उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) सहारनपुर (Saharanpur) जिले के देवबंद (Deoband) में आतंकवाद निरोधक दस्ता (ATS) ने छापेमारी कर एक संदिग्ध युवक को हिरासत में ले लिया है। एटीएस हिरासत में लिए गए युवक से पूछताछ कर रही है। संदिग्ध का नाम फारूक बताया जा रहा है।
पकड़ा गया युवक फारुख कर्नाटक के आईएस माड्यूल के संपर्क में था। वह कई भाषाओं का जानकार बताया गया है। हालांकि स्थानीय पुलिस ने एनआईए की कार्रवाई के संबंध में जानकारी देने से इनकार कर दिया है।
स्वतंत्रता दिवस करीब है, इसलिए इस समय देवबंद से संदिग्ध युवक के पकड़े जाने से खुफिया एजेंसियां सतर्क हो गई हैं। एटीएस ने जिस संदिग्ध युवक को हिरासत में लिया है, वह देवबंद के ही एक मदरसे (Madrassa) का छात्र बताया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक एटीएस में आज सुबह चार बजे छापा मारकर संदिग्ध को गिरफ्तार किया। यूपी एटीएस इससे पहले भी कई संदिग्धों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।
जांच पड़ताल में यह भी सामने आया है कि यह छात्र टेलिग्राम के जरिए आतंकी साहित्य का कई भाषाओं में अनुवाद करता था। अभी एनआईए और एटीएस की टीम मदरसे में ही मौजूद है। पकड़े गए छात्र से पूछताछ की जा रही है। हालांकि स्थानीय पुलिस ने इस संबंध में किसी भी प्रकार की जानकारी देने से इनकार कर दिया है।
एनआईए ने आईएसआईएस की गतिविधियों से संबंधित मामले में छह राज्यों में 13 परिसरों की तलाशी ली। इस कार्रवाई में आपत्तिजनक सामग्री और दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं। एनआईए की यह कार्रवाई उत्तर प्रदेश में देवबंद, मध्य प्रदेश में भोपाल एवं रायसेन, गुजरात में भरूच, सूरत, नवसारी एवं अहमदाबाद, बिहार में अररिया, कर्नाटक में भटकल एवं तुमकुर शहर और महाराष्ट्र में कोल्हापुर एवं नांदेड़ जिले में की गई है। एनआईए ने 25 जून 2022 को आईपीसी की धारा 153ए, और 153बी और यूएपीए की धारा 18, 18बी, 38, 39 और 40 के तहत मामला दर्ज किया गया था। इस पूरे प्रकरण में आगे की जांच जारी है।
जानकारी के अनुसार,राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने प्रतिबंधित आतंकी संगठन आईएसआईएस की गतिविधियों से संबंधित मामले में रविवार सुबह उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश समेत देश के छह राज्यों में 13 संदिग्ध स्थानों पर एकसाथ छापेमारी की।
एनआईए ने उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले के देवबंद से एक संदिग्ध व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया। इस दौरान कई जगहों से आपत्तिजनक सामग्री और दस्तावेज मिले हैं। देवबंद में एनआईए की कार्रवाई के दौरान यूपी एटीएस के अधिकारी भी मौजूद रहे। पकड़े गए शख्स से पूछताछ जारी है।
यूपी एटीएस की ओर से हिरासत में लिया गया संदिग्ध मूल रूप से बांग्लादेश का बताया जा रहा है जो कि कर्नाटक से देवबंद आया था। जानकारी के मुताबिक, संदिग्ध व्हॉट्सएप पर किसी आतंकी ग्रुप से जुड़ा पाया गया है। एटीएस को संदिग्ध के पास से आधार कार्ड और ड्राइविंग लाइसेंस समेत कई दस्तावेज बरामद हुए हैं। स्थानीय पुलिस का कहना है कि एटीएस की छापेमारी को लेकर उसे कोई जानकारी नहीं दी गई।
हाल ही में कई आतंकियों के पकड़े जाने के बाद इसके माड्यूल का पता लगाने के लिए एनआईए की ओर से यह कार्रवाई हुई है। एनआईए की एक टीम और यूपी एटीएस ने देवबंद से एक संदिग्ध को पकड़ा है। संदिग्ध मदरसे का छात्र फारूख बताया जा रहा है, जो आतंकी संगठन आईएएस मॉड्यूल के सम्पर्क में था। सीरिया में हुए बम धमाकों से भी उसका नाम जुड़ा होना बताया जा रहा है। हालांकि एनआईए या यूपी एटीएस की ओर से इसके बारे में कोई बयान नहीं जारी किया है।
फारूख मूलरूप से कर्नाटक का रहने वाला है और आईएसआईएस माड्यूल का संदिग्ध है। देवबंद के मदरसे में नाम बदलकर छात्र के रूप में रहकर यहां काफी समय से पढ़ाई कर रहा था। वह टेलिग्राम के जरिए आतंकी साहित्य का कई भाषाओं में अनुवाद करता था। पकड़े गए छात्र से पूछताछ की जा रही है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विपिन के मुताबिक एटीएस ने कार्रवाई की है, लेकिन इससे ज्यादा अभी उनके पास कोई जानकारी नहीं है। उल्लेखनीय है कि 15 अगस्त से पहले हुई इस कार्रवाई के बाद एक बार फिर से देवबंद चर्चा में है। एक माह के भीतर देवबंद में यह दूसरी बड़ी कार्रवाई है। इससे पहले 23 जून को को मदरसा जकरिया से रोहिंग्या छात्र मुजीबुल्लाह को पकड़ा गया था।