महोबा के कुलपहाड़ कोतवाली क्षेत्र में बीती रात एक महिला ने अपने तीन बच्चों (दो बेटियों व एक बेटे) की घर के अंदर हत्या कर दी। बच्चों को मारने के बाद उसने भी फांसी लगाकर जान दे दी। जिस समय महिला ने इस घटना को अंजाम दिया, उस समय घर के सभी पुरुष सदस्य खेत में पानी लगाने गए थे।
बीते रोज देर शाम को जब परिजन खेत से घर लौटे तब घटना की जानकारी हुई। पुलिस ने घटनास्थल की जांच कर शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।
वारदात के दौरान परिवार के सभी पुरुष खेत में ला रहे थे पानी
महोबा के कुलपहाड़ में पति से अनबन में महिला ने अपनी तीन संतानों को गला रेत का मौत की नींद सुला दी और खुद भी फांसी लगाकर जान देदी। खेत से वापस लौटे पति ने नजारा देखा तो होश उड़ गए, सूचना पर पहुंची पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। मृतका के भाई का कहना है कि दीपावली के बाद से बहन और बहनोई में अनबन चल रही थी समझाने का प्रयास किया गया इसके बाद भी बहनोई जिद पर अड़ा रहा।
घर के अंदर से लगी थी कुंडी और ताला
कुलपहाड़ कस्बे के नई तहसील के निकट कठवरिया मोहल्ला निवासी कल्याण सिंह यादव किसानी करके परिवार का भरण पोषण करता है। किसान ने बताया कि शुक्रवार की रात को वह परिवार के अन्य सदस्यों के साथ खेत पर पानी लगाने गया था। देर रात कल्याण खेत से जब वापस घर आया, तब उसने घर का दरवाजा खटखटाया, लेकिन पत्नी सोनम ने दरवाजा नहीं खोला।
पुलिस की तहकीकात में मामला संदिग्ध
काफी देर बाद भी जब दरवाजा नहीं खुला तो कल्याण किसी तरह घर के अंदर गया तो उसने देखा कि अंदर से दरवाजे की कुंडी व ताला लगा हुआ था। वहीं, उसकी पत्नी का शव फांसी के फंदे से लटक रहा है। बड़ा बेटा विशाल (11) दो बेटियां (09) आरती और अंजलि (07) का गला रस्सी से घोंटने के बाद गले को हंसिए से काटा गया था। अधिक खून बहने से चारों की मौत चुकी थी।
दंपती में चल रही थी अनबन
मृतका सोनम के बड़े भाई भानसिंह ने बताया कि बहन और बहनोई कल्याण यादव में दीपावली पर्व के बाद से ही अनबन चल रही थी। वे दोनों एक-दूसरे से बातचीत नहीं करते था। किसान घर पर खाना भी नहीं खा रहा था। जब उन्हें जानकारी हुई थी तो दोनों को समझाया था। लेकिन इसके बावजूद दोनों में सुलह नहीं हो पाई थी।
मृतका के भाई नरेड़ी निवासी भान सिंह ने बताया कि दीपावली से बहन और बहनोई के बीच अनबन चल रही थी। बहनोई, बहन के हाथ का बना खाना भी नहीं खा रहे थे और उसे अपने साथ न रखने की जिद किए थे। पिछले दिनों उसने बहनोई को समझाने का प्रयास किया मगर बात नहीं बनी। दिल दहला देने वाली घटना की सूचना पाकर पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए और परिजनों से बयान दर्ज किए। अपर पुलिस अधीक्षक आरके गौतम का कहना है कि बयान के आधार पर मामला और स्पष्ट होगा। दिल दहलाने वाली घटना से क्षेत्र में हड़कंप है।
बड़ी बेटी बाल-बाल बच गई
कल्याण और सोनम की चार संतानें थीं। संयोग से बड़ी बेटी कुछ दिन पहले ही अपनी मौसी के घर गई थी। इसलिए वह बच गई। अन्यथा यह हो सकता था कि बड़ी बेटी भी जीवित न बच पाती।
पुलिस घटना को मान रही संदिग्ध
कुलपहाड़ कोतवाली प्रभारी उमेश कुमार ने बताया कि पूरे हत्याकांड को सोनम ने अंजाम दिया है यह कहना अभी जल्दबाजी होगी। उनके अनुसार इस संभावना से भी इंकार नहीं किया जा सकता कि किसी और व्यक्ति ने इस घटना को अंजाम दिया हो। घटना के खुलासे को लेकर फॉरेंसिक टीम की मदद ली जा रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा।