गणतंत्र दिवस के पहले बिहार समेत देश के अन्य हिस्सों में आतंकी बड़े हमले की साजिश कर सकते हैं। इस बार नेपाल के रास्ते आंतकियों के देश में घुसने की आशंका जतायी जा रही है।
नेपाल की सीमा बिहार से लगती है और आतंकी इसी रास्ते एंट्री लेने के फिराक में हैं। इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) ने इसे लेकर बिहार पुलिस को भी अलर्ट किया है।
आईबी ने बिहार पुलिस को अलर्ट किया है। बिहार पुलिस मुख्यालय को को भेजे गये रिपोर्ट में आईबी ने कहा है कि गणतंत्र दिवस से पहले आतंकी संगठन बिहार व अन्य प्रदेशों में बड़ा धमाका करने के फिराक में है। इस हमले में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई उसकी मदद करेगा।
लश्कर-ए-तैय्यबा के साथ ही खालिस्तानी नेटवर्क के आतंकियों को भी आईएसआई इस हमले के लिए मदद कर रहा है। इसकी पूरी तैयारी पाकिस्तान में की जा रही है।
आईबी ने 16 पन्नों में इस साजिश और अलर्ट का जिक्र किया है और दिल्ली व पटना पुलिस को ये भेजा है। इसमें इस बात की भी चर्चा की गयी है कि भारत में बैठे रोहिंग्या मुसलमानों को पाकिस्तान इस हमले के लिए कंधे के तौर पर यूज कर सकता है और स्लीपर सेल बनाकर हमला करा सकता है।
इस अलर्ट के जारी होने के बाद अब बिहार पुलिस ने दूसरे राज्यों की पुलिस के वरीय अधिकारियों के साथ बैठक की है और इस बात की चर्चा की है कि किस तरह नेपाल की सीमा और सीमावर्ती इलाकों पर निगरानी बढ़ायी जाए। आईबी की रिपोर्ट में खालिस्तानी लिबरेशन फोर्स का जिक्र बार-बार किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा को लेकर भी अब विशेष सतर्कता की जरुरत देखी जा रही है।
बिहार के 13 जिले दरभंगा, सीतामढ़ी, सुपौल, मोतिहारी, बेतिया, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, बेगूसराय, खगड़िया, सहरसा, मधेपुरा, कटिहार और पूर्णिया में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर खास चौकसी बरती जा रही है। आदेश के बाद चिन्हित सभी जिलों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। रेलखंड के पुल-पुलिया और स्टेशनों पर सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं. साथ ही, संवेदनशील जगहों, रेलवे स्टेशनों और ट्रेनों में भी सुरक्षा को लेकर फोकस बढ़ा दिया गया है।