पश्चिम बंगाल में शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार मामले में गिरफ्तार ममता कैबिनेट के मंत्री पार्थ चटर्जी की महिला सहयोगी अर्पिता मुखर्जी के बेलघरिया स्थित आवास पर बरामद नगदी की गिनती रातभर होती रही।
जय बाबा केदार..!
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जानकारी के अनुसार, पश्चिम बंगाल के मशहूर शिक्षक भर्ती घोटाले की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों को उत्तर 24-परगना में अर्पिता मुखर्जी के बेलघोरिया फ्लैट से 5 किलो सोने के अलावा 28 करोड़ रुपये की नकदी मिले हैं। गुरुवार सुबह चार बजे तक नोटों की गिनती जारी रही। जांच एजेंसी ने कहा कि परिसर से बरामद कुल नकदी अब लगभग 50 करोड़ हो चुकी है। अधिकारियों ने कहा कि शौचालय से भारी मात्रा में पैसा बरामद किया गया है।
ईडी के अधिकारियों ने अर्पिता मुखर्जी के बेलघोरिया फ्लैट पर बुधवार सुबह तक यानी करीब 18 घंटे तक छापेमारी की। इससे पहले बुधवार को बेलघोरिया में दो फ्लैटों पर पूछताछ के बाद छापेमारी की गई थी। एक में करीब 22 करोड़ रुपये कैश और सोना मिला। रिपोर्टों में कहा गया है कि अर्पिता मुखर्जी ने दावा किया कि पार्थ चटर्जी ने उनके घर को “मिनी बैंक” के रूप में इस्तेमाल किया।
ईडी के अधिकारियों ने तृणमूल कांग्रेस नेता और बंगाल के मंत्री पार्थ चटर्जी के करीबी सहयोगी मुखर्जी के आवास से बरामद नकदी और आभूषणों से भरी लगभग 10 ट्रंक के साथ ट्रक को लोड किया। ममता बनर्जी के मंत्री को हाल ही में ईडी ने गिरफ्तार किया था।
ईडी के एक अधिकारी ने बताया कि इस बार उत्तर कोलकाता के बेलघरिया स्थित फ्लैट से नकदी मिली है जिसकी मालकिन मुखर्जी हैं। रथाला इलाके में अर्पिता के दो फ्लैट को ताला तोड़कर खोला गया क्योंकि उनकी चाबी नहीं थी। उन्होंने बताया, हमें हाउसिंग कॉम्प्लेक्स में दो में से एक फ्लैट में बड़ी मात्रा में नकदी मिली है। उन्होंने बताया कि फ्लैटों की तलाशी के दौरान कई अहम दस्तावेज भी बरामद हुए हैं। ईडी ने फ्लैट को सील कर दिया है। जांच एजेंसी ने पार्थ के सहयोगी और व्यवसायी मनोज जैन के बल्लीगंज स्थित आवास पर भी तलाशी ली है।
मुखर्जी ने पूछताछ के दौरान ईडी को कोलकाता के आसपास की अपनी संपत्ति की जानकारी दी थी। अधिकारी ने बताया कि बुधवार सुबह से ही इन संपत्तियों पर छापेमारी की कार्रवाई की जा रही है। मंत्री और मुखर्जी से पूछताछ के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि मुखर्जी जांच में सहयोग कर रही हैं, लेकिन मंत्री का रवैया असहयोगात्मक है।
छापेमारी करने वाले प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) सूत्रों ने बताया कि बुधवार शाम से लेकर गुरुवार तड़के 4:00 बजे तक अत्याधुनिक मशीनों के जरिए रुपये की गिनती होती रही है। जिसमें लगभग 28 करोड़ मिले हैं। इसके अलावा बड़ी मात्रा में सोने के बर्तन, जेवर और चांदी के रुपये भी मिले हैं।
एक सूत्र ने बताया कि कमरे की अलमारी के अलावा शौचालय में भी प्लास्टिक आदि में भरकर नगदी रखे गए थे। इन्हें स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की कोलकाता शाखा द्वारा 20 ट्रंक में भरकर ट्रक में डालकर सीआरपीएफ की सुरक्षा में अधिकारी ले गए हैं।
सूत्रों ने बताया कि एक व्यक्ति को गवाह बना कर रुपये की गिनती हुई है। इसकी वीडियो रिकॉर्डिंग की गई है जिसे कोर्ट में पेश किया जाएगा।
मामले में गिरफ्तार ममता कैबिनेट के उद्योग और संसदीय कार्यमंत्री तथा शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार के समय राज्य के शिक्षा मंत्री रहे पार्थ चटर्जी और उनकी महिला सहयोगी अर्पिता मुखर्जी को आमने-सामने बैठाकर पिछले चार दिनों से कई बार पूछताछ हो चुकी है।
मुखर्जी को पश्चिम बंगाल के गिरफ्तार किए गए मंत्री पार्थ चटर्जी की करीबी सहयोगी माना जाता है।अधिकारियों ने बृहस्पतिवार सुबह बताया कि बुधवार को बेलघरिया में एक अपार्टमेंट से नकदी बरामद की गयी और रातभर गिनती करने के बाद 27.90 करोड़ रुपये पाए गए।
बुधवार को ईडी अधिकारियों को उत्तर 24 परगना के बेलघरिया रथतला में दो फ्लैट होने की जानकारी मिली थी। इसके बाद 15 से 16 की संख्या में ईडी की टीम वहां जा पहुंची। ताला बंद था जिसे खोलने के लिए चाबी बनाने वाले को बुलाया गया लेकिन सफलता नहीं मिलने पर ताला तोड़कर तलाशी अभियान शुरू किया गया। एक घंटे की तलाशी के दौरान यहां से बड़ी मात्रा में नगदी, सोने-चांदी के गहने, चांदी के रुपये और बड़ी मात्रा में सोने के बर्तन बरामद हुए हैं, जिसकी कीमत दो करोड़ रुपये से अधिक आंकी गई है।
नोट गिनने के लिए एसबीआई से बुलाए गए अधिकारी
नोट गिनने के लिए पहले एसबीआई कोलकाता की एक शाखा से अधिकारियों को चार सामान्य मशीन लेकर बुलाया गया था लेकिन इतनी बड़ी मात्रा में कैश था कि और बड़ी मशीन लाई गई। सुबह 4:00 बजे तक गिनती होती रही। अभी भी ईडी के अधिकारी इस फ्लैट में हैं और जांच पड़ताल चल रही है।
इसके पहले गत शुक्रवार को अर्पिता के टालीगंज स्थित डायमंड सिटी परिसर के फ्लैट में छापेमारी की गई थी जहां से 22 करोड़ रुपये, 20 मोबाइल फोन, 79 लाख के जेवर और विदेशी मुद्रा बरामद हुए थे। अब इस नई बरामदगी के बाद उसके ठिकाने से बरामद नगदी की कुल कीमत करीब 50 करोड़ हो गई है जबकि करीब पौने तीन करोड़ के सोना-चांदी के आभूषण बरामद किए जा चुके हैं।
तृणमूल ने कहा: यह शर्मिंदा करने वाली बात, करेंगे कार्रवाई
इतनी बड़ी बरामदगी को लेकर पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने पहली बार इसका बचाव करने के बजाय घटना पर शर्मिंदगी जाहिर की है। पार्टी के प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा है कि बड़ी मात्रा में कैश बरामदगी की जो तस्वीरें देखने को मिल रही हैं वह किसी भी तरह से गौरव की बात नहीं बल्कि शर्मिंदगी भरी है।
सिर शर्म से झुक जा रहा है। हम इसका कतई बचाव नहीं करेंगे। पार्टी ने पूरी परिस्थिति पर नजर रखी है। कोर्ट में दाखिल किए जाने वाले साक्ष्यों पर हमारी पैनी नजर है। पार्टी इतनी बड़ी मात्रा में नगदी और गैर कानूनी तरीके से सोने की जमाखोरी करने वालों का बचाव कतई नहीं करेगी बल्कि उनके खिलाफ ठोस कार्रवाई होगी।
जांच एजेंसी ने पांच दिन पहले दक्षिण कोलकाता के टॉलीगंज इलाके में मुखर्जी के एक अन्य फ्लैट से आभूषण और विदेशी मुद्रा के अलावा 21 करोड़ रुपये से अधिक की नकदी बरामद की थी।अधिकारियों ने बताया कि कुल मिलाकर अभी तक 50 करोड़ रुपये की नकदी बरामद की गयी है।
ईडी अधिकारियों ने बुधवार को दक्षिण कोलकाता के राजदांगा और उत्तरी कोलकाता के बेलघरिया में विभिन्न ठिकानों पर छापे मारे थे। अधिकारियों ने बताया कि पूछताछ के दौरान मुखर्जी ने ईडी को इन संपत्तियों की जानकारी दी है। ईडी अधिकारियों को बेलघरिया के रथतला इलाके में दो फ्लैट्स में घुसने के लिए दरवाजा तोड़ना पड़ा, क्योंकि उनकी चाभियां नहीं मिली थी।