
बिहार के पूर्णिया में निगरानी विभाग की टीम ने आज बड़ी कार्रवाई की है। निगरानी विभाग की 12 सदस्यीय टीम ने जिला अवर निबंधक अमलेश प्रसाद सिंह (Vigilance Raid at Purnea Sub registrar Amlesh Prasad Singh) के सरकारी आवास पर और पटना के निजी आवास पर छापेमारी की है।
निगरानी की टीम ने कार्यवाही करते हुए बुधवार को पूर्णिया के जिला अवर निबंधक (रजिस्ट्रार) उर्मिलेश कुमार सिंह के पटना स्थित आवास और पूर्णिया के सरकारी दफ्तर पर एक साथ छापेमारी की है। शुरुआती जांच में रजिस्ट्रार के पास निगरानी की टीम ने पूर्णिया से अब तक 300000 रुपये कैश और पटना स्थित आवास से अब तक 1500000 रुपए से अधिक कैश बरामद किया है।
नकद के अलावा टीम ने कई संपत्तियों के कागजात बरामद किये है ।उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का केस दर्ज किया जा चुका है और निगरानी विभाग ने इनपुट मिलने के बाद आज एक्शन लिया है। रजिस्ट्रार अमिलेश कुमार सिंह के राजीव नगर के केसरी नगर इलाके में तीन मंजिला मकान है जहां निगरानी की छापेमारी चल रही है।
प्रारंभिक जांच में सवा करोड़ आए से अधिक संपत्ति का मामला सामने आया था । इसी आलोक में 12 सदस्यी निगरानी टीम ने छापेमारी की। जिसमें 4 लाख 27 हज़ार 300 रुपए नकद के अलावा करीब 5 भर ऑर्नामेंट बरामद हुए हैं।
इतना ही नहीं रजिस्टार के घर से छह अलग-अलग बैंकों के पास बुक सहित दो एटीएम कार्ड भी बरामद हुए हैं। इसके अतिरिक्त करीब 8 से 10 इन्वेस्टमेंट के पेपर भी शामिल है।निगरानी विभाग के डीएसपी अरुण पासवान ने बताया कि पटना के ठिकाने पर भारी मात्रा में पैसे और अर्नामेंट बरामद किए गए।
निगरानी विभाग की छापेमारी में चार डीएसपी विजिलेंस के अलावा तीन इंस्पेक्टर और अन्य सदस्य शामिल रहे। दर्जन भर की संख्या में आए निगरानी के सदस्यों ने ताबड़तोड़ छापेमारी कर अगला रुक रजिस्ट्री कार्यालय में किया है। निगरानी डीएसपी अरुण पासवान ने कहा कि अवर निबंधक पर पूर्व में ही निगरानी थाना में आय से सवा करोड़ रुपये अधिक का मामला दर्ज था। उसी मामले में आज छापामारी की गई है।
इस छापेमारी में उर्मिलेश के सरकारी आवास पर चार लाख 27 हजार 300 रुपये नकद, 6 भरी गहने ,विभिन्न बैंकों के छह पासबुक ,कई जगह इन्वेस्टमेंट के 8-10 कागजात भी बरामद हुआ है। इसके अलावा पटना में भी जमीन के कई दस्तावेज ,भारी मात्रा में रुपये और सोना बरामद हुआ है। उन्होंने कहा कि अभी जांच की जा रही है। इसके बाद उनके निबंधन कार्यालय में भी जांच की जाएगी।