Delhi Air Pollution: सोमवार की सुबह दिल्ली पर ऐसी धुंध छाई, मानो प्रकृति ने राजधानी को अपनी आगोश में ले लिया हो, पर इस आगोश में सुकून नहीं, बल्कि जहरीली हवा का दमघोंटू अहसास था। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी की वायु गुणवत्ता ‘बेहद खराब’ श्रेणी में दर्ज की गई है, जिससे हर सांस पर चिंता की लकीरें खिंच रही हैं।
Delhi Air Pollution: दिल्ली की सांसों पर भारी पड़ रही जहरीली धुंध, AQI ‘बेहद खराब’ श्रेणी में
दिल्ली वायु प्रदूषण: राजधानी की हवा में घुला जहर, आंकड़े चौंकाने वाले
राष्ट्रीय राजधानी में सोमवार की सुबह घने कोहरे और धुंध की चादर ने पूरे शहर को ढक लिया। इस दौरान वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 366 दर्ज किया गया, जो ‘बेहद खराब’ श्रेणी में आता है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली के सात प्रमुख वायु गुणवत्ता निगरानी केंद्रों पर प्रदूषण का स्तर ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंच गया। इसमें नरेला सबसे अधिक प्रदूषित क्षेत्र रहा, जहां सूचकांक 418 दर्ज किया गया। यह स्थिति न केवल चिंताजनक है, बल्कि लोगों के स्वास्थ्य के लिए भी गंभीर खतरा बन गई है।
प्रदूषण के स्तर को समझना: क्या कहते हैं मानक?
वायु गुणवत्ता को समझने के लिए CPCB ने कुछ मानक निर्धारित किए हैं, आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। इन मानकों के अनुसार:
- शून्य से 50 के बीच AQI को ‘अच्छा’ माना जाता है।
- 51 से 100 को ‘संतोषजनक’ श्रेणी में रखा गया है।
- 101 से 200 को ‘मध्यम’ कहा जाता है।
- 201 से 300 को ‘खराब’ श्रेणी में गिना जाता है।
- 301 से 400 के बीच AQI ‘बेहद खराब’ होता है।
- और 401 से 500 के बीच को ‘गंभीर’ माना जाता है, जो स्वास्थ्य के लिए अत्यधिक हानिकारक है।
वायु गुणवत्ता पूर्व चेतावनी प्रणाली (AQEWS) की रिपोर्ट के अनुसार, अगले तीन दिनों तक दिल्ली की वायु गुणवत्ता ‘बेहद खराब’ श्रेणी में ही रहने की आशंका है। इसके बाद, अगले छह दिनों के दौरान यह ‘बेहद खराब’ और ‘गंभीर’ श्रेणियों के बीच बनी रह सकती है। यह लगातार बिगड़ता हुआ एक्यूआई दिल्ली के निवासियों के लिए एक बड़ी चुनौती पेश कर रहा है। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें: https://deshajtimes.com/news/national/
मौसम का बदलता मिजाज और प्रदूषण का गहराता संकट
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बताया कि वर्तमान में हवा की औसत गति 10 किलोमीटर प्रति घंटे से कम है, जो प्रदूषक तत्वों को छितराने के लिए बिल्कुल भी अनुकूल नहीं है। धीमी हवा की गति के कारण प्रदूषण के कण वातावरण में देर तक टिके रहते हैं, जिससे धुंध और कोहरा घना होता जाता है। विभाग के अनुसार, दिल्ली में न्यूनतम तापमान 9.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जिससे सुबह की ठंडक और प्रदूषण का मिश्रण एक गंभीर स्थिति पैदा कर रहा है। ऐसे में, आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। विशेषज्ञों का कहना है कि जब तक हवा की गति तेज नहीं होती और कोई मजबूत मौसमी बदलाव नहीं आता, तब तक इस एक्यूआई दिल्ली की स्थिति में सुधार की उम्मीद कम ही है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।




