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27 मार्च, 2024
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Z News के DNA एंकर रोहित रंजन राहुल गांधी पर फेक न्यूज में गिरफ्तार,अरेस्ट करने की होड़ में नोएडा और छत्तीसगढ़ पुलिस भिड़ी

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क दिन की एंकरिंग में सनसनी फैलाने की कोशिश में फेंक न्यूज ने जी न्यूज के एंकर रोहित रंजन को कहीं का ना छोड़ा। राहुल गांधी के बारे में फेक न्यूज फैलाने के आरोप में बुरी तरह घिरे जी न्यूज के एंकर रोहित रंजन को नोएडा पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।

हालांकि, इससे पहले रोहित को हिरासत में लेने के लिए नोएडा और छत्तीसगढ़ पुलिस आपस में भिड़ गई। काफी हाई वोल्टेज ड्रामा हुआ लेकिन, जी न्यूज के सुधीर चौधरी ने जी से इस्तीफा देते देते अपने डीएनए में ऐसा तरकश छोड़ गए जिससे खुद जी के ही एंकर रोहित उसके उलझन में फंस गए। इसके साथ ही, पत्रकारिता का एक और धिनौना चेहरा सामने आ गया। पढ़िए पूरी खबर

शुरुआत छत्तीसगढ़ पुलिस से हुई जो तड़के 5.30 रोहित के इंदिरापुरम स्थित घर के बाहर पहुंच गई। दरवाजे पर पुलिस देख रोहित ने ट्वीट कर UP पुलिस से मदद मांगी। गाजियाबाद पुलिस ने उनके ट्वीट का जवाब ट्वीट से दिया कि वे मदद के लिए जरूरी कार्रवाई कर रहे हैं।

इससे पहले, नोएडा और छत्तीसगढ़ पुलिस दोनों के बीच छीनाझपटी का माहौल बन गया था। हालांकि नोएडा पुलिस को इसमें सफलता मिल गई। बता दें कि रोहित को छत्तीसगढ़ पुलिस कोर्ट वारंट पर गिरफ्तार करने आई थी। रोहित की गिरफ्तारी को लेकर रायपुर और इंदिरापुरम पुलिस के बीच खींचतान चल ही रही थी कि नोएडा पुलिस की एंट्री हुई। नोएडा पुलिस ने कहा कि उनके यहां रोहित के खिलाफ केस दर्ज है, और वह रायपुर पुलिस के सामने रोहित को गिरफ्तार कर ले गई।

जानकारी के अनुसार, कांग्रेस पार्टी ने जी न्यूज के एंकर रोहित रंजन के खिलाफ राहुल गांधी का एक फेक वीडियो चलाने के लिए शिकायत दर्ज करवाई थी। हालांकि चैनल ने सामग्री वापस ले ली और सार्वजनिक माफी जारी की। पार्टी ने पूर्व सूचना और प्रसारण मंत्री राज्यवर्धन राठौर पर अपने ट्विटर टाइमलाइन से छेड़छाड़ किए गए वीडियो को नहीं हटाने के लिए भी कड़ी फटकार लगाई। वहीं इससे पहले मुश्किलों में खुद को घिरा देख एंकर ने योगी सरकार और स्थानीय प्रशासन से मदद की गुहार लगाई थी। रोहित के खिलाफ कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ फर्जी खबर फैलाने का आरोप है। उन पर छत्तीसगढ़ में केस भी दर्ज है।

रोहित रंजन ने मंगलवार सुबह 6.16 बजे ट्वीट करते हुए लिखा कि बिना लोकल पुलिस को जानकारी दिए छत्तीसगढ़ पुलिस मेरे घर के बाहर मुझे अरेस्ट करने के लिए खड़ी है। क्या ये कानूनन सही है। रोहित ने यह ट्वीट यूपी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, एसएसपी गाजियाबाद और एडीजी जोन लखनऊ को टैग भी किया है।

वहीं छत्तीसगढ़ पुलिस ने जवाब देते हुए कहा कि सूचित करने के लिए ऐसा कोई नियम नहीं है। फिर भी, अब उन्हें सूचित किया जाता है। पुलिस टीम ने आपको कोर्ट का गिरफ्तारी वारंट दिखाया है। आपको वास्तव में सहयोग करना चाहिए, जांच में शामिल होना चाहिए और अपना बचाव अदालत में रखना चाहिए।

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लेखक या संपादक की लिखित अनुमति के बिना पूर्ण या आंशिक रचनाओं का पुर्नप्रकाशन वर्जित है। लेखक के विचारों के साथ संपादक का सहमत या असहमत होना आवश्यक नहीं। सर्वाधिकार सुरक्षित। देशज टाइम्स में प्रकाशित रचनाओं में विचार लेखक के अपने हैं। देशज टाइम्स टीम का उनसे सहमत होना अनिवार्य नहीं है। कोई शिकायत, सुझाव या प्रतिक्रिया हो तो कृपया [email protected] पर लिखें।

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