतिष्ठित स्थलों पर दृश्यता काफी कम हो गई। दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद का आसमान धुंधला बना रहा, जिससे लोगों को सांस लेने में परेशानी का सामना करना पड़ा। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, हवा की गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी में थी, जहाँ रीडिंग 300 से अधिक दर्ज की गई, जबकि शहर के सात इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स का स्तर ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंच गया।
दिल्ली में एयर पॉल्यूशन: दम घोंटू हवा में लिपटी राजधानी
शहर के 27 निगरानी स्टेशनों पर वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 400 (गंभीर श्रेणी) के पार चला गया, जबकि कई अन्य स्थानों पर यह ‘अत्यंत गंभीर’ श्रेणी में पहुँच गया, जिससे राजधानी निवासियों को अत्यधिक खतरनाक प्रदूषण का सामना करना पड़ रहा है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार, मंगलवार सुबह नौ बजे शहर का एक्यूआई 415 दर्ज किया गया, जो एक दिन पहले की ‘बहुत खराब’ श्रेणी से भी नीचे गिर गया। प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है और यह चिंता का विषय है।
कई इलाकों में ‘बहुत गंभीर’ स्तर पर पहुंचा प्रदूषण
आंकड़ों के अनुसार, 40 निगरानी स्टेशनों में से 27 ने 400 से अधिक एक्यूआई के साथ गंभीर श्रेणी की वायु गुणवत्ता दर्ज की। इस स्तर की वायु गुणवत्ता स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव डालती है, जिससे श्वसन संबंधी बीमारियाँ और हृदय संबंधी समस्याएँ बढ़ सकती हैं।
सीपीसीबी के ‘समीर’ ऐप के आंकड़ों के अनुसार, पाँच स्टेशनों पर एयर क्वालिटी इंडेक्स 450 से अधिक के साथ ‘बहुत गंभीर’ श्रेणी में दर्ज किया गया। इनमें आनंद विहार में 470, नेहरू नगर में 463, ओखला में 459, मुंडका में 459 और सिरीफोर्ट में 450 का एक्यूआई रिकॉर्ड किया गया। यह स्थिति स्वास्थ्य आपातकाल की ओर इशारा करती है।
सीपीसीबी के मानकों के अनुसार, शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को ‘अच्छा’, 51 से 100 को ‘संतोषजनक’, 101 से 200 को ‘मध्यम’, 201 से 300 को ‘खराब’, 301 से 400 को ‘बेहद खराब’ और 401 से 500 के बीच को ‘गंभीर’ माना जाता है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
घने कोहरे से दृश्यता घटी, न्यूनतम तापमान बढ़ा
इस बीच, घने कोहरे की वजह से दृश्यता में काफी कमी आई। पालम में सुबह आठ बजे घने कोहरे के कारण दृश्यता केवल 50 मीटर दर्ज की गई, जबकि हवा पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम दिशा से पाँच किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही थी। वहीं, सफदरजंग में उसी समय हवा के मंद होने से दृश्यता 100 मीटर दर्ज की गई। यह स्थिति वाहन चालकों और पैदल चलने वालों दोनों के लिए खतरनाक साबित हो रही है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बताया कि दिल्ली का न्यूनतम तापमान गिरकर 8.8 डिग्री सेल्सियस हो गया है, जो सामान्य से 1.3 डिग्री सेल्सियस अधिक है। अधिकतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की उम्मीद है और पूर्वानुमान के अनुसार दिन में घना कोहरा छाया रह सकता है। इस बदलती मौसम और गंभीर प्रदूषण की स्थिति ने दिल्लीवासियों के लिए नई चुनौतियाँ खड़ी कर दी हैं। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।


