पूर्वी सिंहभूम जिला के बिजली के तार चपेट में आने से पांच हाथी की मौत हो गई है, जिसमें तीन नर तथा दो मादा हाथी है। घटना मुसाबनी वन क्षेत्र के ऊपरबादा के पोटाश जंगल (5 elephants died due to 33,000 volt electric current) की है।
घटना की सूचना मिलने पर मुसाबनी वन क्षेत्र के रेंजर दिग्विजयसिंह वनपाल सुनाराम सबर समेत कई वनकर्मी घटनास्थल पहुंचे। घटना की पुष्टि करते हुए वनपाल सुनाराम सबर ने बताया कि मुसाबनी वन क्षेत्र के ऊपरबादा के पोटाश जंगल में 33 kV बिजली की तार की चपेट में आने से पांच हाथियों की मौत हुई है। पढ़िए पूरी खबर
जानकारी के अनुसार, पूर्वी सिंहभूम जिले के मुसाबनी वन क्षेत्र के ऊपरबांधा जंगल के पास करंट लगने से पांच हाथियों की मौत हो गई। इनमें तीन शिशु हाथी, एक नर और एक मादा हाथी हैं। इनकी मौत 33,000 वोल्ट के करेंट की चपेट में आने से हुई है। घटना सोमवार रात की है।
हाथियों की मौत की जानकारी तब हुई, जब कुछ ग्रामीण सूखी लकडियां और पत्ते लाने के लिए जंगल में गये। उन्होंने जंगल में मरे हुए हाथियों को देखा और उनकी तस्वीरें खींच कर लाए। वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची है। ग्रामीणों का कहना है कि इन हाथियों की मौत वन विभाग एवं बिजली विभाग की लापरवाही की वजह से हुई है।
दरअसल, ऊपरबांधा जंगल में मात्र 11 फीट की ऊंचाई से 33,000 वोल्ट का तार गुजरा है। वन विभाग ने कुछ दिन पहले ही जंगल में ट्रेंच की खुदाई की है और मिट्टी का टीला बगल में ही पड़ा रहने दिया। हाथी यहां से गुजर रहे थे। संभावना जताई जा रही है कि रास्ता पार करने के एक हाथी मिट्टी के टीले पर चढ़ा तो ऊपर से गुजर रहे 33,000 वोल्ट के तार की चपेट में आ गया।
साथ-साथ चल रहे बाकी हाथी भी उसके संपर्क में आने से जान गंवा बैठे। इसी महीने पूर्वी सिंहभूम में करंट लगने से दो अन्य हाथियों की मौत हो गई थी। वन विभाग का कहना है कि बार-बार की शिकायत के बावजूद बिजली विभाग हाथियों के विचरण वाले इलाकों में बिजली के खंभों की ऊंचाई नहीं बढ़ा रहा है।