उदयपुर में दर्जी कन्हैयालाल तेली की हत्या से ठीक एक हफ्ते पहले, 54 वर्षीय केमिस्ट और दवा कारोबारी उमेश प्रहलादराव कोल्हे की 21 जून को महाराष्ट्र के अमरावती जिले में हत्या कर दी गई थी।
जानकारी के मुताबिक पुलिस की छानबीन से पता चला है कि कोल्हे को कथित तौर पर नूपुर शर्मा के पक्ष में सोशल मीडिया पर पोस्ट करने के कारण मारा गया है। उमेश कोल्हे के बेटे संकेत कोल्हे की शिकायत पर अमरावती कोतवाली पुलिस ने छानबीन के बाद 23 जून को दो व्यक्तियों मुदसिर अहमद और 25 वर्षीय शाहरुख पठान को गिरफ्तार किया गया। उनसे पूछताछ में चार और लोगों की संलिप्तता का पता चला है।
उधर, दूसरी ओर कोलकाता पुलिस ने नूपुर शर्मा के खिलाफ Look out Circular जारी की किया है। इससे पहले उन्हें एमहर्स्ट और नारकेलडांगा पुलिस थाने में पेश होने के लिए कहा गया था, लेकिन नुपूर पेश नहीं हुईं। उन्होंने और समय की मांग की है। पढ़िए पूरी खबर
पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ कथित आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर कोलकाता पुलिस ने भाजपा की निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया है। कोलकाता पुलिस ने निलंबित बीजेपी नेता नूपुर शर्मा (Nupur Sharma) के खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी किया है।
इससे पहले उन्हें अमहर्स्ट स्ट्रीट और नारकेलडांगा पुलिस थानों में पेश होने के लिए कहा गया था। हालांकि, वह पेश नहीं हुईं और उन्होंने और समय मांगा। दरअसल कोलकाता पुलिस ने पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी (Controversial Remarks On Prophet Muhammad) मामले में नुपूर शर्मा को समन जारी किया था।
लाल बाजार स्थित पुलिस मुख्यालय के सूत्रों ने शनिवार को बताया कि अम्हर्स्ट स्ट्रीट थाने में दर्ज नूपुर शर्मा के खिलाफ प्राथमिकी के संबंध में उनके खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया गया है। जून माह के मध्य में नूपुर शर्मा के खिलाफ कोलकाता पुलिस ने नोटिस भेजा था। इस पर नूपुर ने अपनी जान का खतरा बताते हुए कुछ समय मांगा था।
कोलकाता पुलिस आयुक्त विनीत गोयल ने कहा था कि नूपुर शर्मा के कोलकाता आने पर कानून व्यवस्था सामान्य रखने की पूरी कोशिश होगी। हालांकि नूपुर ने जो वक्त मांगा था वह पार हो गया है और इसके बाद भी वह कोलकाता पुलिस के समक्ष उपस्थित नहीं हुईं। इसलिए उनके खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया गया है।
जानकारी के अनुसार, एक दिन पहले ही नूपुर शर्मा ने अपने खिलाफ देशभर में दर्ज मुकदमों को एक जगह ट्रांसफर करने की याचिका सुप्रीम कोर्ट में लगाई थी लेकिन कोर्ट ने उनकी टिप्पणी को खतरनाक करार देते हुए उनकी याचिका खारिज कर दी थी।
दरअसल नूपुर शर्मा ने अमहर्स्ट स्ट्रीट थाने को भेज गए ई-मेल में कहा था कि यदि वह कोलकाता पहुंची तो उनपर हमला हो सकता है। इसलिए उन्होंने पुलिस अधिकारियों के सामने पेश होने के लिए चार सप्ताह का समय मांगा था। इसके अलावा वह नरकेलडंगा थाने की तरफ से जारी समन पर भी इन्हीं कारणों का हवाला देते हुए पेश नहीं हुईं थीं।