Patna EOU Raid: पटना की सुबह उस वक़्त हड़कंप में बदल गई जब एक सरकारी अफसर के घर भ्रष्टाचार की काली कमाई पर सबसे बड़ा प्रहार हुआ। देखते ही देखते, ईमानदारी का चोला ओढ़े एक ‘धनकुबेर’ की पूरी सल्तनत बिखर गई।
Patna EOU Raid: आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने गुरुवार की सुबह एक बड़ी कार्रवाई करते हुए पाटलिपुत्र सेंट्रल कोऑपरेटिव बैंक में कार्यरत विकास पदाधिकारी भवेश कुमार सिंह के ठिकानों पर धावा बोल दिया। यह कार्रवाई कई दिनों से चल रही एक गोपनीय जांच के बाद की गई, जिसमें अधिकारी के खिलाफ पुख्ता सबूत इकट्ठे किए गए थे। EOU की टीमों ने एक साथ भवेश सिंह के पटना स्थित आवास और अन्य संभावित ठिकानों पर छापेमारी की, जिससे पूरे विभाग में खलबली मच गई।
सूत्रों के अनुसार, भवेश कुमार सिंह लंबे समय से EOU की निगरानी में थे। उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति रखने की शिकायतें मिली थीं। प्रारंभिक जांच में जब आरोपों को सही पाया गया, तब जाकर इस बड़े एक्शन की योजना बनी। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। इस कार्रवाई का उद्देश्य भ्रष्टाचार के जरिए जमा की गई काली कमाई को उजागर करना है।
इस Patna EOU Raid में अब तक क्या मिला?
छापेमारी के दौरान EOU के हाथ कई महत्वपूर्ण दस्तावेज लगे हैं। जांच टीम को भवेश सिंह के नाम पर पटना और अन्य शहरों में कई कीमती भूखंडों, फ्लैट्स और आलीशान मकानों के कागजात मिले हैं। इसके अलावा, कई बैंक खातों में जमा लाखों रुपये, फिक्स्ड डिपॉजिट, कीमती गहने और लग्जरी गाड़ियों का भी पता चला है।
अधिकारियों का अनुमान है कि जब्त की गई संपत्ति का मूल्य भवेश सिंह की ज्ञात आय के स्रोतों से कई गुना अधिक है। यह एक स्पष्ट रूप से आय से अधिक संपत्ति का मामला है। EOU की टीम सभी दस्तावेजों और सबूतों को जब्त कर उनकी गहन जांच कर रही है। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
कौन है यह धनकुबेर अफसर?
भवेश कुमार सिंह पाटलिपुत्र सेंट्रल कोऑपरेटिव बैंक में विकास पदाधिकारी के पद पर तैनात हैं। अपने पद का दुरुपयोग करते हुए उन्होंने कथित तौर पर अकूत संपत्ति बनाई। EOU अब इस बात की भी जांच कर रही है कि इस भ्रष्टाचार के खेल में और कौन-कौन शामिल था। बैंक के अन्य कर्मचारियों और अधिकारियों से भी पूछताछ की जा सकती है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
EOU की रडार पर कई और अधिकारी
यह कार्रवाई बिहार में भ्रष्ट अधिकारियों के लिए एक बड़ी चेतावनी है। EOU के सूत्रों का कहना है कि कई अन्य विभागों के कुछ और अधिकारी भी उनके रडार पर हैं और जल्द ही उनके खिलाफ भी ऐसी ही कार्रवाई देखने को मिल सकती है। फिलहाल, भवेश सिंह से पूछताछ की तैयारी चल रही है और इस मामले में कई और बड़े खुलासे होने की उम्मीद है।


