दिल्ली न्यूज़: संसद का शीतकालीन सत्र… जहां देश के बड़े मुद्दों पर गहन चर्चा होनी थी, लेकिन इस हफ्ते लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदनों में जबरदस्त हंगामा देखने को मिला। कभी ई-सिगरेट के इस्तेमाल पर सवाल उठे, तो कभी ‘वंदे मातरम’ की आड़ में जवाहरलाल नेहरू पर तीखी बयानबाजी हुई। आखिर ऐसा क्या हुआ कि सदन का माहौल इतना गरमा गया और कार्यवाही तक स्थगित करनी पड़ी? पूरी रिपोर्ट…
लोकसभा में आरोपों का दौर: नेशनल हेराल्ड से ई-सिगरेट तक
संसद के मौजूदा शीतकालीन सत्र में दोनों सदनों में तीखी नोंक-झोंक और हंगामे की स्थिति बनी रही। लोकसभा में कार्यवाही के दौरान कई महत्वपूर्ण मुद्दे उठे और पक्ष-विपक्ष आमने-सामने आए। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद निशिकांत दुबे ने ‘नेशनल हेराल्ड’ मामले को लेकर कांग्रेस नेतृत्व पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए, जिसके बाद कांग्रेस सदस्यों ने इसका कड़ा विरोध किया। इस भारी हंगामे के चलते पीठासीन सभापति दिलीप सैकिया को सदन की कार्यवाही शुक्रवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी।
इसके अलावा, लोकसभा ने उन विधेयकों पर विचार कर रही संसदीय समिति का कार्यकाल बृहस्पतिवार को बढ़ा दिया, जिनमें लोकसभा और राज्य विधानसभाओं के लिए एक साथ चुनाव कराने का प्रावधान है। वहीं, एक अनोखी स्थिति तब उत्पन्न हुई जब केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी को अध्यक्ष ओम बिरला ने प्रश्नों का जवाब देते समय जेब में हाथ डाले रखने पर नसीहत दी।
विचित्र मामले और गंभीर चिंताएं
लोकसभा में एक और दिलचस्प मामला तब सामने आया जब भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने तृणमूल कांग्रेस के एक सांसद पर सदन के भीतर ई-सिगरेट पीने का आरोप लगाया। ठाकुर ने प्रश्नकाल के दौरान यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि देश में ई-सिगरेट पर प्रतिबंध है, ऐसे में क्या सदन में इसकी अनुमति है? लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने ‘नहीं’ में जवाब देते हुए इस मामले में उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। हालांकि, भाजपा सांसद ने किसी सदस्य का नाम नहीं लिया।
सदन में सदस्यों ने अन्य कई महत्वपूर्ण मुद्दे भी उठाए:
- गायों को राष्ट्रमाता का दर्जा: कांग्रेस सांसद उज्ज्वल रमण सिंह ने केंद्र सरकार से देसी गायों की नस्लों के संरक्षण की मांग की। उन्होंने कहा कि गाय राष्ट्रीय पहचान और गौरव का प्रतीक है, और उनकी आबादी तेजी से घट रही है। सिंह ने गाय को ‘राष्ट्रमाता’ या ‘राजमाता’ का दर्जा दिए जाने की भी मांग की।
- दिल्ली में वायु प्रदूषण: कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने राष्ट्रीय राजधानी में बढ़ते वायु प्रदूषण पर चिंता जताई। उन्होंने सरकार से बहाना बनाना बंद कर ठोस कदम उठाने का आग्रह किया, क्योंकि दिल्ली के लोग प्रदूषण से इतनी परेशान हैं कि सांस लेना मुश्किल हो गया है।
राज्यसभा में नेहरू पर वार, ‘वंदे मातरम’ पर पलटवार
राज्यसभा में भी इस सप्ताह जबरदस्त राजनीतिक गहमागहमी देखने को मिली। ‘वंदे मातरम’ की 150वीं वर्षगांठ पर हो रही चर्चा के दौरान भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने जवाहरलाल नेहरू पर टिप्पणी की। इस पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने तुरंत हस्तक्षेप करते हुए सवाल उठाया कि क्या बहस का मुख्य विषय वंदे मातरम है या जवाहरलाल नेहरू। खड़गे ने नड्डा पर नेहरू के अपमान का आरोप लगाते हुए कहा कि यहां जो भी कहा जा रहा है वह ‘विकृत और सच नहीं है’। इसके जवाब में सदन के नेता ने कहा कि वे केवल वंदे मातरम की बात कर रहे हैं और अगर नेहरू से जुड़ी बातें उन्हें अच्छी नहीं लगतीं तो वे क्या कर सकते हैं। उन्होंने कांग्रेस पर भारत की संस्कृति, परंपराओं और मूल्यों से समझौता करने का आरोप लगाया।
सत्र दिल्ली से बाहर कराने की मांग और अन्य महत्वपूर्ण विषय
राज्यसभा में अन्य कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी सदस्यों ने अपनी बात रखी:
- संसद सत्रों के स्थान में बदलाव: बीजू जनता दल (बीजद) के राज्यसभा सदस्य मानस रंजन मंगराज ने सरकार से आग्रह किया कि दिल्ली में वायु गुणवत्ता में सुधार होने तक संसद के शीतकालीन और बजट सत्रों को राजधानी से बाहर आयोजित किया जाए।
- दीपावली को यूनेस्को की विरासत सूची में शामिल करना: राज्यसभा के सभापति सी पी राधाकृष्णन ने दीपावली को यूनेस्को की मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत सूची में शामिल किए जाने पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने इसे भारत के लिए गौरव का क्षण बताया।
- नकली दवाओं का मुद्दा: कांग्रेस सांसद जेबी माथेर हीशम ने केरल के औषधि नियंत्रण विभाग की जांच की मांग करते हुए दावा किया कि हाल के छापों ने राज्य में नकली और घटिया दवाओं की भरमार को उजागर किया है।
- प्रवासी श्रमिकों का मामला: तृणमूल कांग्रेस की सदस्य सागरिका घोष ने पश्चिम बंगाल की दो महिला प्रवासी श्रमिकों को बिना उचित सत्यापन के बांग्लादेश भेजे जाने का मुद्दा उठाया और सरकार से इस पर स्पष्टीकरण मांगा।- Advertisement -


