युवक के साथ यौनाचार की कोशिश और विरोध करने पर पिटाई के मामले में आरजेडी एमएलसी रामबली सिंह चंद्रवंशी की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। इस मामले में पटना के सचिवालय थाने में एफआईआर दर्ज की गई है।
जानकारी के अनुसार, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के विधान पार्षद (एमएलसी) रामबली सिंह चंद्रवंशी पर युवक के साथ दुराचार के प्रयास और मारपीट के मामले में सचिवालय थाने की पुलिस ने दो दिन बाद मंगलवार को प्राथमिकी दर्ज कर ली। रविवार को अरवल जिले के सोनभद्र निवासी 30 वर्षीय युवक ने थाने में लिखित शिकायत की थी।
इसके बाद पुलिस ने पीड़ित का बयान लिया था, फिर आरोपित एमएलसी के घर जाकर छानबीन की थी। प्रथमदृष्टया आरोप को सत्य पाकर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया। एसएसपी डा. मानवजीत सिंह ढिल्लों ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। आगे की कार्रवाई की जा रही है।
जानकारी के अनुसार, अरवल के एक युवक ने एमएलसी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। इस मामले में युवक की ओर से सचिवालय थाने में लिखित शिकायत की थी। पुलिस को दिए गए आवेदन में पीड़ित युवक का आरोप है कि घटना 4 फरवरी की रात की है। वह अपने दो साथियों के साथ सामाजिक मुद्दों पर चर्चा करने के लिए एमएलसी आवास पर आया था। रात होने पर एमएलसी ने उन सभी को आवास पर ही रोक लिया।
खाना खाने के बाद एमएलसी ने उसके दो साथियों को अपने आवास के नीचे के कमरे में सोने का प्रबंध किया जबकि उसे अपने कमरे में सोने के लिए ले गए। रात करीब 11 बजे एमएलसी ने सोने के दौरान उसके साथ यौनाचार करने की नीयत से अश्लील हरकत शुरू कर दी। विरोध करने पर एमएलसी ने उसकी पिटाई भी की। जान बचाकर अपने दो साथियों के साथ भागते समय उसका नीले रंग का स्वेटर एमएलसी आवास में ही छूट गया था।
इधर, पुलिस का कहना है, पीड़ित का आरोप गंभीर हैं। पीड़ित का बयान दर्ज किया जा चुका है। पीड़ित के मुताबिक घटना के दौरान एमएलसी आवास के नीचे के कमरे में उसके दो साथी भी ठहरे थे। घटना के बाद वह अपने दोनों साथियों के साथ वहां से भाग कर अपनी जान बचाई।
ऐसे में पीड़ित के दोनों साथियों का भी पुलिस बयान दर्ज करेगी। इसके बाद नियमानुसार पूछताछ करने के सिलिसले में आरोपित आरजेडी एमएलसी को पुलिस नोटिस भेजेगी। अन्य साक्ष्यों को एकत्रित करने का काम पुलिस करेगी।
एसएसपी डॉ. मानवजीत सिंह ढिल्लो ने एमएलसी के खिलाफ एफआईआर दर्ज किए जाने की पुष्टि की है। उनका कहना है कि एमएलसी के खिलाफ आईपीसी की धारा 377, 511 समेत अन्य सुसंगत धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है।