मोतिहारी से इस वक्त की बड़ी खबर है जहां भारतीय आब्रजन (इमिग्रेशन) विभाग ने रक्सौल बॉर्डर पर एक नाइजेरियन नागरिक को पकड़ा है। वह बिना वीजा के नेपाल के रास्ते भारतीय सीमा में घुस रहा था। इसी दौरान इंडियन इमिग्रेशन की टीम ने उसे पकड़ा है।
इससे पहले भी इसी साल तीन अप्रैल को रक्सौल (Raxaul) में भारत-नेपाल बॉर्डर (India-Nepal Border) पर इमिग्रेशन विभाग (Immigration Department) को बड़ी कामयाबी मिली थी। इमिग्रेशन विभाग ने डेढ़ करोड़ की चरस (Charas Seized) के साथ तीन विदेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया था। पकड़े गए तीन विदेशियों में एक महिला भी शामिल थी।
तीनों रूसी नागरिक दिल्ली से नेपाल जा रहे थे। जांच के दौरान इनके पास कोई वैध कागजात नहीं था। इमिग्रेशन के विभाग ने शक के आधार पर बैग की जांच की तो हक्का बक्का रह गए। उनके बैग से 25 पैकेट चरस बरामद हुई थी। इमिग्रेशन विभाग रक्सौल थाना को सुपुर्द कर दिया गया था। अब पढ़िए ताजा मामला क्या है, पूरी खबर
नाइजेरियन नागरिक गत 13 जून से नेपाल में रह रहा था। उसके पास भारत में प्रवेश के लिए वैध वीजा नही था। पकड़े गए नाइजेरियन से इमिग्रेशन विभाग के साथ अन्य खुफिया एजेंसी पूछताछ करने में जुटी है।
जानकारी के अनुसार, नार्कोटिक्स की तस्करी के लिए नाइजेरियन नागरिक नेपाल के रास्ते भारत में प्रवेश को एक सुरक्षित मार्ग के रूप में प्रयोग करते रहे है। ऐसे कई मामले भी सामने आये है। हालांकि,पकड़े गए युवक के पास से नार्कोटिक्स बरामदगी नहीं हुई है लेकिन जांच अधिकारी संदेह के आधार पर उससे पूछताछ करने में जुटी है।
अधिकारियों के मुताबिक उक्त नाइजेरियन युवक रक्सौल के रास्ते पटना होते हुए दिल्ली जाने वाला था।पकड़ा गया नाइजेरियन नागरिक नाईजेरिया के इनुगु इहेकपुओ के रहने वाले जॉन सेम्युअल का पुत्र 26 वर्षीय बेटा छियाबुओतु कार्नेलियस है। जिसका पासपोर्ट नम्बर A11246502 है।
रक्सौल इमिग्रेशन के डीएसपी ए.के पंकज ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि जांच पड़ताल जारी है।अधिकारियों ने बताया कि यह जांच का विषय है कि आखिर उक्त नाइजेरियन भारत में प्रवेश कर दिल्ली क्यों जाना चाहता था?उसके साथ कोई और था?इस क्षेत्र में उसका संपर्क किन लोगों से है।