ओडिशा मिट्टी की संतान, भारत माता की लाडली, भारत की प्रथम महिला आदिवासी नारी द्रौपदी मुर्मू विशाल भारत गणराज्य की राष्ट्रपति बन गई। द्रौपदी मुर्मू की जीत की खुशी में द्रौपदी मुर्मू के गांव मयूरभंज जिले में खुशी की लहर दौड़ गई। टनों टन लड्डू वहां कल से तैयार हो रखे थे, जो आज वहां की लाडली बेटी की जीत की खुशी में बांटे जा रहे हैं। पूरे गांव भर में जश्न हो रहा है।
इधर ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में भी बीजू जनता दल तथा भारतीय जनता पार्टी की कार्यालयों में भी खूब खुशी का माहौल है। सभी एक दूसरे को बधाइयां दे रहे हैं। मिठाइयां बंट रही हैं। दलों के कार्यकर्ताओं में पूरा जोश दिख रहा है तो विरोधी खेमें में मायूसी छा रखी है।
देश के 31 मतदान केंद्रों पर हुई मतगणना के मतपत्रों की गिनती संसद भवन परिसर में हुई। राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को विजेता घोषित किया गया। जीत को लेकर आश्वस्त बीजेपी ने जश्न की तैयारियां पहले से ही शुरू कर दी थी। द्रौपदी मुर्मू ने जीत के साथ ही देश की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति बन गईं। इसी के साथ 5 रिकॉर्ड भी उनके नाम हो गए।आज राष्ट्रपति के गांव में विजोत्सव मनाने की तैयारी है। इसके साथ ही पारंपरिक लोक नृत्य मंडलियां, विशेष रूप से संथाली नृत्य कलाकार भी तैयार हैं। वहीं, आज के दिन ‘किसानों ने छुट्टी लेने का भी फैसला किया है, क्योंकि ऐसा देश में पहली बार है जब कोई आदिवासी देश का राष्ट्रपति बना है।