Indian Navy Leak: समंदर की गहराई से देश की सुरक्षा में सेंध लगाने की कोशिशें कोई नई बात नहीं, लेकिन जब अपने ही घर के भेदी दुश्मन से मिल जाएं, तो खतरे की लहरें और ऊंची उठ जाती हैं। उडुपी पुलिस ने भारतीय नौसेना से जुड़ी संवेदनशील जानकारी लीक करने के मामले में तीसरी गिरफ्तारी कर इस गंभीर खतरे की परतें खोली हैं। अधिकारियों ने रविवार को इस सनसनीखेज खुलासे की जानकारी दी। यह मामला मालपे कोचीन शिपयार्ड से जुड़े कर्मचारियों द्वारा भारतीय नौसेना की गोपनीय सूचनाएं साझा करने से संबंधित है, जिसका सीधा असर देश की राष्ट्रीय सुरक्षा पर पड़ता है।
हाल ही में गिरफ्तार किए गए तीसरे आरोपी की पहचान गुजरात के आणंद जिले के कैलाश नगरी निवासी 34 वर्षीय हिरेंद्र कुमार के रूप में हुई है। हिरेंद्र भरत कुमार खदयाट का पुत्र है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। पुलिस सूत्रों के अनुसार, इन आरोपियों पर अवैध वित्तीय लाभ के बदले नौसेना के संचालन, उसके प्रतिष्ठानों और रणनीतिक गोपनीय जानकारी को पाकिस्तान स्थित अपने आकाओं तक पहुंचाने का गंभीर आरोप है। यह एक ऐसा अपराध है जो सीधे तौर पर देश की संप्रभुता और सुरक्षा को चुनौती देता है।
Indian Navy Leak: ऐसे हुआ संवेदनशील जानकारी का खुलासा
जांच में सामने आया है कि ये कर्मचारी अपने पदों का दुरुपयोग कर नौसेना से जुड़ी अति संवेदनशील जानकारियां इकट्ठा कर रहे थे। ये जानकारियां सिर्फ कुछ चुनिंदा लोगों तक ही पहुंचनी चाहिए थीं, लेकिन आरोपियों ने निजी फायदे के लिए उन्हें दुश्मनों के हाथ में सौंप दिया। इस तरह की खुफिया जानकारी का लीक होना सामरिक दृष्टि से अत्यंत खतरनाक है और इससे दुश्मन देशों को हमारी रक्षा तैयारियों का अंदाजा मिल सकता है।
इस मामले में पहले भी गिरफ्तारियां हो चुकी हैं। इससे पहले, 21 नवंबर को पुलिस ने इसी मामले में उत्तर प्रदेश के मूल निवासी रोहित और संत्री को भी गिरफ्तार किया था। इन तीनों आरोपियों को फिलहाल न्यायिक हिरासत में रखा गया है और उनसे पूछताछ जारी है ताकि इस बड़े नेटवर्क के अन्य सदस्यों और उनके इरादों का पता लगाया जा सके।
सुरक्षा एजेंसियों के सामने चुनौती
इस तरह के मामले राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक बड़ी चुनौती पेश करते हैं। यह दर्शाता है कि हमारी महत्वपूर्ण संस्थाओं में भी सेंध लगाई जा सकती है। ऐसे तत्वों की पहचान कर उन पर नकेल कसना अत्यंत आवश्यक है जो चंद रुपयों के लालच में देश की सुरक्षा से खिलवाड़ करते हैं। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। जांच एजेंसियां इस बात पर भी गौर कर रही हैं कि यह रैकेट कितना बड़ा है और इसमें कौन-कौन शामिल हो सकते हैं।
उडुपी पुलिस की यह कार्रवाई निश्चित रूप से ऐसे राष्ट्रविरोधी तत्वों के लिए एक कड़ा संदेश है। आगे की जांच में इस बात पर भी फोकस किया जाएगा कि क्या यह सिर्फ वित्तीय लाभ का मामला था या इसके पीछे कोई गहरी साज़िश भी छिपी है। इस पूरे मामले की गहनता से जांच की जा रही है ताकि भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने वालों को कड़ी से कड़ी सजा मिल सके।




