तो क्या अब एकनाथ शिंदे बनेंगे महाराष्ट्र के सीएम। कारण, शिवसेना के वफादार सैनिक माने जाने वाले एकनाथ शिंदे ने महाराष्ट्र की राजनीति में भूचाल ला दिया है। कथित रूप से वे 5 मंत्रियों और 25 विधायकों के साथ गायब बताए जा रहे हैं। उनके हर अगले कदम पर महाराष्ट्र सरकार की सांस अटकी हुई है।
शिवसेना, कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस की धुकधुकी बढ़ी हुई है। ऐसे में हर किसी की नजरें एकनाथ शिंदे पर टिकी हुई हैं। पूरे घटनाक्रम पर मुख्य विपक्षी दल बीजेपी की पैनी नजर है।
हालांकि महाराष्ट्र बीजेपी अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा है कि सरकार बनाने के लिए एकनाथ शिंदे की तरफ से हमारे पास कोई प्रस्ताव नहीं आया है, न ही हमारे तरफ से उनके पास ऐसा कोई प्रस्ताव गया है। बताया जा रहा है कि शिंदे और अन्य विधायक सूरत के एक 5 स्टार होटल में ठहरे हुए हैं।
मुख्य बातें
– उद्धव ठाकरे ने एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री पद का ऑफर दिया
– अजय चौधरी को बनाया गया शिवसेना विधायक दल का नेता
महाराष्ट्र की राजनीति में उभर रहे राजनीतिक संकट के बीच मंगलवार को हुई विधायक दल की बैठक में शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री पद छोड़ने के संकेत दिए हैं। उन्होंने बैठक में शिवड़ी के विधायक अजय चौधरी को विधायक दल का नेता नियुक्त किया है। उद्धव ठाकरे ने विधायक एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री पद का ऑफर दिया है।
महाराष्ट्र में सियासी संकट के बीच मुख्यमंत्री ने आज शिवसेना के सभी सांसदों, विधायकों तथा पदाधिकारियों की बैठक बुलाई। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की अध्यक्षता में बुलाई गई शिवसेना विधायक दल की बैठक में 56 में से सिर्फ 28 विधायक शामिल हुए। बैठक में उद्धव ठाकरे ने कहा कि ढाई साल पहले महाविकास आघाड़ी सरकार बनते समय वे किन्हीं खास कारणों से मुख्यमंत्री बने थे। उसी मकसद के लिए वे मुख्यमंत्री पद छोड़ने के लिए तैयार हैं।
इस बीच शिवसेना के एकनाथ शिंदे अपने समर्थक विधायकों के साथ गुजरात के सूरत में डुमस रोड स्थित ली मेरिडियन होटल में ठहरे हुए हैं। शिंदे ने ट्वीट कर कहा है कि वे स्व. बालासाहेब ठाकरे के कट्टर शिवसैनिक हैं। शिवसेना के अधिकांश विधायक महाविकास आघाड़ी सरकार से नाराज हैं। विधान परिषद चुनाव के बाद से राज्य में राजनीतिक संकट गहरा हुआ है।
शिवसेना के विधायक एकनाथ शिंदे ने अपनी ही पार्टी के विरुद्ध बगावत कर दी है। इसे शांत करने का प्रयास मुख्यमंत्री कर रहे हैं लेकिन शिवसेना में हुई बगावत का असर राज्य की महाविकास आघाड़ी पर दिखने की संभावना बन गई है। शिवसेना की बैठक में विधायकों ने गद्दारों को सबक सिखाने की भी बात कही। इन विधायकों ने कहा कि शिवसेना के साथ गद्दारी करने वालों को उनके निर्वाचन क्षेत्र में घूमने नहीं देंगे।