कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को कहा कि जनता के मुद्दे उठाने वाली आवाज को मोदी सरकार दबाने की कोशिश कर रही है। वहीं, भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के आरोपों पर पलटवार किया है। भाजपा ने कहा है कि कांग्रेस का शासनकाल असल में भ्रष्टाचार तंत्र था।
पार्टी की ओर से भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आज बिचौलियों और भ्रष्टाचारियों के लिए सभी दरवाजे बंद है। इससे कांग्रेस और उसका भ्रष्टाचारी तंत्र परेशान है। इसी व्यथा को आज राहुल गांधी ने अपनी प्रेस वार्ता में प्रकट किया है। पढ़िए पूरी खबर
राहुल ने पार्टी मुख्यालय में आयोजित एक प्रेसवार्ता के दौरान कहा कि महंगाई, बेरोजगारी, जीएसटी के मुद्दे पर सरकार विपक्ष को बोलने नहीं दे रही है। राहुल ने कहा कि संसद से सड़क तक हर जगह कांग्रेस को रोकने का प्रयास किया जा रहा है। इस तरह वर्तमान केन्द्र सरकार लोकतंत्र की हत्या करने में जुटी है।
जो सच बोलेगा, विरोध करेगा, जेल भेजा जाएगा
राहुल ने कहा कि आज सबसे ज़्यादा बेरोज़गारी हिंदुस्तान में है। सरकार में बैठे लोक 24 घंटे बस झूठ ही बोलते हैं, जो सच बोलता है, विरोध करता है उसे जेल भेजा जाता है। हम महंगाई बेरोज़गारी का मुद्दा उठाना चाहते हैं तो इसे लेकर मुझपर आरोप लगाए जाते हैं।
राहुल ने कहा कि जब कांग्रेस की सरकार होती थी, तब संवैधानिक निकाय निष्पक्ष रहते थे। हम उन्हें को नियंत्रित नहीं करते थे। वहीं आज हिंदुस्तान का हर संस्थान अपनी स्वतंत्रता और निष्पक्षता खो चुका है। देश का हर संस्थान आज भाजपा और आरएसएस के नियंत्रण में है। हम सिर्फ एक राजनीतिक पार्टी से नहीं लड़ रहे हैं, हम उस इंफ्रास्ट्रक्चर के खिलाफ लड़ रहे हैं।
कांग्रेस के जमाने ने संस्थाएं स्वतंत्र थीं, आज लोकतंत्र नहीं
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के ज़माने के संस्थाएं स्वतंत्र थीं, आज हिंदुस्तान में लोकतंत्र नहीं है। वो डरने की कोशिश कर रहे हैं. लेकिन मुझे फर्क नहीं पड़ता, मैं किसी से डरने वाला नहीं हूं। मेरे परिवारवालों ने देश के लिए अपनी जान दी है। वो लोग नहीं चाहते कि किसी भी मुद्दे पर आवाज उठे, वो किसी भी मुद्दे पर चर्चा नहीं करना चाहते। राहुल ने कहा कि हिटलर भी चुनाव जीतकर आया था , आप जानते हैं हिटलर चुनाव कैसे जीतता था?
राहुल ने कहा कि सत्ता पक्ष देश की मीडिया को कंट्रोल कर रही है। हमें मिलकर लोकतंत्र को खत्म होने से बचाना है। इस मुहिम में सबको साथ आना होगा। राहुल गांधी ने गुरुवार को कहा था कि वह प्रधानमंत्री मोदी से डरने वाले नहीं हैं। केन्द्र सरकार जो करना चाहे कर ले, वह देश की रक्षा करने, लोकतंत्र की रक्षा करने, देश में भाईचारे को कायम रखने का काम करते रहेंगे।
कांग्रेस पार्टी की ओर से आज देशभर में महंगाई और बेरोजगारी पर धरना प्रदर्शन जारी है। पार्टी ने कहना है कि वह पहले से तय अपने इस प्रदर्शन को सरकारी मशीनरी के दवाब में बदलने वाली नहीं है। इस प्रदर्शन को देखते हुए प्रधानमंत्री आवास और कांग्रेस कार्यालय के बाहर बड़ी संख्या में सुरक्षा बल तैनात है।वहीं,कांग्रेस नेता राहुल गांधी की प्रेस वार्ता के बाद रविशंकर प्रसाद ने अपने आवास पर मीडिया से बातचीत में कांग्रेस और उनके नेताओं पर भ्रष्टाचारियों को संरक्षण देने के आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के पास सही जानकारी का अभाव है जिसके चलते वे देश के स्टार्टअप का मजाक उड़ा रहे हैं। आज देश का स्टार्टअप इको सिस्टम दुनिया में तीसरे और चौथे नंबर पर है। भारत में आज 100 से अधिक यूनिकॉर्न है।
रविशंकर प्रसाद ने नेशनल हेराल्ड को लेकर राहुल से पूछा कि वे अगर झूठ नहीं बोलते तो बताएं कि जमानत पर बाहर क्यों हैं। भाजपा नेता ने कहा कि नेशनल हेराल्ड अखबार किसी कारण से नहीं चल पाया। 80 करोड़ रुपये से ऊपर की देनदारी थी। 2010 में एसोसिएटेड जनरल ने इसका पूरा शेयर यंग इंडिया को दे दिया।
इसी यंग इंडिया में 38 प्रतिशत हिस्सेदारी सोनिया गांधी और 38 प्रतिशत हिस्सेदारी राहुल गांधी की थी। इन्होंने सिर्फ 50 लाख रुपये नेशनल हेराल्ड को दिया और कांग्रेस ने 80 करोड़ रुपये का लोन माफ कर दिया। इस तरह करीब 5000 करोड़ रुपये की नेशनल हेराल्ड की संपत्ति फैमली कंट्रोल ट्रस्ट के नाम लाई गई।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी और सोनिया गांधी दिल्ली हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट गए। इसके बाद उन्हें बेल लेनी पड़ी। उल्लेखनीय है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आज प्रेस वार्ता कर भारतीय जनता पार्टी सरकार पर विपक्ष को जनता की आवाज उठाने से रोकने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि विपक्ष की आवाज को दबाने के लिए जांच एजेंसियों का उपयोग किया जा रहा है।