बेगूसराय। समृद्ध विरासत और स्वयं की क्षमता को समझकर बिहार का पुनर्निर्माण करने के लिए आईपीएस अधिकारी विकास वैभव की ओर से शुरू किया गया ”लेट्स इंस्पायर बिहार” युवाओं को काफी प्रेरित कर रहा है।
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इस अभियान से जुड़कर युवाओं में नवऊर्जा का संचार कर, क्षमताओं को पहचानकर प्रेरणा देने के लिए विकास वैभव लगातार विभिन्न जिलों में जा रहे हैं। इसको लेकर बेगूसराय पहुंचे विकास वैभव ने लाखो स्थित रिसॉर्ट में युवाओं से संवाद किया।
विकास वैभव ने कहा कि
बिहार ही ज्ञान की वह भूमि है, जहां वेदों ने भी वेदांत रूपी उत्कर्ष को प्राप्त किया तथा ज्ञान के प्राचीन बौद्धिक परंपरा की अभिवृद्धि हुई। इस भूमि ने बौद्ध और जैन धर्मों के दर्शन सहित अनेक तत्वों एवं सिद्धांतों के जन्म दिया, नालंदा एवं विक्रमशिला जैसे विश्वविद्यालय की स्थापना हुई। इतिहास साक्षी है कि कभी बिहार से ही संपूर्ण अखंड भारत का शासन संचालित था। जिसके कारण दक्षिण पूर्वी एशिया के नगरों तथा राष्ट्रों का भी नामकरण भी इसी भूमि के प्रेरणादायक नगरों के नामों पर होने लगा।
यशस्वी पूर्वजों की प्रेरणा से ही इच्छित परिवर्तन का मार्ग प्रशस्त होगा। उन्होंने कहा कि लेट्स इंस्पायर बिहार अपनी मातृभूमि के समृद्ध विरासत से प्रेरित तथा नव बिहार गढ़ने के लिए संकल्पित युवाओं एवं प्रबुद्धजनों का एक स्वैच्छिक समूह है। इस आभियान के तहत जातिवाद, सम्प्रदायवाद इत्यादि से उपर उठकर राष्ट्रहित में भविष्य के दृष्टिकोण को अंतर्मन में स्थापित करके शिक्षा, समता एवं उद्यमिता जैसे विकास के आधारभूत क्षेत्रों में बृहतर चिंतन के साथ संगठित होकर योगदान समर्पित करने का प्रयास किया जा रहा है।
कर्तव्यनिष्ठा के साथ अपने आचरण तथा विरासत में समाहित दृष्टि तथा प्रेरणा से प्रेरणास्त्रोत बनकर दूसरों को प्रेरित किया जा रहा है, ताकि उज्ज्वलतम भविष्य का निर्माण संभव हो सके तथा आनेवाली पीढ़ियां हम पर भविष्य निर्माता के रूप में गर्व करें। यह समझना होगा कि स्वयं के सामर्थ्य को जाने बिना कई बार दूसरों के अनुसरण के कारण हम अपने मूल्यों से दिग्भ्रमित हो जाते हैं, तो हमारा अपनी मूल क्षमताओं से विश्वास डिग जाता है। आवश्यकता एक वैचारिक कांति की है जो युवाओं के मध्य प्रसारित हो, भविष्य निर्माण के निमित्त संगठित रूप में संकल्पित करें, आशावादिता के साथ आगे बढ़ें। इतिहास की प्रेरणा में ऐसी अदभुत शक्ति समाहित है जो बिहार समेत संपूर्ण भारतवर्ष के भविष्य को परिवर्तित करने की क्षमता रखती है।
उन्होंने कहा कि चिंतन करना होगा कि स्वाभाविक उत्कर्ष की प्राकृतिक परंपरा किन कारणों से बाधित हुई। ऐतिहासिक भूमि के स्वाभाविक विकास की परंपरा से भिन्न अप्राकृतिक वर्तमान परिस्थितियों के प्रादुर्भाव के कारणों पर चिंतन करने से ही समाधान मिलेंगे। इस अवसर पर यूपीएससी एवं बीपीएससी में चयनित बेगूसराय के युवाओं को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का प्रभाकर कुमार राय ने किया।
मौके पर आईएमए के सचिव डॉ. रंजन चौधरी, एलेक्सिया के निदेशक डॉ. धीरज शांडिल्य, शिक्षाविद शिव प्रकाश भारद्वाज, उद्योगपति दिनेश टिबरेवाल, प्रो. अशोक कुमार सिंह अमर, ब्रजेश कुमार एवं मुकेश विक्रम सहित जिला के तमाम क्षेत्रों के युवा मौजूद थे।