मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को बरौनी में पूर्वोत्तर के सबसे बड़े बेबरेजेज प्लांट के उद्घाटन अवसर पर लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि हम बिहार के औद्योगिक विकास में जुटे हुए हैं। 2007 से ही बिहार को उद्योग के क्षेत्र में विकसित बनाना चाह रहे थे।
सीएम कुमार ने कहा लेकिन उस समय की केंद्र सरकार ने मंजूरी नहीं दी, जिसके कारण 20 हजार करोड़ से अधिक का आया प्रस्ताव लौट गया। अब केंद्र सरकार ने आदेश दिया है तो औद्योगिक विकास की नई कहानी शुरू हो गई है। मंजूरी मिलने के बाद 17 इथेनॉल प्लांट स्वीकृत हो गया है, अब यहां उद्योग तेजी से बढ़ेगा। जिसकी पहली कड़ी में पूर्वोत्तर भारत का सबसे बड़ा बॉटलिंग प्लांट शुरू हो गया है।
बेगूसराय जिले के बरौनी औद्योगिक क्षेत्र में पेप्सिको कंपनी के वरुण बेवरेज प्राइवेट लिमिटेड का उद्घाटन करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि बरौनी स्थित बियाडा के इंडस्ट्रियल ग्रोथ सेन्टर में वरुण बेवरेज की कार्बोनेटेड सॉफ्ट ड्रिंक्स, पैकेज्ड ड्रिंकिंग वाटर, फ्रूट जूस एवं फ्रूट पल्प बेस्ड जूस उत्पादन इकाई रिकार्ड 11 महीने में बनकर तैयार हुई।
वरुण बेवरेज लिमिटेड को पेप्सी एवं अन्य सॉफ्ट ड्रिंक्स के बॉटलिंग प्लांट के लिए अप्रैल 2021 में जमीन का आवंटन किया गया, आठ मार्च 2022 से इस इकाई में कमर्शियल उत्पादन शुरू हो गया तथा आज शुभारंभ किया गया है। यहां बना उत्पाद बिहार ही नहीं, अन्य प्रदेशों में जाएगा, बिहार में पहली बार इस तरह का उद्योग शुरू हुआ है।
इस मौके पर उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन ने कहा कि जिस उम्मीद के साथ मुख्यमंत्री ने उद्योग विभाग की जिम्मेवारी दी, वह हम पूरा कर रहे हैं। आज जो प्लांट शुरू हो रहा है, इसके लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने तेजी के साथ काम किया।
चीनी मिल की जमीन, वर्षों से खाली जमीन उद्योग विभाग को ट्रांसफर किया गया। जिसका फल है कि रविकांत जयपुरिया ने पूर्वोत्तर भारत का सबसे बड़ा प्लांट बेगूसराय में बनाकर चालू कर दिया। यहां लीची एवं आम के साथ-साथ किशनगंज से अनानास लाकर प्रोसेसिंग किया जाएगा। स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा, पेप्सी कंपनी में बिहार से बाहर काम करने वाले एक्सपर्ट कर्मी चाहेंगे तो उनका यहां ट्रांसफर किया जाएगा, अब जयपुरिया चीनी मिल भी खोलेंगे।
शाहनवाज हुसैन ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार के औद्योगिक विकास का जो वादा किया था, उसकी ओर कदम बढ़ चुका है। विपक्ष कहता है कोई काम नहीं हो रहा है, विपक्ष के लोग आएं, हम उन्हें पास बना कर घुमाएंगे।
इस बॉटलिंग प्लांट में करीब पांच सौ लोगों को सीधा रोजगार मिल चुका है, जबकि करीब सात-आठ लोग अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार पा रहे हैं। वरुण बेवरेज के चेयरमैन ने इच्छा जाहिर की है कि बिहार में उनका निवेश और बढ़ेगा तथा बिहार के साथ वरुण बेवरेजेज लिमिटेड के रिश्ते और प्रगाढ़ होगें।
वरुण बेवरेज के निदेशक रविकांत जयपुरिया ने कहा कि यह बिहार का पहला और पूर्वोत्तर बिहार का सबसे बड़ा प्लांट है। इस प्लांट की पहली इकाई से उत्पादन कार्य शुरू होने के साथ ही एक्सटेंशन भी शुरू हो चुका है, इसी साल उत्पादन क्षमता दोगुनी हो जाएगी। उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर भारत का सबसे बड़ा यह प्लांट विश्वस्तरीय उन्नत तकनीक से युक्त है।
इस बॉटलिंग प्लांट में कार्बोनेटेड सॉफ्ट ड्रिंक्स ब्रांड-पेप्सी, सेवनअप, मिरिन्डा, माउंटेन डयू, स्टिंग का उत्पादन होगा। पैकेज्ड ड्रिंकिंग वॉटर का ब्रांड एक्यूफिना का भी उत्पादन हो रहा है, इसके अलावा ट्रॉपिकाना एवं स्लाईस जैसे जूस और पल्प बेस्ड ड्रिंक्स का उत्पादन किया जा रहा है।
अल्ट्रा हाई स्पीड मशीनों की एक प्रोड्क्शन लाईन की क्षमता दस लाख बॉटल प्रतिदिन है तथा इन उत्पादों की अचानक बढ़ी डिमांड की जरूरत को आसानी से पूरा कर सकता है। मौके पर मेदांता के निदेशक डॉ. नरेश त्रेहान भी उपस्थित थे।