बिहार विधान परिषद चुनाव से पहले एक बड़ा खुलासा हुआ (Big action before Bihar assembly elections) है। यहां विधान पार्षद (MLC) बनने के लिए नाम पर एटीएम लुटने वाले एक गिरोह का पटना पुलिस ने पर्दाफाश किया है।
गैंग के अंतरराज्यीय गिरोह
इस गिरोह का सरगना एटेक (M Tech) पास युवक है जिसकी गिरफ्तारी के साथ एक बड़ा राज सामने आया है। पटना पुलिस के अनुसार एमटेक कर चुके कौशल का नेटवर्क यूपी तक फैला है। इसका गैंग अंतरराज्यीय गिरोह के साथ कई जिलों में सक्रिय है। पढ़िए पूरी खबर
जानकारी के अनुसार
गिरोह का सरगना बड़हरिया सिवान कराने वाला कौशल चौधरी है. कौशल एम टेक करने के बाद कई दिनों तक व्यवसाय कर रहा था लेकिन व्यवसाय में मनमाफिक मुनाफा नहीं होते देख उसने शॉर्टकट तरीके से पैसे कमाने की सोची।

कौशल ने दौलत और शोहरत
बंटोरकर कदमों में बिछाने की चाहत लिए एटीएम काटने के अपराध में कूद पड़ा। पुलिस के खुलासे में उसने बताया कि एटीएम काटने के पीछे उसका मकसद राजनीति में आना और धाक जमाना था। इसके लिए शौहरत और चाहत कि उम्मीद लिए वह एमएलसी का चुनाव लड़ना चाहता था।
इसके लिए कौशल ने यूट्यूब से एटीएम काटने की बारीकी सीखा। इसके लिए किन औजारों की जरूरत पड़ेगी और उसे कैसे इस्तेमाल करना है इसकी भी पूरी डिटेल उसने यूट्यूब से जानी। इसके बाद कौशल की गैंग तैयार हो गई। इस गैंग में सिवान और गोपालगंज के मीरगंज का संतोष सोनी उसका कमांडर बना।
पाटलिपुत्र के अपार्टमेंट में आलीशान फ्लैट
कौशल ने अपने गिरोह के लिए पाटलिपुत्र के अपार्टमेंट में आलीशान फ्लैट ले रखा था। इसी में उसके पांच साथी रहते थे। पुलिस ने दबिश करते हुए छापेमारी की। इस दौरान तीन अपराधी भाग गए। मौके से एटीएम तोड़ने वाली मशीन और दूसरे सामानों को पुलिस ने जब्त कर लिया।
पटना में गत दो महीनें में चार एटीएम काटे जाने से हरकत में आई पुलिस ने अपने अनुसंधान के बाद चारों एटीएम काटने के तरीके को देखते हुए इस गिरोह को खोज निकाला। पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर दीघा इलाके में जब छापेमारी की तब एमटेक पास कौशल और उसका साथी संतोष पुलिस के गिरफ्त में आ गए। गिरोह में छपरा, सीवान और गोपालगंज के अलावे उत्तर प्रदेश के अपराधी शामिल हैं।