कांग्रेस समेत विभिन्न विपक्षी दलों ने राष्ट्रपति चुनाव में यशवंत सिन्हा को संयुक्त उम्मीदवार घोषित किया है। मंगलवार को विपक्षी दलों की संसद भवन परिसर में हुई बैठक में यह फैसला लिया गया।
जानकारी के अनुसार, पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा (Yashwant Sinha) राष्ट्रपति चुनाव (Rashtrapati Chunav 2022) में विपक्ष के साझा उम्मीदवार होंगे. दिल्ली में मंगलवार को विपक्षी दलों की बैठक में यशवंत सिन्हा (Yashwant Sinha) का नाम सर्वसम्मति से चुना गया।
बैठक के बाद कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा, ‘हमने (विपक्षी दलों ने) सर्वसम्मति से फैसला किया है कि यशवंत सिन्हा (Yashwant Sinha) राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्ष के साझा उम्मीदवार होंगे। वहीं, एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा कि हम 27 जून की सुबह 11.30 बजे राष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने जा रहे हैं। इससे पहले आज ही यशवंत सिन्हा तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने पार्टी छोड़ने का ऐलान करते हुए कहा कि अब वह वृहद विपक्षी एकता के व्यापक राष्ट्रीय उद्देश्य के लिए काम करेंगे।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने यहां आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में यशंवत सिन्हा के नाम की घोषणा की। उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों ने सर्वसम्मति से फैसला किया है कि यशवंत सिन्हा राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्ष के उम्मीदवार होंगे।
विपक्षी दलों की आज हुई बैठक में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार, माकपा के सीताराम येचुरी, भाकपा के डी. राजा, समाजवादी पार्टी के प्रो रामगोपाल यादव, द्रमुक के त्रिची शिवा समेत विभिन्न विपक्षी दलों के नेता शामिल रहे।
जयराम रमेश ने कहा कि 15 जून को हुई बैठक में धर्मनिरपेक्ष विपक्षी दलों ने राष्ट्रपति चुनाव में सर्वसम्मति से आम उम्मीदवार चुने जाने का निर्णय किया था। इसी क्रम में आज हुई बैठक में हमने आम सहमति से यशवंत सिन्हा को उम्मीदवार चुना है।
इससे पहले सिन्हा ने आज तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया था। आज सुबह ही उन्होंने ट्वीट कर कहा, “तृणमूल कांग्रेस ने मुझे जो सम्मान और प्रतिष्ठा दी, उसके लिए मैं ममता जी का आभारी हूं। अब समय आ गया है जब एक बड़े राष्ट्रीय उद्देश्य के लिए मुझे पार्टी से हटकर अधिक विपक्षी एकता के लिए काम करना होगा। मुझे यकीन है कि वह इस कदम को स्वीकार करती है।
यशंवत सिन्हा अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में वित्तमंत्री और विदेश मंत्री रह चुके हैं। वहीं, इस बैठक में शामिल होने से पहले टीएमसी नेता यशवंत सिन्हा ने एक ट्वीट कर बड़े राष्ट्रीय कारणों के लिए टीएमसी के काम से अलग हटने की घोषणा की थी। यशवंत ने ट्वीट कर कहा था कि, जो सम्मान और प्रतिष्ठी दी उसके लिए मैं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को शुक्रिया करता हूं। उन्होंने आगे कहा कि अब वो वक्त आ गया है जब पार्टी से हटकर एक बड़े उद्देश्य के लिए काम करना है
आज सत्ता पक्ष (Ruling Party) की ओर से भी बैठक बुलाई गई है। राष्ट्रपति चुनाव को लेकर बीजेपी ने आज शाम संसदीय दल की बैठक बुलाई है। इस बैठक को मंथन बैठक का नाम दिया गया है. सूत्रों के अनुसार पीएम मोदी भी इस बैठक में शामिल हो सकते हैं। इससे पहले बीजेपी की ओर से पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को उम्मीदवार के नाम पर सहमति बनाने के लिए जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
दोनों ने राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के नाम पर सहमति बनाने के लिए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar), तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी (Mamata Banerjee), जनता दल (यूनाइटेड) प्रमुख नीतीश कुमार (Nitish Kumar), बीजू जनता दल (बीजद) प्रमुख नवीन पटनायक (Naveen Patnaik) सहित कई अन्य नेताओं से बात की है। राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान 18 जुलाई को होगा जबकि मतगणना के लिए 21 जुलाई की तारीख तय है। मौजूदा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Ramnath Kovind) का कार्यकाल 24 जुलाई, 2022 को समाप्त हो रहा है।