22 नवंबर को चारा घोटाला (Fodder scam) मामले में पेश होने के लिए पटना आए लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) आज राजद कार्यालय (Supremo Lalu Prasad reached RJD office after 4 years) पहुंचें। लालू प्रसाद यहां चार साल बाद पहुंचे। इनके राजद कार्यालय आने से पहले पार्टी कार्यालय को शानदार तरीके से सजाया गया था। यहां सुप्रीमो ने छह टन के लालटेन में नई ताकत भरी, उसे जलाई।
लालू प्रसाद बुधवार को यहां छह टन के लालटेन को रोशन किया। उसमें हुंकार भरी। कार्यकर्ताओं के मनोबल को बढ़ाया। उनमें नई ऊर्जा का संचार किया। इससे पहले वे 2017 में पार्टी के स्थापना दिवस पर यहां पहुंचे थे। इसके बाद चारा घोटाला के मामले में उन्हें जेल जाना पड़ा। जेल से बाहर आने के बाद वे पहली बार कार्यालय पहुंचे।
11 फीट ऊंचे संगमरमर की पत्थर से बने इस लालटेन का निर्माण जयपुर के कलाकारों ने किया है। लाल पत्थर के बने इस लालटेन को छह हिस्सों में राजस्थान से लाया गया है। राजद कार्यालय में लग रहे इस लालटेन को लगाने का आइडिया तेजस्वी यादव का है। इसे सफल बनाने में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह का अहम योगदान रहा है।
लालू परिवार तेजप्रताप की बागी सुर को शांत करने की पूरी कोशिश कर रहा है। यही वजह है कि 22 तारीख को लालू प्रसाद जब पटना पहुंचे तो वह एयरपोर्ट से सीधे तेजप्रताप के घर पहुंचे। उपचुनाव के दौरान जब लालू प्रसाद पटना पहुंचे थे। तब तेजप्रताप ने हाई वोल्टेज ड्रामा कर दिया था। इसके बाद लालू प्रसाद को आधी रात को तेजप्रताप के घर पहुंचना पड़ा था।
अवैध निकासी मामले में मुख्य आरोपी हैं लालू प्रसाद
लालू प्रसाद सोमवार को चारा घोटाला के एक मामले में हाजिरी देने पटना पहुंचे आए थे। उनके साथ राबड़ी देवी और बड़ी बेटी मीसा भारती भी पटना आई हैं। लालू प्रसाद फर्जी रसीद के जरिए बांका उपकोषागार से 46 लाख रुपए की अवैध निकासी मामले के मुख्य आरोपी हैं।
17 नवंबर को अपने वकील के जरिए पेश हुए लालू प्रसाद को विशेष अदालत ने 23 नवंबर को सदेह हाजिर होने का आदेश दिया था। इसके बाद वो मंगलवार को सीबीआई कोर्ट में पहुंचे थे। यहां लालू प्रसाद ने जज के सामने कहा कि हुजूर बीमार हूं। वकील के जरिए पेश होने का निवेदन करता हूं। इसके बाद कोर्ट ने उनके अपील को स्वीकार कर लिया।
वहीं, आज चाल साल के लंबे इंतजार के बाद आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव आज पार्टी दफ्तर पहुंचे। लालू यादव के पार्टी दफ्तर पहुंचने का इंतजार बड़ी बेसब्री से किया जा रहा था। पार्टी के तमाम बड़े नेता और बड़ी संख्या में कार्यकर्ता पार्टी के प्रदेश कार्यालय पर मौजूद थे। आखिरकार इंतजार खत्म हुआ और लालू यादव ने आरजेडी की लाइट जला दी।
राजद कार्यालय में लालटेन (Big Lantern in RJD Office) का अनावरण किया। छोटे बेटे और विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के साथ वे राजद कार्यालय पहुंचे। यहां अनावरण के बाद नेताओं व कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। खास बात यह कि इस दौरान उनके बड़े बेटे तेजप्रताप यादव नजर नहीं आए। लालू प्रसाद के पटना आगमन के साथ ही तेजप्रताप यादव से उनकी दूरी साफ झलक रही है।
आरजेडी ऑफिस में छह टन वजनी संगमरमर के लालटेन का निर्माण कराया गया है। 11 फीट ऊंचे इस से लालटेन में चौबीसों घंटे लौ जलती रहेगी।
लालू यादव ने इस लालटेन का आज उद्घाटन कर दिया। लालटेन का निर्माण कराए जाने के बाद उसे लालू यादव के उद्घाटन तक तस्वीर खींचने और मीडिया कवरेज से रोका गया था। इसके लिए बजाप्ता आरजेडी कार्यालय के गेट को ही बंद कर दिया गया था और हर तरफ से ऊंची चादर लगा दी गई थी।
लालू यादव आज पार्टी कार्यालय पहुंचे तो अपने चाहने वालों के बीच खुद को पाकर वह ज्यादा बेहतर महसूस कर रहे थे। लालू यादव कि कल पटना के विशेष अदालत में पेशी हुई थी। चारा घोटाला मामले से जुड़े एक केस में लालू यादव को कोर्ट ने सशरीर उपस्थित रहने का आदेश दिया था।
लालू यादव बांका ट्रेजरी केस में कोर्ट में हाजिर होने के लिए पटना पहुंचे और आज उन्होंने पार्टी कार्यालय पहुंचकर लालटेन का उद्घाटन किया। लालू यादव बिहार में सियासी माहौल गर्म है। जेडीयू यह बताने से नहीं चूक रहा कि बिहार में अब लालटेन युग खत्म हो चुका है और पिछले 15 सालों से नीतीश कुमार ही बिहार को बिजली से रोशन किए हुए हैं।