मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना लाभ उठाना अब आसान हो गया है। अब अभिभावक घर बैठे जीरो से दो वर्ष तक बच्ची के लाभ के लिए आवेदन कर सकेंगे।
जय बाबा केदार..!
View this post on Instagram
मोबाइल एप से आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो गई। ऑनलाइन आवेदन के सत्यापन के लिए अब आंगनबाड़ी केंद्र की सेविका घर-घर जाकर आवेदन का सत्यापन करेंगी। पहले लाभुकों को सेविका के माध्यम से आवेदन भरना पड़ता था। अब यह झंझट दूर हो गई है। नई व्यवस्था के तहत बच्ची के माता-पिता ऑनलाइन माध्यम से स्वयं आवेदन कर सकेंगे। सेविका के माध्यम से आवेदनों का सत्यापन किया जायेगा। इसके तुरंत बाद लाभुकों को योजना का लाभ उपलब्ध हो सकेगा।
समाज कल्याण विभाग के पोर्टल पर मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना का उद्देश्य कन्या भ्रूण हत्या को रोकना, लड़कियों का जन्म निबंधन और संपूर्ण टीकाकरण, लिंग अनुपात में वृद्धि, शिशु मृत्यु दर में कमी, बालिका शिक्षा को बढ़ावा, बाल विवाह पर अंकुश, प्रजनन दर में कमी, आत्मनिर्भर बनाना, सम्मानपूर्वक जीवन यापन, परिवार समाज में लड़कियों के आर्थिक योगदान बढ़ाना है।
कन्या भ्रूण हत्या रोकना, जन्म पंजीकरण, संपूर्ण टीकाकरण को बढ़ावा देने, लिंगानुपात में वृद्धि लाने, बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने, बाल विवाह को रोकने आदि उद्देश्यों को पूरा करने और सम्मानपूर्वक जीवन गुजारने के लिए राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना की शुरुआत की है। इसके तहत जीरो से दो साल आयु वर्ग की बच्ची के मां के खाते में दो हजार और जन्म के एक वर्ष बाद पोषण के लिए एक हजार रुपये दिये जाते हैं।
ऑनलाइन प्रक्रिया के दौरान आवेदन में पूछे गये तमाम बातों की जानकारी देनी होगी। संबंधित आंगनबाड़ी केंद्र और सेविका का नाम देने के साथ बेटी का जन्म प्रमाणपत्र और मां के साथ बच्ची की तस्वीर भी अपलोड करना अनिवार्य होगा। यह लाभ एक परिवार में दो कन्याओं के जन्म तक ही दिया जाता है। पहली बार दो हजार व उसके बाद आधार जमा कराने पर एक हजार दिए जाने का प्रावधान है।