
जम्मू। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने रविवार को कश्मीर घाटी के कई स्थानों पर छापेमारी की है। यह छापेमारी श्रीनगर, कुलगाम, बारामुला, सोपोर व अनंतनाग में लगभग 16 स्थानों पर की गयी है। अंतिम सूचना मिलने तक एनआईए की कार्रवाई जारी थी।
कमांडर सज्जाद गुल के घर पर भी छापा
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने रविवार को दो मामलों- ‘आईएसआईएस-वॉयस ऑफ हिंद’ मामले और ‘बठिंडी आईईडी रिकवरी’ मामले के सिलसिले में जम्मू-कश्मीर में 16 स्थानों पर तलाशी ली। बताया जा रहा है कि टीआरएफ(द रेजिस्टेंस फ्रंट) के कमांडर सज्जाद गुल के घर पर भी अधिकारियों ने छापा मारा है।
रविवार को एनआईए ने हासन रोड कंस्ट्रक्शन कंपनी में ड्राइवर का काम करने वाले आरीपोरा जेवान निवासी नईम अहमद भट के घर पर छापेमारी की। दूसरी छापेमारी बागी नंद सिंह चट्टाबल में मुश्ताक अहमद डार के आवास पर की गई। छापेमारी के दौरान संदिग्धों के पास से कुल पांच मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं।
एजेंसी ने सोलीना पाईन निवासी सुहैल अहमद भट, पीएस शेरगढ़ी के घर छापेमारी कर बहाउद्दीन साहब नौहट्टा को ताहिर अहमद नजर के आवास से हिरासत में लिया और उनके पास से एक लैपटॉप और एक मोबाइल फोन भी जब्त किया।
यह छापेमारी कश्मीर में टेरर फंडिंग, आतंकी संगठनों व राष्ट्रद्रोही तत्वों की मदद करने और और हाल ही में कश्मीर घाटी में हुई हत्याओं के सिलसिले में की जा रही है।
संबधित अधिकारियों ने बताया कि आज सुबह एनआईए की टीम ने श्रीनगर सहित कई स्थानों पुलिस, सीआरपीएफ व सेना की सहायता से छापेमारी की है। अंतिम सूचना मिलने तक एनआईए की कार्रवाई जारी थी और अन्य विवरण की प्रतीक्षा है।
भारत के खिलाफ हिंसक जिहाद छेड़ने के लिए भारत में प्रभावशाली मुस्लिम युवाओं को कट्टरपंथी बनाने और भर्ती करने के लिए प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (ISIS) की साजिश के सिलसिले में इस साल 29 जून को मामला दर्ज किया गया था। दरअसल, खूंखार आतंकी संगठन फरवरी 2020 से ‘वॉयस ऑफ हिंद’ (वीओएच) के नाम से एक ऑनलाइन मासिक भारत-केंद्रित पत्रिका जारी कर रहा है, जो घाटी में मुस्लिम युवाओं के बड़े पैमाने पर कट्टरपंथ की राह की ओर प्रेरित कर रहा है।
बता दें कि पिछले एक सप्ताह में कश्मीर घाटी में आतंकियों द्वारा 7 लोगों की हत्या की गई है। इनमें से 4 अल्पसंख्यक भी शामिल हैं जिससे निपटने के लिए प्रशासन ने कड़ा रुख अपना लिया है।
कश्मीर घाटी में सुरक्षा कड़ी करने के साथ ही पुलिस ने आतंकियों व उनके समर्थकों के खिलाफ अभियान तेज करते हुए सैकड़ों की संख्या में संदिग्धों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। इनमें से ज्यादातर पुराने व कुख्यात पत्थरबाज, जमाते इस्लामी के कार्यकर्ता, पूर्व आतंकी और आतंकियों के पुराने गाइड ओवरग्राउंड वर्कर शामिल हैं।
कश्मीर में रहने वाले कई अल्पसंख्यकों ने जम्मू सहित अन्य शहरों की तरफ रुख कर दिया है। हालात को देखते हुए प्रशासन ने वादी में सभी अल्पसंख्यक बस्तियों की सुरक्षा बढ़ा दी है।
आतंकियों के प्रभाव वाले इलाकों में घेराबंदी कर तलाशी ली जा रही है। संबधित सूत्रों ने बताया कि पुलिस ने अल्पसंख्यकों को निशाना बनाए जाने की साजिश का पूरी तरह पर्दाफाश करने के लिए संदिग्ध तत्वों की धरपकड़ शुरू कर दी है। करीब पांच सौ लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है।