अयोध्या से इस वक्त की बड़ी खबर है। अयोध्या में गर्भवती महिला टीचर के ब्लाइंड मर्डर केस की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है। टीचर सुप्रिया वर्मा (32) की हत्या 12वीं के छात्र ने की थी। आरोपी छात्र की उम्र 16 साल है।
वजह थी कि टीचर नाबालिग छात्र से रिश्ते में रहने का दबाव बना रही थी। जबकि लड़का टीचर से पीछा छुड़ाना चाहता था। साजिश रचकर उसने हत्या को अंजाम दिया। आरोपी छात्र, टीचर के पड़ोस में ही रहता है। पुलिस ने उसे पकड़ लिया है।
अयोध्या कोतवाली की श्रीरामपुरम कॉलोनी में शिक्षिका सुप्रिया वर्मा हत्याकांड का खुलासा कर पुलिस ने वारदात को अंजाम देने वाले एक नाबालिग को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के अनुसार शिक्षिका से संबंधों के कारण आरोपी ने वारदात अंजाम दिया। पुलिस को गुमराह करने के लिए मौके से नगदी और गहने लूटे।
रविवार को डीआईजी अमरेंद्र प्रसाद सिंह और एसएसपी शैलेश कुमार पांडेय ने प्रेस कांफ्रेंस में इसका खुलासा किया। पुलिस के अनुसार बाल अपचारी 499 श्रीरामपुरम कालोनी को महोबरा बाईपास हाई-वे ओवर ब्रिज के नीचे से गिरफ्तार किया गया। उसकी निशानदेही पर आलाकत्ल और लूट के सामान बरामद किए गए हैं। पुलिस के अनुसार आरोपी और शिक्षिका सुप्रिया वर्मा से परिचय वर्ष 2019 से था। दोनों लोग परिवारीजनों की गैरहाजिरी में एक- दूसरे के घर पर मिलते थे। पुलिस के अनुसार संबंध जगजाहिर होने के डर से आरोपी मिलना-जुलना छोड़ना चाहता था।
उसने पुलिस को बताया कि 1 जून को हत्या के ही इरादे से लोहे का रॉड लेकर उसके घर तब पहुंचा जब पति और मां चले गए थे। दोनों सोफे पर बैठकर बात करने लगे, उसी समय शिक्षिका द्वारा आरोपी पर दबाव बनाया जाने लगा तो बहस हो गई। आरोपी के बयान के अनुसार वह घर जाने लगा तो शिक्षिका ने उसे पकड़ लिया। धक्का देने पर वह गिर गई तब लोहे के राड से गले पर मार कर हत्या कर दी। उसके बाद दूसरे कमरे में आलमारियों में रखा हुआ जेवरात व रुपये लेकर भाग गया।