बेगूसराय में छात्र की हत्या से आक्रोशित लोगों ने मंगलवार को आरोपी के चाचा की गोली मारने के बाद पीट-पीटकर हत्या कर दी। घटना नावकोठी थाना क्षेत्र के वृंदावन गांव की है।
पुलिस कर रही घटनास्थल पर कैंप
मृतक शिव कुमार सिंह के पुत्र रंजीत सिंह उर्फ हीरा सिंह है। सूचना मिलते ही पहुंची पुलिस मामले की छानबीन करते हुए घटनास्थल पर कैंप कर रही है।
बताया जा रहा है सोमवार की शाम वृंदावन निवासी मनोज सिंह के पुत्र परीक्षित कुमार की हत्या बेगूसराय एवं समस्तीपुर जिले की सीमा पर विभूतिपुर थाना क्षेत्र के नरहन पुल के समीप गोली मार दी गई थी। मौके पर से स्थानीय लोगों ने खदेड़ कर गोली मारने वाले तीन में से दो युवकों को पकड़ लिया। जिसमें से एक युवक वृंदावन निवासी संजय कुमार सिंह का पुत्र भोला कुमार था।
फिर क्या हुआ पोस्टमार्टम के बाद
परीक्षित का शव आते ही गांव में तनाव की स्थिति बन गई। स्थानीय बुद्धिजीवी और जनप्रतिनिधि तनाव को शांत करने में जुटे हुए ही थे कि इसी बीच मंगलवार को अचानक 10-12 लोग संजय सिंह के घर पर पहुंच गए। हथियार से लैस लोगों को आता देखकर संजय सिंह का भाई रंजीत सिंह उर्फ हीरा सिंह अपने दरवाजे पर चलने वाले आंगनबाड़ी केंद्र के कमरे में बंद हो गया।
लेकिन आक्रोशित लोगों ने उक्त कमरे का दरवाजा तोड़कर रंजीत सिंह को गोली मार दी। गोली मारने के बाद लोगों ने धारदार हथियार एवं लाठी-डंडों से पीट-पीटकर रंजीत सिंह उर्फ हीरा सिंह को मार डाला।
लोगों ने किसी तरह बचाई जान
इस दौरान घर के लोग किसी तरह अपनी जान बचाने में कामयाब रहे। घटना की सूचना मिलने पर जब तक पुलिस पहुंची, सभी लोग फरार हो गए थे। घटना के बाद मौके पर तनाव की स्थिति बनी हुई है।
ग्रामीण प्रतिशोध में हुई इस हत्या के बाद हत्याओं का दौर चलने की आशंका से सहमे हुए हैं। उल्लेखनीय है कि नावकोठी थाना क्षेत्र में हर साल सरस्वती पूजा के दौरान खून की होली होती है।
विगत दो वर्षों में समसा के मुखिया हेमा मौर्य और विष्णुपुर के मुखिया गणेश पोद्दार की हत्या प्रतिमा विसर्जन के दौरान हो चुकी थी। उसके बाद इस वर्ष प्रतिमा विसर्जन के दौरान परीक्षित कुमार की हत्या हुई और अगले ही दिन हीरा सिंह की हत्या कर दी गई।